वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट पेश किया. उन्होंने साल 2024-25 के लिए 47.66 लाख करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पेश किया. इस बजट में टैक्सपेयर्स को कोई राहत नहीं मिली है. बजट के बाद आम लोगों की नजर इस बात पर टिकी रहती है कि उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल की जाने वाले चीजों में क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा.
इस बार के बजट में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला. जीसएटी के लागू होने के बाद से देश में किसी भी सामान का सस्ता या महंगा होना एक्साइज ड्यूटी में बदलाव करने पर निर्भर होता है. साल 2024-25 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक्साइज ड्यूटी पर कुछ नहीं बोला.
इस वजह से अभी कुछ भी महंगा और सस्ता नहीं होगा. संसद भवन में अपना छठा बजट पेश कर रहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 56 मिनट ही भाषण दीं. उन्होंने जुलाई में पूर्ण बजट पेश करने की बात कहीं. इस बार रक्षा मंत्रालय को सबसे अधिक तो कृषि मंत्रालय को सबसे कम बजट आवंटित किया गया. वर्तमान घरेलू कंपनियों के लिए कॉरपोरेट इनकम टैक्स दर 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी की गई. मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की नई कंपनियों के लिए कॉरपोरेट इनकम टैक्स दर 15 फीसदी की गई है.