गुरुवार को दोपहर करीब 1.30 बजे भारत में कई स्मार्टफोन पर यूजर्स को ‘आपातकालीन चेतावनी: गंभीर’ संदेश मिला। जो तेज आवाज के साथ लोगों तक पहुंचा। बता दें कि यह सरकार द्वारा भेजा गया एक संदेश है, जो इस बात की जानकारी देता है कि सरकार एक प्लैश अलर्ट की तैयारी कर रही है।
फ्लैश संदेश में लिखा है-
यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक सेंपल टेस्टिंग मैसेज है। कृपया इस मैसेज को अनदेखा करें क्योंकि आपकी ओर से किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं है। यह संदेश टेस्ट पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण। इसका उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है।
क्यों भेजा गया मैसेज
यह नोटिफिकेशंस वास्तव में दूरसंचार विभाग द्वारा अपनी आपातकालीन चेतावनी प्रणाली की जांच करने के लिए भेजा गया एक परीक्षण संदेश था। दूरसंचार विभाग के एक बयान में कहा गया है कि विभिन्न मोबाइल ऑपरेटरों और सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम के सिस्टम की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए ये परीक्षण समय-समय पर देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में किए जाएंगे।
सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम
DoT के अनुसार, सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक ऐसी तकनीक है, जो सरकार को एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र के भीतर सभी मोबाइल डिवाइस पर आपदा प्रबंधन के लिए जरूरी और समय-संवेदनशील संदेश भेजने की अनुमति देती है, भले ही प्राप्तकर्ता निवासी हों या आगंतुक।
क्यों जरूरी है ये ब्रॉडकास्ट सिस्टम
सरकार ने कहा कि अलर्ट सिस्टम यह सुनिश्चित करती है कि आवश्यक आपातकालीन जानकारी अधिकतम लोगों तक समय पर पहुंचे। इसका उपयोग सरकारी एजेंसियों और आपातकालीन सेवाओं द्वारा जनता को संभावित खतरों के बारे में सूचित करने और उन्हें सूचित रखने के लिए किया जाता है। सेल ब्रॉडकास्ट का उपयोग आमतौर पर आपातकालीन अलर्ट देने के लिए किया जाता है, जैसे सुनामी, अचानक बाढ़, भूकंप आदि जैसे गंभीर मौसम की चेतावनी।