राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार को दिनदहाड़े तीन बदमाशों ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोलियां से भून डाला और फिर भाग गए। आनन-फानन करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह को भी गोली लगी है। अजीत गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और जयपुर के एक अस्पताल में ही उनका इलाज चल रहा है। हालांकि, गार्ड की ओर से की गई फायरिंग में एक हमलावर की भी मौत हो गई। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
कौन हैं सुखदेव सिंह गोगामेड़ी?
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राजस्थान में राजपूतों के नेता थे। राजपूतों में उनका खासा सम्मान था और युवाओं के पसंदीदा थे। वह लंबे समय तक राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े रहे थे। बाद में करणी सेना में कुछ विवाद होने के बाद गोगामेड़ी ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अपना अलग संगठन बना लिया था। तब से वह ही इस संगठन के अध्यक्ष थे।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने दो बार बसपा से चुनाव भी लड़ा था। साल 2018 में गोगामेड़ी ने भाजपा से टिकट भी मांगी थी, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।
भंसाली को मारा था थप्पड़
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी देश में पहली बार तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने बॉलीवुड फिल्म पद्मावत की शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को थप्पड़ जड़ दिया था।
बदल लिया था फिल्म का नाम
बता दें कि साल 2017 में पद्मावती फिल्म की जयगढ़ में शूटिंग हो रही थी। तब गोगामेड़ी ने पद्मावती फिल्म का खूब विरोध किया था। इस दौरान फिल्म का विरोध करते हुए राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने सेट पर तोड़फोड़ की थी और भंसाली पर हमला भी हुआ था। आखिरकार निर्माताओं ने फिल्म का नाम बदलकर पद्मावत कर दिया था। इसके बाद गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर केस के बाद राजस्थान में हुए प्रदर्शनों में भी गोगामेड़ी की चर्चा हुई थी।