नाम साध्वी जया किशोरी, उम्र 22 साल, कोलकाता के महादेवी बिड़ला वर्ल्ड एकेडमी से पढ़ी हुईं। सोशल मीडिया पर जबरदस्त फॉलोवर्स। वीडियोज अपलोड होते होने के कुछ ही देर में लाखों-करोड़ों व्यूज आ जाते हैं। इतना पढ़ने के बाद शायद किसी अच्छे कैरियर की ओर बढ़ती लड़की का ख्याल आए। लेकिन रुढ़िवादी सोच की जंजीरों को तोड़ चुकी यह लड़की काफी पहले ही साध्वी बन गई थी।
साध्वी जया किशोरी राजस्थान की रहने वाली हैं। जया का जन्म 1996 में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इस नाते परिवार में भी पूजा पाठ का माहौल रहता था। जन्म के कुछ साल बाद से ही साध्वी जया का झुकाव श्री कृष्ण की तरह रहा। भले ही जया भक्ति में लीन रहती हों फिर भी उन्होंने पढ़ाई को जारी रखा। साध्वी जया ने कोलकाता के महादेवी बिरला सेकंडरी हाईस्कूल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की। कई रिपोर्ट्स में बताया गया कि, उन्होंने भवानीपुर गुजराती सोसायटी कॉलेज से ग्रैजुएशन किया है।
जया की भक्ति पर लोगों का ध्यान उनके नौ साल होने पर गया। नवें साल में जया शिव-तांडव स्तोत्रम्, रामाष्टकम्, लिंगाष्टकम्, आदि स्तोत्र गाने लगी थीं। 10 साल की उम्र में जया किशोर ने खुद ही सुंदर कांड का पाठ किया था। जया की कृष्ण भक्ति को देख उन्हें राधा नाम दिया गया था। यह नाम जया को उन्हें शुरूआती शिक्षा देने वाले गोविंदराम मिश्र ने दिया था। गोविंदराम मिश्र ने उन्हें किशोरी नाम दिया। जो वह अपने नाम के आगे लगाती हैं।
जया किशोरी के सत्संगों में शुरूआत से ही हजारों की भीड़ उमड़ती थी। न केवल उन्हें सामने से सुनने वाले बल्ति फेसबुक पर भी उनके लाखों फॉलोवर्स हैं। उनके एफबी पेज पर 8 लाख प्रशंसक हैं। जया की सत्संगों में आने वाले लोग बड़ी संख्या में दान करते हैं। इससे होने वाली कमाई राजस्थान के उदयपुर में स्थित नारायण सेवा ट्रस्ट को दान कर दी जाती है।