बिहार में पुलों के ध्वस्त होने का सिलसिला कब थमेगा? शायद इस सवाल का जबाव किसी के पास नहीं है। पिछले कुछ महीनों के भीतर राज्यभर में दो दर्जन से अधिक पुल-पुलिया ध्वस्त हो चुके हैं। इसको लेकर सियासत भी खूब हो रही है। एक तरफ विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर सरकार को घेरने में लगा है तो सरकार इसका ठीकरा विपक्षी दलों पर फोड़ रही है।
भागलपुर के पीरपैंती बाजार से बाखरपुर होते हुए बाबूपुर जाने वाली सड़क के बीच चौखंडी के पास जर्जर पुलिया बाढ़ के पानी में ध्वस्त हो गई। पुल के जर्जर होने के बाद चार महीना पहले ही इस पुल पर वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दिया गया था।
गुरुवार को हुई मुसलाधार बारिश के दौरान पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। करीब 18 साल पहले इस पुल का निर्माण कराया गया था। समय बीतने के साथ ही रख रखाव के अभाव में पुलिया जर्जर होता चला गया और आखिरकार बाढ़ के पानी में बह गया। पुल के टूटने से कई गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से भंग हो गया है।