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‘किसी पंजाबी पर जुल्म को बर्दाश्त नहीं करेंगे’, नौजवान की मौत से भड़के सीएम भगवंत मान

ByKumar Aditya

फरवरी 22, 2024
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पंजाब से हजारों किसानों के समूह ने दिल्ली मार्च का ऐलान किया है। हालांकि, बीते कई हफ्तों से पंजाब के किसानों को हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर पर ही रोक दिया है। पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों और हरियाणा पुलिस के बीच बुधवार को हिंसक झड़प की भी खबरें सामने आई हैं जिसमें प्रदर्शन में शामिल पंजाब के नौजवान के मौत की खबर है। अब पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी सामने आकर इस घटना पर गुस्सा जाहिर किया है।

जुल्म को बर्दाश्त नहीं करेंगे- भगवंत मान

पंजाब-हरियाणा सीमा पर जैसे ही एक नौजवान की मौत की खबर फैली तो पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तुरंत सामने आए। उन्होंने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर 21 साल के शुभकरण की मौत हुई है। भगवंत मान ने कहा कि वो इस मामले की पूरी जांच कराएंगे और किसी पंजाबी पर जुल्म को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भगवंत मान ने केंद्र सरकार से अपील की कि वो किसानों पर जुल्म करने के बजाए बातचीत से मसले का हल निकाले।

हरियाणा सरकार किसानों को ना रोकती तो…

भगवंत मान ने कहा है कि मेरा फर्ज है कि मैं केंद्र और किसान संगठनों के बीच में पुल का काम करूं। मांगे मानना केंद्र का काम और प्रस्ताव मानना संगठनों का काम है। उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली जाना चाहते हैं और अगर हरियाणा सरकार उन्हें ना रोकती तो किसान आगे बढ़ जाते। मान ने बताया कि 22 जनवरी 2021 के बाद किसानों के साथ कोई मीटिंग नहीं हुई।

पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर बिल्कुल ठीक- भगवंत मान

भगवंत मान ने कहा है कि आज हमने SSF की गाड़ियां और एंबुलेंस किसानों के लिए बॉर्डर पर लगा दिए हैं। साथ ही 2 मंत्री और एक MLA जो आंखों के डॉक्टर है, उनकी भी ड्यूटी लगाई गई है। मान ने कहा कि मैं शुभकरण के परिवार के साथ खड़ा रहूंगा और मौत की जांच होगी व कार्रवाई की जाएगी। पंजाब के सीएम ने आगे कहा कि पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर बिल्कुल ठीक है, मैं सभी से शांति की अपील करता हूं।

शांति बनाए रखना जरूरी- अर्जुन मुंडा

किसानों के उग्र प्रदर्शन के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बुधवार को कहा कि केंद्र सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्स पर लिखा, “चौथे दौर के बाद सरकार पांचवें दौर में एमएसपी की गारंटी की मांग, फसल विविधीकरण, पराली मुद्दा, एफआईआर जैसे सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। मैं किसान नेताओं को फिर से चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं। हमारे लिए शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है।”