Delhi के नए स्पीकर विजेंद्र गुप्ता कौन? डिप्टी स्पीकर बने मोहन सिंह बिस्ट के बारे में भी जानें

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दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज रामलीला मैदान में शपथ लेने वाली हैं। इसको लेकर जबरदस्त तैयारियां की गई हैं। पीएम मोदी समेत कई राज्यों के बड़े नेता इस समारोह में शामिल होने वाले हैं। इस बीच दिल्ली विधानसभा के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के नाम का भी ऐलान हो गया है। जानकारी के मुताबिक, विजेंद्र गुप्ता को स्पीकर और मोहन सिंह बिस्ट को डिप्टी स्पीकर बनाया जाएगा।

कौन हैं विजेंद्र गुप्ता?

विजेंद्र गुप्ता के बारे में सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में जब आम आदमी पार्टी दिल्ली को 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब विजेंद्र गुप्ता भाजपा के उन तीन विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने जीत दर्ज की थी। विजेंद्र गुप्ता ने 2009 का लोकसभा चुनाव चांदनी चौक से कांग्रेस के कपिल सिब्बल के खिलाफ लड़ा था, लेकिन हार गए थे। 2013 का दिल्ली विधानसभा चुनाव नई दिल्ली से लड़ा लेकिन अरविंद केजरीवाल से हार गए। 2015 में उन्होंने रोहिणी से फिर विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। विजेंद्र गुप्ता को 16 अप्रैल 2015 को दिल्ली विधानसभा में विपक्ष का नेता (एलओपी) नियुक्त किया गया। 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में रोहिणी के आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजेश नामा ‘बंसीवाला’ को 12,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। साल 2025 में भी विजेंद्र गुप्ता ने रोहिणी से ही जीत हासिल की है।

विजेंद्र गुप्ता का जन्म 14 अगस्त 1963 को हुआ था। विजेंद्र गुप्ता भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। विजेंद्र गुप्ता ने राजनीतिक कॅरियर छात्र नेता के रूप में शुरू किया और 1984 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन के उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। साल 2007 में विजेंद्र गुप्ता को एमसीडी की स्थायी समिति का अध्यक्ष बनाया गया। इससे पहले 2002 में एमसीडी काउंसिलर के रूप में चुने गए थे और 2001 में वह हाई पावरर्ड टैक्स केमिटी के डिप्टी चेयरमैन के पद पर भी रहे। साल 1997 में विजेंद्र गुप्ता एमसीडी काउंसिलर के रूप में चुने गए थे।

कौन हैं मोहन सिंह बिष्ट?

मोहन सिंह बिष्ट दिल्ली भाजपा के नेता है और फिलहाल मुस्तफाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने हैं। वे 1998 , 2003 , 2008, 2013, 2020 और 2025 में लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। मोहन सिंह बिष्ट के कैरियर की शुरुआत साल 1976 में पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ में शामिल होने से शुरू हुई। इसके बाद 1992 में हिंदू राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए और स्वयंसेवक बन गए। वे विश्व हिंदू परिषद की दिल्ली इकाई के सक्रिय सदस्य हैं। 1998 से करावल नगर विधानसभा क्षेत्र से वह चुनाव लड़कर जीतते रहे हैं लेकिन साल 2015 में एक बार वह कपिल मिश्रा (तब आम आदमी पार्टी के नेता थे) से चुनाव हार गए थे। यही कपिल मिश्रा अब दिल्ली सरकार में मंत्री बनने जा रहे हैं।

मोहन सिंह बिष्ट जन्म 2 जून 1957 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के अजोली गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम खुशाल सिंह बिष्ट और मां का नाम हीरा देवी है। कम उम्र में ही मोहन सिंह बिष्ट राजनीति की तरफ आकर्षित हो गए थे।

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