कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कहां हुई चूक? 12 नौजवानों की मौत के बाद उठे सवाल
झारखंड में एक्साइज कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में 12 नौजवानों की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों ने भर्ती में शामिल होने आए युवाओं की मौत पर कहा कि फिटनेस लेवल जांचने के लिए 1.6 किलोमीटर की जगह 10 किलोमीटर की दौड़ इसमें एक कारण हो सकती है। साथ ही दौड़ से पहले किसी तरह के फिटनेस लेवल की जांच नहीं हुई और बहुत ज्यादा उमस होने के चलते भी युवाओं को मुश्किल हुई। अधिकारियों ने कहा कि लिखित परीक्षा से पहले शारीरिक परीक्षा कराना भी एक बड़ा कारक रहा।
लिखित परीक्षा से पहले फिजिकल टेस्ट
बता दें कि भर्ती परीक्षा की दौड़ में शामिल होने वाले 12 युवकों की मौत हो गई है। एग्जाम के आगे के चरणों में क्वालिफाई करने के लिए दौड़ में पास होना अनिवार्य था। फिजिटल टेस्ट की परीक्षा झारखंड पुलिस की निगरानी में हो रही थी, जिसका आयोजन 22 अगस्त से कराया जा रहा था। इसमें अभ्यर्थियों को 1 घंटे में 10 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी थी। इसके बाद लिखित परीक्षा का शेड्यूल था और अंत में मेडिकल टेस्ट होना था।
मरने वालों की उम्र 19 से 31 वर्ष के बीच है। इनकी पहचान पलामू के अमरेश कुमार, प्रदीप कुमार, अजय महतो, अरुण कुमार, दीपक कुमार पांडू के रूप में हुई है। वहीं हजारीबाग के मनोज कुमार और सूरज कुमार वर्मा की भी मौत हो गई है। साहिब गंज के विकास लिंडा और गिरिडीह के सुमित यादव का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। हालांकि बाकी के तीन हताहत उम्मीदवारों की पहचान नहीं हो पाई है।
कुछ अभ्यर्थियों ने अस्पताल में दम तोड़ा
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं, भर्ती प्रक्रिया रोक दी गई है। और अब 9 सितंबर से दोबारा शुरू होगी। हालांकि जांच रिपोर्ट का इंतजार बाकी है। झारखंड के एडिशनल डीजी (हेडक्वार्टर) आरके मलिक ने कहा कि कुछ अभ्यर्थियों की मौत अचानक हुई। कुछ ने अस्पताल पहुंचने के बाद दम तोड़ा, और कुछ की मौत इलाज के लिए एडमिट कराए जाने के बाद उनकी मौत हुई।
अग्निवीर में 1.6 किलोमीटर दौड़ने का प्रावधान
हालांकि सरकारी सूत्र ने कहा कि समस्या भर्ती प्रक्रिया के नियमों के बदलाव के चलते हुई है। 1 अगस्त 2016 को झारखंड एक्साइज डिपार्टमेंट ने नियमों को बदल दिया। पहले के नियमों के मुताबिक अभ्यर्थियों को 6 मिनट में एक मील दौड़ना होता था। लेकिन एक्साइज डिपार्टमेंट के बदलाव के बाद अभ्यर्थियों के लिए 60 मिनट में 10 किलोमीटर दौड़ने का प्रावधान कर दिया गया। केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना के लिए फिजिकल टेस्ट में 6 मिनट में 1.6 किलोमीटर दौड़ने का प्रावधान है।
इसके साथ ही वर्तमान सरकार ने भर्ती के नियमों में बदलाव करते हुए लिखित परीक्षा को फिजिकल टेस्ट के बाद कराने का फैसला किया। इसकी वजह से परीक्षा में ज्यादा की संख्या में लोग शामिल हुए। एक्साइज डिपार्टमेंट के मनोज कुमार ने कहा कि कांस्टेबल की परीक्षा के लिए हमें इंटेलिजेंस से ज्यादा शारीरिक फिटनेस की जरूरत होती है। 10 किलोमीटर की दौड़ का प्रावधान नियमों के मुताबिक है, जिसे 2016 में भाजपा की अगुवाई वाली रघुबर दास सरकार ने लागू किया था।
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