महालक्ष्मी की हत्या करके उसकी लाश के टुकड़े करने का गुनाह कबूल कर मुक्ति रंजन ने सुसाइड क्यों किया? इसका खुलासा मुक्ति रंजन की डायरी में लिखे एक नोट से हुआ है। मुक्ति रंजन की लाश ओडिशा के भद्रक जिले में अपने पैतृक गांव भुईनपुर में एक पेड़ पर झूलती मिली थी। उसने पेड़ से फंदा लगाकर सुसाइड कर ली थी। पुलिस को मुक्ति रंजन का बैग, नोटबुक और स्कूटी भी मौके से मिली थी।
नोटबुक में मुक्ति रंजन ने सुसाइड नोट लिखा था और इसके अलावा एक नोट उसने अपनी डायरी में लिखा था, जो उसके बैग में थी। इस डायरी में लिखे नोट के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने दावा किया कि मुक्ति ने अपराध बोध के कारण अपना जीवन समाप्त कर लिया। संदेह है कि मुक्ति ने गिरफ्तारी के डर से भी यह कदम उठाया। बेंगलुरु पुलिस उसे पकड़ने के लिए पिछले कुछ दिन से ओडिशा में डेरा डाले हुए थी। गिरफ्तारी के डर से ही उसने अपनी जान ले ली, क्योंकि पुलिस टीमें उसके करीब पहुंच चुकी थीं।
3 सितंबर को अंजाम दी गई वारदात
बता दें कि मुक्ति (32) और महालक्ष्मी (29) बेंगलुरु के एक मॉल में कपड़ों के आउटलेट में एक साथ काम करते थे। दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे, लेकिन महालक्ष्मी शादी करने का दबाव मुक्ति पर डाल रही थी, जबकि मुक्ति उससे शादी नहीं करना चाहता था। जब मुक्ति शादी के लिए राजी नहीं हुआ तो महालक्ष्मी उस पर दबाव डालने लगी। इसके चलते दोनों के बीच लड़ाई झगड़े और मारपीट होती थी। महालक्ष्मी मुक्ति को धमकाकर उससे पैसे और गहने मांगने लगी थी।
महालक्ष्मी के टॉर्चर से तंग आकर मुक्ति ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद मुक्ति ने लाश ठिकाने के लिए उसके टुकड़े कर दिए और फ्रिज में छिपा दिए। वारदात 3 सितंबर को लड़ाई होने के बाद अंजाम दी गई। उसी दिन से महालक्ष्मी और मुक्ति के गायब होने का सुराग पुलिस को मॉल से मिला और यहीं से पुलिस का शक मुक्ति पर गहराया। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ओडिशा पहुंची, लेकिन तब तक वह सुसाइड नोट लिखकर जान दे चुका था। पुलिस को उसकी लाश मिली।
सुसाइड से पहले मां-भाई को सुनाई कहानी
बेंगलुरु पुलिस के अनुसार, मुक्ति रंजन ने सुसाइड करने से पहले अपनी मां और भाई सत्या को पूरा मामला बताया था। अपनी मां के सामने मुक्ति रंजन ने महालक्ष्मी का मर्डर करने की बात कबूली थी। उसने मां केा बताया था कि वह महालक्ष्मी से प्यार करता है, लेकिन वह उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देती है।
केरल में भी उसने उसे किडनैपिंग केस में गिरफ्तार करा दिया था। मुक्ति आपबीती सुनाते हुए मां के सामने रोया भी था। उसने भाई सत्या को बताया था कि उसने महालक्ष्मी को मारकर उसकी लाश के टुकड़े करके फ्रिज में छिपा दिए हैं, जिन्हें वह ठिकाने लगा देगा, लेकिन इस बीच पुलिस उसके पीछे लग गई और उसने उसने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली।