बिहार के जहानाबाद से एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है। यहां एक ट्रैक्टर खेतों के बीच बनी सड़क में जुताई करता दिखाई दे रहा है। धान की लहलहाती फसल भी वीडियो में दिख रही है। ऐसे में जुताई का तो सवाल ही नहीं है और सड़क की जुताई तो किसी भी मौसम में समझ से परे होगी। दरअसल वीडियो में दिख रहा ट्रैक्टर गांव के पूर्व मुखिया का है, जो इस बात से नाराज हैं कि गांव के लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया। अब वह उनकी सड़क नहीं बनने दे रहे हैं।
जहानाबाद में पूर्व मुखिया ने दबंगई दिखाते हुए गांव की सड़क पर ट्रैक्टर से हल चलाकर सड़क तोड़ दी। इससे कई गांव का आवागमन बाधित हो गया। सड़क टूटने से ग्रामीणों में खासा आक्रोश दिख रहा है। रास्ता अवरुद्ध होने से नाराज दर्जनों ग्रामीणों ने जिला अधिकारी से मिलकर गुहार लगाई है।
चुनाव हारे तो तोड़ी सड़क
मामला सदर प्रखंड क्षेत्र के नौरू पंचायत के सिवल बीघा गांव है। दरअसल पूर्व मुखिया छोटन यादव 20 वर्षों तक नौरू पंचायत के मुखिया रह चुके हैं। सरपंच रहने के दौरान उन्होंने पंचायत में किसी तरह का कोई विकास का कार्य नही किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने इस बार के पंचायत चुनाव में पूर्व मुखिया छोटन यादव को वोट नहीं दिए और उन्हें भारी मतों से हार झेलनी पड़ी। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान मुखिया पीसीसी सड़क बना रहा था, जिससे नाराज होकर पूर्व मुखिया छोटन यादव और उसके समर्थकों ने ट्रैक्टर से हल चलाकर सड़क को तोड़ दी।
मुखिया का दावा- निजी जमीन पर बनी है सड़क
ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव में पूर्व मुखिया को वोट नहीं दिया तो गुस्से में आकर वे सड़क नहीं बनने दे रहे हैं। पहले से बनी सोलिंग को भी ट्रैक्टर से तोड़ दिया है। खास बात यह है कि सोलिंग खुद पूर्व मुखिया ने ही बनवाई थी। इसके टूटने से तीन गांव का आवागमन बाधित हो गया है। विरोध करने पर मारपीट करने लगते है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी अनील मिस्त्री ने बताया कि यह मामला सामने आया है। पूर्व मुखिया का कहना है कि उनकी निजी जमीन में सड़क बनाई जा रही थी। सीओ जांच कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि अगर जमीन निजी है तो छोटन यादव मुखिया रहते समय उस जमीन पर पूर्व में सोलिंग कैसे कराया था ? फिलहाल संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।