बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का तबादला राजस्व विभाग भूमि सुधार विभाग में कर दिया गया था. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में उनके नाम का बोर्ड भी लग गया था. लेकिन आज अचानक वह बोर्ड हटा दिया गया है. विभाग के अधिकारी इस बाबत कुछ बोलने को तैयार नहीं है. लेकिन जिस तरह से बोर्ड हटाया गया है निश्चित तौर पर कई तरह की बातें केके पाठक के बारे में कही जा रही है. लोग तो यहां तक कहने लगे हैं कहीं फिर से शिक्षा विभाग में केके पाठक नहीं वापस आ रहे हैं।
विभाग का दायित्व नहीं लेना चाहते: सूत्रों से मिली खबर के अनुसार केके पाठक राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दायित्व नहीं लेना चाहते हैं. वह चाहते हैं शिक्षा विभाग में ही रहे. सूत्रों से खबर आ रही है कि इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से निवेदन भी किया है. बता दें कि केके पाठक 30 जून तक अवकाश पर रहेंगे।
विवादों में रहे केके पाठक : बता दें कि केके पाठक जब से शिक्षा विभाग में आए थे तब से विवादों में ही रहे. हाल में राजभवन से उनका विवाद तूल पकड़ लिया था. साथ ही स्कूलों में छुट्टी को लेकर भी केके पाठक नाराज हो गए थे. केके पाठक के छुट्टी पर जाने के बाद राज भवन में राज्यपाल की अध्यक्षता में शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ और कुलपतियों की बैठक हुई फिर शिक्षा विभाग में भी बैठक हुई और समस्याओं के निदान की ओर कदम बढ़ाया गया।
एस सिद्धार्थ बने रहेंगे ACS : बढ़ते विवाद के कारण ही के के पाठक का शिक्षा विभाग से जाना तय माना जा रहा था और आज उनको शिक्षा विभाग से हटा दिया गया. इसके अलावा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ को अगले आदेश तक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।