बाढ़ स्टेशन पर महिलाएं कर रहीं खतरनाक काम, प्रशासन भी पूरी तरह से बेपरवाह; कब तक होगा एक्शन?

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बिहार के बाढ़ रेलवे स्टेशन पर पुराने जमाने के बनाए गए ऊपरी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद रेल प्रबंधन ने ऊपरी पुल को बंद कर दिया है। अब उसे तोड़कर हटाने के बाद नए पुल निर्माण करने की कवायद में जुटा हुआ है। लेकिन प्लेटफार्म बदलने के लिए महिलाएं नए पुल का उपयोग नहीं कर रही हैं।

बिहार के बाढ़ रेलवे स्टेशन पर पुराने जमाने के बनाए गए ऊपरी पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद रेल प्रबंधन ने ऊपरी पुल को बंद कर दिया है। अब उसे तोड़कर हटाने के बाद नए पुल निर्माण करने की कवायद में जुटा हुआ है।

लेकिन, प्लेटफार्म बदलने के लिए महिलाएं नए पुल का उपयोग नहीं कर रही हैं। बंद किए गए ऊपरी पुल को गलत तरीके से पार करते हुए करीब चार से पांच फीट बैरिकेडिंग को खतरनाक तरीके से पार कर महिलाएं प्लेटफार्म बदलने का काम कर रही हैं। जो की जानलेवा साबित हो सकती है। थोड़ी सी चुक हो जाने से महिलाएं गिरकर जख्मी हो सकती हैं।

बख्तियारपुर में अप एवं डाउन लाइन की सभी ट्रेन मेमो पर चल रहीं

बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) लिंक के समीप सिग्नल बदलने के चल रहे कार्य के कारण अप एवं डाउन लाइन की सभी ट्रेन मेमो पर चल रही है, इस दौरान डाउन लाइन की सभी ट्रेन बख्तियारपुर एवं अप लाइन की सभी ट्रेन अथमलगोला स्टेशन पर रुक रही हैं।

सभी ट्रेन के चालकों को सिग्नल के बदले मेमो दिया जाता है और मेमो मिलने के बाद ट्रेन आगे की ओर रवाना होती है। जिसके कारण वंदे भारत समेत कई ट्रेनें विलंब से चल रही हैं।

विदित हो कि बख्तियारपुर लिंक के समीप एनटीपीसी कोयला ले जाने हेतु पटना हावड़ा मेन लाइन के ऊपर रेल पुल बनाया जा रहा है, पुल बन जाने के बाद मेन लाइन के ऊपर से मालगाड़ी कोयला लेकर निर्वाध रुप से एनटीपीसी आवागमन करेगी।

इसी सिलसिले में बख्तियारपुर लिंक के समीप सिग्नल बदला जा रहा है। इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि बख्तियारपुर लिंक के समीप सिग्नल बदलने का कार्य चल रहा है जिसके कारण मेमो पर ट्रेन ट्रेन चलाया जा रहा है।

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