भागलपुर:गर्मी के बढ़ते तेवरों के बीच भी भागलपुर जिले में महिलाओं का महिला संवाद कार्यक्रमों के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ। उनके अदम्य जोश के सामने मौसम भी मेहरबान होता दिख रहा है। आज जिले के विभिन्न प्रखंडों में 30 जीविका महिला ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें 7,000 से अधिक महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
महिला संवाद के तहत, महिलाएं न केवल अपनी निजी जरूरतों पर चर्चा कर रही हैं, बल्कि सामुदायिक विकास के मुद्दों पर भी गंभीर मंथन कर रही हैं। सामुदायिक विवाह भवन, शौचालय, पुस्तकालय, अनाज भंडारण और कोल्ड स्टोरेज जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण की मांग महिलाओं की प्राथमिकता में शामिल हो गई है। इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर सृजित करने, प्रशिक्षण सुविधाएं बढ़ाने और स्थानीय बाजार उपलब्ध कराने की मांग भी जोर पकड़ रही है।
अब तक जिले के 1820 जीविका महिला ग्राम संगठनों में से 295 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम संपन्न हो चुके हैं, जिनमें 65 हजार से अधिक महिलाएँ भाग ले चुकी हैं। कार्यक्रमों में महिला सहभागिता का स्तर लगातार बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि महिला संवाद में अब पुरुष वर्ग की भी सहभागिता देखने को मिल रही है, जो समाज में हो रहे सकारात्मक बदलाव का संकेत है।
महिला संवाद का आयोजन ग्राम संगठन स्तर पर गठित आयोजन समितियों द्वारा किया जा रहा है, जिसमें अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और सामाजिक कार्य समिति की सदस्य दीदियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कार्यक्रम के दौरान सरकार की योजनाओं से महिलाओं को वीडियो फिल्मों के माध्यम से अवगत कराया जाता है तथा खुला संवाद कर उनके विचार व आकांक्षाओं को मोबाइल ऐप के जरिये संकलित किया जा रहा है।
महिलाओं का यह संवाद बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम है। जहां पहले महिलाएं घरों की दहलीज तक सीमित थीं, वहीं अब वे संगठित होकर सामाजिक और आर्थिक बदलाव की अगुवा बन रही हैं।