बिहार की राजधानी पटना से कुछ दूरी पर गंगा किनारे बसे मोकामा की आबादी यूं तो 2 लाख है लेकिन यहां की माटी को खून से लाल कर देने वाले बाहुबली अधिक निकले हैं। श्याम सुंदर सिंह धीरज, दिलीप सिंह, सूरजभान सिंह, ललन सिंह और अनंत सिंह जैसे कई बाहुबलियों के नाम शामिल हैं लेकिन अब सोनू-मोनू गैंग ने बंदूक की नाल खोलकर इलाके में सनसनी फैला दी है। अब हर तरफ ये चर्चा होने लगी है कि बाहुबली अनंत सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर सनसनी मचाने वाले सोनू-मोनू कौन हैं?
दरअसल, बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह पर बुधवार को जानलेवा हमला किया गया, जिसके बाद इलाके में बंदूक की नालें खुल गई और ताबड़तोड़ फायरिंग से पूरा इलाका थर्रा उठा। बताया जा रहा है कि इस दौरान करीब 50 से 60 राउंड फायरिंग की गई। गनीमत ये रही कि पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गये। इलाके में ताबड़तोड़ हुई फायरिंग ने पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया है। कहा जा रहा है कि अनंत सिंह पर पर सोनू-मोनू गैंग ने हमला किया लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर सोनू-मोनू है कौन, जिसने बाहुबली अनंत सिंह पर जानलेवा हमला करने की जुर्रत की।
कौन है सोनू-मोनू?
आपको बता दें कि सोनू-मोनू दो भाई है, जो मोकामा के ही जलालपुर गांव के रहने वाले हैं। शुरुआती दिनों में दोनों बाहुबली अनंत सिंह के लिए काम करते थे लेकिन धीरे-धीरे जरायम की दुनिया में अपनी पैठ बनाने के बाद अलग गैंग खड़ा कर लिया। फिलहाल अनंत सिंह के साथ दोनों की अदावत है।
स्थानीय लोगों की माने तो सोनू-मोनू ने साल 2009 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। ट्रेन में लूटपाट से अपराध जगत में कदम रखने वाले दोनों भाइयों ने अनंत सिंह के लिए काम करना शुरू किया। ‘छोटे सरकार’ के साथी होने के कारण पुलिस-प्रशासन भी उनके आगे नतमस्तक रहा। अनंत सिंह के जेल जाने के बाद दोनों भाइयों ने अपनी गैंग बना ली। बताया ये भी जाता है कि यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी से इनके संबंध थे।
लखीसराय और मोकामा के एरिया में है एक्टिव
बाहुबली मुख्तार अंसारी का साथ मिलने के कारण दोनों सरकारी अधिकारियों को धमकाने लगे और पैसे ऐंठने लगे थे। फिलहाल अनंत सिंह अब जेल की सलाखों से बाहर आ चुके हैं तो अब इन्हें ख़तरा महसूस होने लगा है। कहा जाता है कि सोनू-मोनू गैंग मुख्य तौर लखीसराय और मोकामा एरिया में एक्टिव है। इलाके में इस गैंग की दहशत है। सोनू-मोनू की मां उर्मिला सिंह मुखिया है। सोनू-मोनू के पास खुद का अपना ईंट-भट्ठा है और ईंट भी बेचते हैं। सोनू-मोनू पर विभिन्न थानों में हत्या, लूट और रंगदारी जैसे कई मामले दर्ज हैं।
गैंगवार की आशंका को लेकर इलाके में दहशत
गौरतलब है कि पूर्व विधायक अनंत सिंह बुधवार शाम मोकामा में एक विवाद को लेकर पंचायती करने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि सोनू-मोनू गिरोह ने लेन-देन के मामले में एक परिवार को बाहर निकालकर एक घर में ताला लगा दिया था। इसी विवाद को सुलझाने के लिए अनंत सिंह वहां गए थे, तब उनपर फायरिंग की गई। 60-70 राउंड हुई फायरिंग के बाद पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है। इलाके के लोग एकबार फिर गैंगवार की आशंका को लेकर दहशत में हैं।
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