भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। शुक्रवार को दोनों अहम सूचकांक निफ्टी और सेंसेक्स लाल निशान में बंद हुए। ऐसे में क्या अगले हफ्ते बाजार में तेजी लौटेगी या जारी रहेगी गिरावट? आपको बता दें कि इस बार गुरुनानक जयंती के अवसर पर सोमवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे। शेयर मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इस सप्ताहांत के छुट्टी के कारण लंबे होने से शेयर बाजार काफी हद तक वैश्विक रुझानों से ही तय होंगे। विश्लेषकों का कहना है कि शेयर बाजार व्यापक आर्थिक आंकड़ों पर भी निर्भर रहेंगे। विदेशी निवेशकों की कारोबारी गतिविधियों और डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
बाजार में कमजोरी रहने का अनुमान
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा कि वैश्विक रुझान अपेक्षाकृत मंद हैं। बाजार भागीदार कच्चे तेल की कीमतों, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक में उतार-चढ़ाव पर बारीकी से नजर रखेंगे। घरेलू व्यापक आर्थिक मोर्चे पर जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए जीडीपी आंकड़े बृहस्पतिवार को जारी किए जाएंगे। विनिर्माण क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) आंकड़े शुक्रवार को घोषित किए जाएंगे। मासिक बिक्री आंकड़ों की घोषणाओं के बीच वाहन कंपनियां सुर्खियों में बनी रहेंगी।
ये फैक्टर डालेंगे बाजार पर असर
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि अमेरिकी जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़े, कच्चे तेल की सूची, अमेरिकी पीएमआई आंकड़े और यूरोजोन कोर सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) आंकड़े बाजार की दिशा तय करेंगे। पिछले सप्ताह बीएसई बेंचमार्क 175.31 अंक यानी 0.26 प्रतिशत चढ़ा और निफ्टी 62.9 अंक यानी 0.31 प्रतिशत बढ़ा। मीणा ने कहा कि पिछले सप्ताह बाजार काफी हद तक शांत रहे, प्रमुख सूचकांकों में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के.विजयकुमार ने कहा कि कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रम हैं जो भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के प्रवाह को प्रभावित कर सकते हैं। अमेरिका में मुद्रास्फीति में उम्मीद से बेहतर गिरावट ने बाजार को इस बात पर विश्वास दिला दिया है कि फेडरल बैंक ने दरों में बढ़ोतरी का फैसला कर लिया है।