सुहागिन महिलाएं बुधवार (01 नवंबर) को करवा चौथ का व्रत करेंगी. इस दिन सुहागिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखकर शाम को सोलह सिंगार करके करवा चौथ का पूजन करती हैं. छलनी से चंद्रमा को देखकर व्रत तोड़ती हैं. पटना में भी करवा चौथ पर बाजार सज चुका है. महिलाएं पूरी तैयारी में हैं. व्रत में सबसे खास बात होती है कि चंद्रमा कब निकलेगा, क्योंकि महिलाओं को इसका बेसब्री से ज्यादा इंतजार रहता है.
इस बार करवा चौथ पर बन रहा खास संयोग
पटना के राम जानकी मंदिर के पुजारी पंडित श्याम सुंदर शरण ने बताया कि इस बार के करवा चौथ पर खास संयोग बन रहा है. करवा चौथ बुधवार को है और बुधवार भगवान गणेश का दिन माना जाता है. गणेश पुराण के अनुसार इसी दिन माता पार्वती की नाभि के मैल से भगवान गणेश प्रकट हुए थे. इस बार के करवा चौथ पर सिद्धि योग माना जा रहा है. इस दिन संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत भी है जो सभी संकट को दूर करने वाला दिन माना जाता है.
श्याम सुंदर शरण ने बताया कि करवा चौथ पर पूरे दिन उपवास करके महिलाएं शाम को चंद्रमा निकलने के पहले कथा सुनती हैं. इसमें भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की कथा है. करवा चौथ में भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है. ऐसे में बुधवार के दिन करवा चौथ होना विशेष संयोग है. इस दिन जो महिलाएं सच्चे मन से करवा चौथ का व्रत करके भगवान गणेश की आराधना करेंगी उनकी हर मनोकामना पूरी होगी.
करवा चौथ की मान्यता है कि महिलाएं जब तक खुली आंखों से चंद्रमा को नहीं देख लेती हैं तब तक व्रत नहीं तोड़ती हैं. पंचांगों के अनुसार बुधवार को करवा चौथ के दिन पटना में शाम के 8 बजकर 10 मिनट पर चंद्रोदय का समय है.