मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में एके-47 के सप्लायर और हथियार तस्कर के मोबाइल के सहारे नगालैंड से लाई गई दूसरी एके-47 का सुराग पुलिस ढूंढ़ रही है. फॉरेंसिक टीम से मोबाइल की जांच कराई जा रही है. इनके कॉल डिटेल्स से अन्य जानकारी भी मिलने की उम्मीद पुलिस को है. जैतपुर थाना क्षेत्र के पोखरैरा निवासी विकास कुमार और नगालैंड के दीमापुर से गिरफ्तार अहमद अंसारी से पूछताछ के बाद पुलिस अधिकारियों का मानना है कि दो एके-47 रायफल मुजफ्फरपुर लाई गई थी।
6 लाख की डील तो 12 क्यों दिए: विकास ने अपने बयान में कहा है कि सात लाख रुपये में एक एके-47 की डील हुई थी. वहीं, अहमद अंसारी ने अपने बयान में कहा है कि छह लाख में एक एके-47 की डील हुई. वहीं, जब उसका बैंक खाता खंगाला गया तो स्पष्ट हुआ कि विकास ने अहदम के खाते में 12 लाख रुपये भेजे थे. इसके अलावा कैश रुपये भी दिए।
किसी ने नहीं दी जानकारी: इस तरह स्पष्ट हो रहा है कि दो एके-47 हथियार की डील हुई. इसमें कुढ़नी के मुखिया फकुली थाना के मनकौली निवासी नंद किशोर राय उर्फ भोला राय के पुत्र देवमणि की निशानेदही पर एक एके 47 हथियार बरामद हुई. वहीं, दूसरी किसे बेची गई भी इसकी जानकारी स्वीकारोक्ति बयान में न तो विकास ने दी न ही अहमद ने।
खंगाला जा रहा मोबाइल: अब पुलिस दोनों के मोबाइल कॉल को खंगाल रही है. विकास के मोबाइल से 16 शराब धंधेबाजों के संपर्क का सुराग मिला है. ये शराब धंधेबाज सैरया, कुढ़नी, मोतीपुर, कांटी और वैशाली के हैं. इन शराब धंधेबाजों का लिंक बड़े आपराधिक गैंग से भी है. इस तरह पुलिस अब दूसरी एके-47 की बरामदगी के लिए शराब सिंडिकेट के बड़े धंधेबाजों के नंबरों के कॉल को खंगालेगी।
सीडीआर निकाली जा रही: उनकी सीडीआर निकाली जा रही है. अगले दो दिनों में मोबाइल कॉल विश्लेषण से उन्हें चिह्नित करने का निर्देश एसएसपी राकेश कुमार ने डीआईयू को दिया है. मुजफ्फरपुर और उत्तर बिहार में एके-47 ऑपरेशन के लिए बड़ी कार्रवाई की तैयारी है।
7 मई का मामला: बता दें कि पुलिस ने बीते 7 मई को मुजफ्फरपुर स्टेशन से विकास और सत्यम को गिरफ्तार किया था. उनके पास से एके-47 के बट और दूरबीन मिले थे. पूछताछ में उसने खुलासा किया था कि हथियार मनकौली गांव में देवमणि के पास है. देवमणि को गिरफ्तार किया गया तो उसने अपने घर के पास श्मशान में पुलिया के नीचे छिपाकर रखी गई एके-47 को निकाला. पांच गोलियां भी देवमणि की निशानदेही पर मिली थीं।