उत्तर-पूर्वी अफ्रीका में स्थित एक देश है सूडान। क्षेत्रफल के हिसाब से अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा यह देश लंबे समय से युद्ध में फंसा हुआ है। इस जंग का सबसे बुरा असर पड़ा है यहां की महिलाओं पर जो अपना और अपने घरवालों का पेट पालने के लिए अपनी इज्जत का सौदा करने के लिए मजबूर हो गई हैं। 1956 में आजादी पाने वाला यह देश असल मायनों में कभी आजाद हो ही नहीं पाया। हिंसा, लालच और सत्ता की लड़ाई ने इस देश को धरती पर ही नर्क जैसा बना दिया है।
सूडान के ओम्डरमैन नामक शहर में सर्वाइव करने के लिए संघर्ष कर रही महिलाओं का कहना है कि उन्हें खाने के बदले सैनिकों के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार ओम्डरमैन में लड़ाई के दौरान वहा से भागने में नाकाम रहीं 2 दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने साथ अत्याचार की कहानियां बताईं। उन्होंने कहा कि अपना और अपने परिवार का पेट भरने के लिए या सूडान की सेना के सैनिकों के साथ सेक्स करने के अलावा उनके पास कोई रास्ता नहीं था।
बुजुर्ग और बीमार मां-बाप का कैसे रखें ख्याल?
एक महिला ने कहा कि उसके माता-पिता बुजुर्ग हैं और 18 साल की एक बेटी है। परिवार के लिए भोजन का इंतजाम करने के लिए उसके पास सैनिकों के साथ सेक्स करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। उसने कहा कि मेरे माता-पिता बुजुर्ग और बीमार हैं। मैं अपनी बेटी को खाना ढूंढने के लिए नहीं भेज सकती थी। मैं सैनिकों के पास गई क्योंकि खाना पाने का यही एकमात्र रास्ता था। फैक्टरी एरिया में सैनिक हर तरफ मौजूद रहते हैं। यह महिला पहले घरों में हाउसहेल्प के तौर पर काम किया करती थी।
गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार एक ओम्सडरमैन की एक अन्य महिला ने बताया कि सैनिकों के साथ सेक्स करने के बाद उसे खाली पड़े घरों से भोजन, किचन के कुछ टूल्स और परफ्यूम आदि चीजें ले जाने की परमिशन मिली थी। महिला ने कहा कि मैं चोर नहीं हूं। मैंने जिस तरह की स्थिति का सामना किया है उसे मैं शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है। मैं अपने किसी दुश्मन के लिए भी नहीं चाहूंगी कि उसके साथ ऐसा कुछ हो। मैंने ऐसा केवल इसलिए किया क्योंकि मुझे अपना और अपने बच्चों का पेट पालना था।
लाखों की हो चुकी मौत, करोड़ों हुए विस्थापित
इस देश में चल रहे संघर्ष के चलते दसियों हजारों लोगों की जान जा चुकी है और 1 करोड़ से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। हाल ही में आई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार इस देश के करीब 2.6 करोड़ लोग खाद्य असुरक्षा के गंभीर स्तर का सामना कर रहे हैं। देश में सैनिकों द्वारा यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट्स 15 अप्रैल 2023 को संघर्ष की शुरुआत होने के कुछ दिन बाद ही सामने आने लगी थीं। कुछ महिलाओं ने यह भी बताया कि खाली पड़े घरों में रहने की परमिशन के लिए भी सैनिक सेक्स के लिए कहते हैं।