भारत बनाम अफगानिस्तान के बीच मोहाली में खेले गए पहले टी20 मैच में जहां शिवम दुबे ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया तो वहीं रिंकू सिंह एक बार फिर से मैच को खत्म करने के बाद नाबाद पवेलियन लौटने में कामयाब रहे। रिंकू को पिछले साल टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू करने का मौका मिला था और उसके बाद से वह टीम के लिए एक फिनिशर की भूमिका में दिखाई दिए हैं। रिंकू ने अब तक खेले 13 टी20 मैचों में 180 से अधिक के स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाए हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ रिंकू से जब उनकी इस भूमिका को लेकर पूछा गया तो उन्होंने अपने जवाह में इसका श्रेय सीधे पूर्व भारतीय कप्तान और वर्ल्ड क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में से एक माने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी को दिया।
मुझे छठे नंबर पर खेलना काफी अच्छा लगता है
अफगानिस्तान के खिलाफ मुकाबले में रिंकू सिंह को नंबर-6 की पोजीशन पर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर भेजा गया, जिसमें उन्होंने 9 गेंदों का सामना करते हुए 2 चौकों की मदद से 16 रनों की पारी खेली। रिंकू ने इस मैच के बाद अपनी भूमिका को लेकर कहा कि मुझे छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने और मैच खत्म करने की आदत है। मैं अपने इस काम से काफी खुश हूं। इस नंबर पर मुझे बहुत अधिक गेंदों का सामना करने या फिर अधिक रन बनाने का मौका नहीं मिलता है और ये बात मैं बल्लेबाजी के दौरान खुद से कहता रहता हूं।
वहीं रिंकू ने अपने इस बयान में आगे कहा कि मैंने एमएस धोनी से इस बारे बात की है और उन्होंने बस मुझे ये सलाह दी है कि गेंद के हिसाब से रिएक्ट करूं, शांत रहूं और बस यही मैं करता हूं। मैं बल्लेबाजी के समय अधिक कुछ नहीं सोचता और गेंद के हिसाब से उसे खेलने का प्रयास करता हूं।
वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाने के लिए अपनी दावेदारी पेश करने का रिंकू के पास आखिरी मौका
भारतीय टीम की टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले ये इस फॉर्मेट में आखिरी सीरीज है, ऐसे में रिंकू सिंह के पास वर्ल्ड कप टीम में अपने चयन की दावेदारी पेश करने के लिए ये शानदार मौका है। रिंकू ने अब तक 13 टी20 मैचों में 69.5 के औसत से 278 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतकीय पारी भी शामिल है, इसके अलावा टी20 इंटरनेशनल में रिंकू अब तक 28 चौके और 14 छक्के लगा चुके हैं।