आईआईटी बीएचयू के ‘निर्भया’ के गुनहगारों को दो महीने बाद वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसकी गिरफ्तारी के बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया है. यह तीनों आरोपी कथित तौर पर एक राष्ट्रीय पार्टी के आईटी सेल के पदाधिकारी बताए जा रहे हैं.
इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उन्होंने इस घटना के समय ही यह कहा था कि इस पूरे घटना के तार एक राष्ट्रीय पार्टी से जुड़े है. लेकिन उस वक्त जब मैंने इस बात को कहा तो उस पार्टी के इशारे पर कार्यकर्ताओं ने मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज करा दिया. लेकिन अब पूरा सच सामने आ गया है.
क्या था पूरा मामला?
गौरतलब है कि आइआइटी बीएचयू की छात्रा के बयान के बाद पुलिस ने मामले में सामूहिक दुष्कर्म की धारा जोड़ी थी. शुरुआत में छेड़खानी की बात सामने आई थी. घटना के आठवें दिन पीड़ित छात्रा का बयान दर्ज किया गया था जिसके आधार पर 376 डी की नई धारा जोड़ी गई थी. बीएचयू और आइआइटी कैंपस में इस घटना के विरोध में बड़ा आंदोलन भी हुआ था.
राजनैतिक दल से जुड़ाव पर जांच जारी
जानकारी के मुताबिक, बीती रात वाराणसी पुलिस ने आईआईटी बीएचयू में छात्रा से गैंगरेप और अश्लील वीडियो बनाने के मामले में कुणाल पांडेय, सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही उन्होंने घटना के दौरान इस्तेमाल बुलेट भी बरामद कर ली है. यह तीनों आरोपी कथित तौर पर एक राष्ट्रीय पार्टी के आईटी सेल से जुड़े हुए है. एसीपी अतुल रंजन त्रिपाठी ने बताया कि इस मामले में अभी जांच जारी है कि इन तीनो के संबंध किसी राजनैतिक दल से जुड़े है या नहीं. यह कुछ देर में यह साफ हो जाएगा.
2 महीने पहले हुई थी वारदात
बताते चलें कि दो महीने पहले इस मामले को लेकर आईआईटी बीएचयू में हंगामा मचा था.छात्र इस घटना के विरोध में सड़को पर थे.इतना ही नहीं आईआईटी बीएचयू का पूरा काम काज भी ठप था और कई दिनों तक छात्र-छात्राओं का गुस्सा सड़को पर देखने को मिला था.