‘ना पिएंगे और ना पीने देंगे’, लोगों ने शराबमुक्त गांव बनाने का लिया संकल्प
एक कहावत है ठेस लगने से बुद्धि बढ़ती है, इसका अर्थ है कि जबतक कोई नुकसान, कष्ट या फिर असफलता नहीं मिलती तक जीवन का अनुभव प्राप्त नहीं होता है. यह कहावत अब मोतिहारी के एक गांव में चरितार्थ होती दिख रही है. पूर्व में जहरीली शराब से मौत से लोगों ने सीख ली और अब शराब मुक्त गांव बनाने का फैसला लिया है.
शराब से दूर रहने का संकल्प: जिले के रघुनाथपुर थाना क्षेत्र में लक्ष्मीपुर गांव के लोगों ने नया साल में नया संकल्प लिया है. शराब नहीं पीने, ना ही पिलाने और ना ही बेचने देने की कसम खायी है. मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने लोगों के इस पहल की सराहना की और उन्हें शपथ भी दिलायी. गांव के लोगों ने एक साथ संकल्प लिया.
अधिकारी ने दिलायी शपथ: गांव के सभी महिला-पुरुष और जनप्रतिनिधियों ने एसपी के सामने हाथ उठाते हुए कहा ‘हम लक्ष्मीपुर निवासी शपथ लेते हैं, ना शराब पीएंगे, ना शराब पीने देंगे, ना शराब बेचने देंगे.’ ग्रामीणों के शपथ लिए जाने के मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी ने लोगों का हौसला अफजाई की. कहा कि इस गांव के लोगों ने शराब का सेवन नहीं करने की शपथ ली है.
“यह एक अच्छी पहल है. इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा. सभी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि अपने थाना क्षेत्र में दो-दो गांव को चिह्नित कर गांवों को शराब और ड्रग मुक्त बनाया जाएगा. गांव के लोगों ने स्वयं इस तरह का संकल्प लिया है.” -स्वर्ण प्रभात, एसपी, मोतिहारी
कई लोगों की हो चुकी है मौत: पूर्वी चंपारण जिला में वर्ष 2023 में जहरीली शराब कांड में कई दर्जन लोगों की मौत हुई थी. तुरकौलिया प्रखंड के कई गांव में जहरीली शराब के सेवन से काफी लोगों की मौत हुई थी. लक्ष्मीपुर गांव के एक टोला में जहरीली शराब से चार लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. इसी घटना से लोगों ने सीख ली.
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