यूपी के संभल जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां के कैला देवी थाना क्षेत्र के बागडपुर छोइया गांव निवासी दस साल के मासूम ने मंगलवार को फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली। मासूम कक्षा का दो का छात्र था। पूछताछ में जो वजह सामने आई है, उसे जान सभी हैरानी में पड़े हैं। शाम को घटना की जानकारी परिवार वालों को हुई। मासूम बच्चे की मौत पर घर में चीख पुकार मच गई।
यह है पूरा मामला
बागड़पुर छोइया निवासी बुद्धसेन का 10 वर्षीय पुत्र हेमराज बराबर के ही ठाठी गांव स्थित निजी स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। पिता तथा उसके बड़े भाई दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। हेमराज अपने दो अन्य बहन भाई तथा मां के साथ गांव में ही रह रहा था।
मंगलवार को जब हेमराज स्कूल नहीं गया तो सुबह के समय मां ने न जाने का कारण पूछा और स्कूल न जाने पर डांटने लगी, जिससे नाराज होकर छात्र घर से बाहर चला गया और खेत में जाकर पशुओं के रखवाली के लिए बनाए गए मचान पर अपने गले में रस्सी का फंदा डालकर झूल गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
आसपास के ग्रामीणों ने शाम के समय उसे देखा तो स्वजनों को सूचना दी। आनन-फानन में उसे नीचे उतरा गया। दिल्ली से उसके पिता व भाई भी आ गए। उसका अंतिम संस्कार परिजनों ने कर दिया।
माता-पिता का सपना भी चकनाचूर
मंगलवार की शाम को जब सबसे छोटे के साथ हुए हादसे की खबर पर पहुंचे पिता ने कहा कि तीन बच्चे कम पढ़े थे, सोचा था कि छोटे को अफसर बनाउंगा। उसका दाखिला भी निजी स्कूल में कराया। सुविधा दी। उम्मीद थी आगे बढ़ेगा, अफसर बनेगा। नाम करेगा। मां ने भी बेटे के जरिए सपना देखना शुरू कर दिया था। पर एक घटना ने सभी के सपने को चकनाचूर कर दिया।