बिहार में अब बीजेपी के साथ नीतीश कुमार एक बार फिर सरकार बनाने जा रहे हैं. जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया. इसके बाद उनकी तरफ से कहा गया कि महागठबंधन की स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए हम नए गठबंधन में जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ नई सरकार में बीजेपी के दो नेताओं को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा, जिसमें विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी का नाम शामिल हैं. सम्राट चौधरी को अभी बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है तो वहीं विजय सिन्हा को उपनेता चुना गया है.
कौन हैं विजय सिन्हा?
विजय सिन्हा भूमिहार समुदाय से आने वाले बीजेपी के दिग्गज नेता माने जाते हैं. अब महागठबंधन की सरकार से पहले एनडीए की सरकार में विजय सिन्हा को बिहार विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया था. इसके बाद गठबंधन टूटा तो विजय सिन्हा को विधानसभा अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा था. विजय सिन्हा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक समर्पित कार्यकर्ता के तौर पर भी देखा जाता है.
2010 से लगातार विजय सिन्हा लखीसराय से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं. 2015 में जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. उस दौरान भी उन्होंने जेडीयू उम्मीदवार को 10 हजार वोटों से हराकर लखीसराय सीट पर जीत दर्ज की थी. उन्होंने बिहार के बेगुसराय के पॉलिटिकल कॉलेज सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी.
जातीय समीकरण को साधने में बड़ा रोल
विजय सिन्हा भूमिहार नेता हैं और बिहार में भूमिहारों का अच्छा-खासा वर्चस्व है. ऐसे में जातीय समीकरण को साधने में उनका एक बड़ा रोल माना जाता है. इसी समीकरण को साधने के लिए बीजेपी पहले उनपर विपक्ष के नेता के तौर पर मुहर लगा चुकी है. वहीं अब विधायक दल का उपनेता चुना गया है और डिप्टी सीएम बनाने की तैयारी है.