टीम इंडिया का कोई मैच हो और विराट कोहली पर चर्चा न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता, लेकिन गुरुवार को किंग कोहली के साथ ही एक ऐसे शख्स की भी चर्चा होने लगी, जिसने भारत के खिलाफ कभी विवादित फैसला दिया था। जी हां, हम बात कर रहे हैं अंपायर रिचर्ड केटलबोरो की…दरअसल, अंपायर मैच के आखिरी क्षणों में अपने एक फैसले की वजह से सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहे हैं।
केटलबोरो ने नहीं दिया बॉल को वाइड
जब विराट कोहली 97 रन बनाकर खेल रहे थे तब 42वें ओवर में पहली बॉल को रिचर्ड केटलबोरो ने वाइड करार नहीं दिया। फैंस का कहना है कि रिचर्ड विराट कोहली की सेंचुरी देखना चाहते थे। ऐसे में अगर वे बॉल को वाइड करार दे देते कोहली की पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता था क्योंकि इससे स्कोर बराबर हो जाता और इसके बाद अगर एक और बॉल वाइड दे दी जाती तो विराट 97 रन पर ही नाबाद रह जाते। आखिरकार कोहली ने छक्का ठोक अपने वनडे करियर की 48वीं सेंचुरी भी पूरी कर ली और टीम इंडिया को मैच भी जिता दिया।
कौन हैं रिचर्ड केटलबोरो
50 साल के रिचर्ड केटलबोरो इंग्लैंड के क्रिकेटर रह चुके हैं। उन्होंने 33 फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए के 21 मुकाबले खेले हैं। 2006 में उन्हें अंपायरों की ईसीबी लिस्ट में शामिल किया गया था। उन्होंने 2009 में ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच टी- 20 में इंटरनेशनल अंपायरिंग की शुरुआत की थी। वे 2011 में भारत में विश्व कप के लिए 18 अंपायरों के पैनल में थे। उसी साल उन्हें आईसीसी के एलीट पैनल में प्रमोट किया गया। केटलबोरो 2013 में ICC का अंपायर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीत चुके हैं।