महिला सशक्तिकरण अभियान को अब वैश्विक स्तर पर मजबूत किया जाएगा। इस मिशन के लिए भारत का साथ अमेरिका भी देगा। क्योंकि पीएम मोदी के मिशन की तरह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी महिलाओं को सशक्त बनाने का अभियान चला रहे हैं। महिलाओं संबंधी वैश्विक मामलों के लिए अमेरिका की राजदूत डॉ.गीता राव गुप्ता जी-20 सम्मेलन में भाग लेने और अपने भारतीय समकक्षों से मुलाकात करने के लिए एक अगस्त से आठ अगस्त तक भारत की यात्रा पर हैं। भारतीय मूल की राव की इस यात्रा का मकसद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की इस क्षेत्र और दुनियाभर में लैंगिक समानता नीति संबंधी प्राथमिकताओं को सामने लाना और उन्हें आगे बढ़ाना है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की मंगलवार को जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, राव ने गुजरात से यात्रा शुरू की, जहां वह ‘महिलाओं के आर्थिक प्रतिनिधित्व के सशक्तीकरण और प्रगति (जी20 एम्पावर) सम्मेलन’ में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी। विज्ञप्ति में बताया गया कि वह महिला सशक्तीकरण पर जी20 मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भी भाग लेंगी। भारत की उनकी यात्रा आठ अगस्त को समाप्त होगी और इस दौरान वह मुंबई और बेंगलुरु में रुकेंगी।
भारतीय महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने पर बल
राव महिलाओं संबंधी वैश्विक मामलों पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की चौथी राजदूत हैं और वह इस पद पर काबिज हेाने वाली पहली अश्वेत महिला हैं। वह पांच-छह अगस्त को मुंबई में होंगी, जहां वह निजी क्षेत्र एवं नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण वार्ता करेंगी। इसके बाद वह बेंगलुरु जाएंगी। उनके साथ दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के लिए अमेरिकी उप सहायक मंत्री नैन्सी इज्जो जैक्सन भी होंगी। राव सात अगस्त को ‘वीकनेक्ट’ अंतरराष्ट्रीय एशिया प्रशांत सम्मेलन को संबोधित करेंगी। राव बेंगलुरु में भारतीय महिलाओं के अधिकारों और सशक्तीकरण के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए प्रभावशाली महिला नेताओं और नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगी।