पूजा-पाठ या हवन में क्यों जरूरी होता है आम की लकड़ी और पत्ता, जानें इसका महत्व और फायदा
किसी भी पूजा-पाठ में हवन का बहुत ही अधिक महत्व होता है। नवरात्रि हो या गृह प्रवेश सभी शुभ कार्यों में पूजा-पाठ और हवन जरूर होता है। आपने देखा होगा कि मुख्य द्वार पर तोरण भी बांधते हैं। लेकिन क्या आपको पता है मुख्य द्वार पर आम के पत्तों की ही तोरण क्यों बांधते हैं। इसके साथ ही आपने ये भी देखा होगा कि हवन में आम के पेड़ की लकड़ियों का भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है आम की लकड़ी या पत्ता का पूजा में क्यों इस्तेमाल किया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आम की लकड़ी को शुभ माना गया है। भारतीय संस्कृति में आम के पेड़ की लकड़ियों का प्रयोग हवन के रूप में वैदिक काल से ही किया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि हवन में आम की लकड़ी, घी और हवन सामग्री आदि के साथ समिधा करने से घर के आस-पास का वतावरण साफ हो जाती है। इसके साथ ही सकारात्मक ऊर्जाओं का संचार होने लगती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऑफिस के मुख्य द्वार पर आम की पत्तियां लगाने से ऑफिस में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होती है। ऑफिस में प्रवेश करने वाले हर जातक के अंदर सकारात्मक ऊर्जा आने लगती है। इसके साथ ही कारोबार में बढोतरी होता है। सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आम के पत्तों का तोरण द्वार पर लगाने से सभी मांगलिक कार्य बिना किसी विघ्न के पूरे हो जाते हैं। इसके साथ ही घर में बुरी शक्तियां या नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर की मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण करना बेहद ही शुभ माना गया है।
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