रेलवे यात्रा के दौरान किसी भी मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन समस्तीपुर रेलवे अस्पताल की मेडिकल टीम ने एक सराहनीय कार्य किया। ट्रेन में प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को तुरंत अस्पताल लाकर सुरक्षित प्रसव कराया गया, जिससे जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
समस्तीपुर रेलवे अस्पताल के सीएमएस डॉ. सुनील कुमार के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने ट्रेन संख्या 18419 के बोगी नंबर एस-06 पर यात्रा कर रही जाहिदा खातुन, पत्नी मो. इजहार, थाना बाजपट्टी (सीतामढ़ी) को प्रसव पीड़ा होने की सूचना मिलने पर तत्परता से कार्य किया। रेलवे अस्पताल से पूरी तैयारी के साथ मेडिकल टीम स्टेशन पर पहुँची और प्रसूता की गंभीर अवस्था को देखते हुए उन्हें अतिशीघ्र एम्बुलेंस से मंडलीय रेलवे अस्पताल, समस्तीपुर लाया गया। डॉ. पायल मिश्रा, सीएमपी/स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने जिसमें शशि कुमारी, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक/इमरजेन्सी, रेणू कुमारी, मुख्य नर्सिंग अधीक्षक एवं एकता कुमारी, नर्सिंग अधीक्षक शामिल थीं, ने सुरक्षित प्रसव कराया।
डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि रेलवे के कॉमर्शियल कंट्रोल द्वारा उन्हें सूचना मिली थी, जिसके बाद मेडिकल टीम तुरंत हरकत में आई। मेडिकल टीम की तत्परता और कुशलता के कारण महिला और उसके नवजात दोनों ही सुरक्षित हैं। यह टीम वर्क और समर्पण का एक बेहतरीन उदाहरण है।
इस घटना से यह साबित होता है कि रेलवे अस्पताल की मेडिकल टीम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मेडिकल टीम के समय पर हस्तक्षेप और सही निर्णय लेने के कारण ही यह संभव हो पाया है कि एक जीवनदायिनी घटना को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सका।