बिहार के वैशाली लोकसभा में महिलाओं का जलवा है. महिलाएं घूंघट में अपने मतदान केंद्रों पहुंचकर जमकर वोट डाल रही हैं. वहीं पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की लंबी कतारें देखने को मिल रही है. बरूराज विधानसभा के मोतीपुर के सिंगराइला निवासी अनीता देवी ने बताया कि उनके घर के पुरुष बाहर हैं. वो अपनी बहू के साथ रहती हैं और पोता भी है, जिसे लेकर ही मतदान केंद्र पर आई हैं।
“अपनी बहू अंजली को एक दिन पहले ही बोल दिया था की मतदान करना है, इसके लिए सुबह में निकलना है. मतदान के बाद ही जलपान होगा. हम सास-बहू ने एक साथ जाकर वोट डाला है और अब घर जाकर बाकी के काम निपटाएंगे.”-अनीता देवी, मतदाता
मतदान केंद्र पर लगी महिलाओं की भीड़: वहीं दामोदरपुर की रहने वाली मोबिना खातून का मतदान केंद्र दामोदरपुर मदरसा के पास था. वे अपनी 70 वर्षीय सास आसमा खातून को लेकर वोट डालने पहुंची थी. उन्होंने कहा की सास की तबीयत खराब थी लेकिन, वह वोट गिराने की जिद्द करने लगीं. उन्होंने कहा की यह उनका अधिकार है, सरकार बनाने में उनका भी अहम किरदार है, जिसके लिए वो मतदान करेंगी. उनके पैरों में तकलीफ थी, फिर भी वो चलने के लिए राजी थी. इसके बाद भी उन्होंने मतदान किया. उन्होंने कहा कि विकाश के मुद्दे पर वोट डाला है।
विकास का मुद्दा बना अहम: इधर 67 वर्षीय शाहजहां खातून भी अपना वोट डालने के लिए वोटिंग बूध पर पहुंची थी. उन्होंने कहा की सुबह जल्दी उठकर, नमाज अदा किया. इसके बाद सुबह में ही अपने मतदान केंद्र पर लाइन में जाकर खड़ी हो गईं. वे लंबे समय से अपना वोट डालती आ रही है. उन्होंने कहा कि वे काफी खुश है कि वो मतदान करने आईं. उनका मत आने वाले पीढ़ी के लिए है ताकि, उनके बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके. उन्होंने विकाश के मुद्दे पर अपना वोट डाला है।