पटना: प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के बाद जल्द ही बिहार की राजनीति में एक और नई पार्टी की दस्तक हो सकती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद खास रह चुके बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह नई पारी की शुरुआत करने की तैयारी में हैं. इसके संकेत आज उनके समर्थकों ने पोस्टर के माध्यम से दे दिए हैं. जिसमें ये बताने की कोशिश की गई है कि टाइगर अभी जिंदा है और जल्द वापसी करेंगे.
‘टाइगर अभी जिंदा है..’
राजधानी में आरसीपी सिंह को लेकर जो पोस्टर लगाया गया है, वह चर्चा का विषय बन गया है. उनके समर्थकों ने पटना में कई जगहों पर सड़क किनारे उनका पोस्टर लगाया है. जिसमें साफ-साफ लिखा है, ‘टाइगर अभी जिंदा है.. Tiger Return’
क्या नई पार्टी बनाएंगे आरसीपी सिंह?
पिछले कुछ दिनों से इस बात की भी चर्चा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जल्द ही अपनी नई पार्टी बना सकते हैं. वह 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं. हालांकि इस बारे में अभी तक उन्होंने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बोला है लेकिन अलग-अलग चैनलों से बातचीत करते हुए उन्होंने इस बात के संकेत जरूर दिए हैं कि वह आने वाले दिनों में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. इस दिशा में तेजी से वह आगे बढ़ चुके हैं.
बीजेपी से आरसीपी का मोहभंग
बिहार की सियासत में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आरसीपी सिंह का बीजेपी से पूरी तरह से मोहभंग हो चुका है. नीतीश कुमार से नाराजगी के बाद जब 11 मई 2023 को उन्होंने दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी, तब नीतीश महागठबंधन के साथ थे. ऐसे में उनको लगा कि भारतीय जनता पार्टी में उनकी सियासी महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी लेकिन जनवरी 2024 में नीतीश की एनडीए में वापसी के बाद आरसीपी नेपथ्य में चले गए. लोकसभा चुनाव में न तो उनको टिकट मिला और न ही चुनाव प्रचार में तवज्जो मिली. पार्टी में कोई पद भी नहीं मिला, जिस वजह से वह खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं.
कौन हैं आरसीपी सिंह?
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है. बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले आरसीपी आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. 66 वर्षीय सिंह जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. वह तीन बार राज्यसभा के सांसद भी रहे हैं. केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार में वह 2021 से 2022 के बीच इस्पात मंत्री भी रह चुके हैं. बाद में नीतीश कुमार से नाराजगी के बाद पार्टी छोड़ दी थी.