यूपी के सहारनपुर की एक मां ऐसी भी है, जिसके दो जवान बेटों की पड़ोसी ने निर्मम हत्या कर दी थी। पति की पहले ही मौत हो चुकी थी। बेटों की चाह में बेबस मां ने आईवीएफ का सहारा लिया और दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया।
अब मां अपने इन दोनों बच्चों में राम-लखन की जोड़ी की तरह पुराने बेटों की झलक देखकर जीवन व्यतीत कर रही है। उन्होंने दोनों बच्चों का नामकरण भी अपने मारे जा चुके बेटों के नाम पर किया है।
माधो नगर निवासी उर्मिला देवी के पति का लंबे समय पहले ही बीमारी के चलते निधन हो गया था। परिवार में दो बेटे ही रह गए थे। पति के साथ छोड़ने के बाद उर्मिला ने अपना पूरा जीवन बेटों के नाम कर दिया था। बेटे धीरे धीरे बेटे बड़े होते गए, परिवार भी बड़ा हो गया। वर्ष 2018 में बड़े बेटे आशीष की शादी कर दी। पत्नी गर्भवती भी हो गई थी।
लेकिन, इसी दौरान परिवार में ऐसा मोड़ आया कि पूरा घर बिखर गया। पड़ोसी से पिछले लंबे समय से गोबर डालने को लेकर विवाद चल रहा था। 18 अगस्त 2019 में अलसुबह पड़ोसी से विवाद गहरा गया और पड़ोसी के आक्रोशित परिवार ने उर्मिला के पूरे परिवार पर हमला बोल दिया। जिसमें आशीष और उसके छोटे भाई आशुतोष की निर्मम हत्या कर दी। इस हमले में उर्मिला और आशीष की पत्नी भी चोटिल हुई थीं।
इस घटना के कुछ समय बाद आशीष की पांच माह की गर्भवती पत्नी भी उसको छोड़कर मायके चली गई और कुछ समय बाद दूसरी शादी कर दी। घर में उर्मिला अकेली रह गई। उनको घर की दीवारें हर समय जवान बेटों की याद दिलाती थी। बेटों को दोबारा पाने की चाह में उर्मिला ने मजबूत कदम उठाया और आईवीएफ का सहारा लिया।
आइवीएफ के जरिए संतान करने का निर्णय लिया। कुदरत का करिश्मा रहा कि आईवीएफ पद्धति से प्रक्रिया एक बच्चे के लिए हुई थी, लेकिन, दो जुड़वा बच्चों ने घर में एक साथ जन्म दिया। जुड़वा बच्चों के जन्म के बाद उर्मिला की खुशी का कोई ठिकाना न रहा। बच्चों के नाम पर आशीष और आशुतोष ही रखा। अब बच्चे धीरे धीरे बड़े हो रहे हैं।