पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया है। इसी के साथ वो ओलंपिक्स मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बन गई हैं।इस इवेंट में साउथ कोरिया ने गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता है।
टोक्यो ओलंपिक की निराशा को छोड़ा पीछे
टोक्यो ओलंपिक में मिली निराशा को मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में पीछे छोड़ दिया है। पिस्टल में खराबी की वजह से वो आगे नहीं बढ़ पाई थी, जिस वजह से वो भावुक भी हो गईं थी। लेकिन पेरिस में उन्होंने एक घंटे 15 मिनट तक अपने धैर्य को बनाए रखा। इसी के साथ 2012 लंदन ओलंपिक के बाद भारत ने निशानेबाजी में कोई पदक जीता है।
रियो ओलंपिक 2016 के बाद पिता से मांगी थी बंदूक
मनु हरियाणा के झज्जर की रहने वाली हैं। उनके पिता मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर हैं।उन्होंने 14 साल की उम्र में शूटिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया था।रियो ओलंपिक 2016 खत्म खत्म होने के बाद ही उन्होंने अपने पिता से शूटिंग पिस्टल की मांग की थी। शूटिंग पिस्टल वो अप्रैल 2016 में मनु पहली बार शूटिंग रेंज पहुंचीं। इसके 15 दिन बाद ही उन्होंने 15 दिन बाद ही हरियाणा ओपन टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया था।
उन्होंने 2017 की एशियन जूनियर चैंपियनशिप का सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद नेशनल चैम्पियनषिप में उन्होंने धमाल मचा दिया था। उन्होंने ना केवल हिना सिंधु को हराया था, बल्कि कई नेशनल रिकॉर्ड भी तोड़े थे। इस इवेंट में उन्होंने 9 गोल्ड जीते थे।