पर्चा वापिस करने पर कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक को पीटा
नामांकन वापसी के अंतिम दिन सोमवार को बावल सीट पर अजीबो-गरीब घटनाक्रम हुआ।
जजपा-असपा गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल ने अचानक अपना नामांकन वापस ले लिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया और मारपीट की। बाद पुलिस की मौजूदगी में पूर्व विधायक को घर पहुंचाया गया। उनके घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
पूर्व विधायक की ओर से अभी पुलिस को शिकायत नहीं दी है, लेकिन वह जल्द ही मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायत देंगे। घटना के बाद से उनकी तबीयत ठीक नहीं है। बता दें कि बावल सीट पर भाजपा के डॉ. कृष्ण कुमार, कांग्रेस से पूर्व विधायक डॉ. एमएल रंगा व जजपा-असपा गठबंधन के पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल सहित 14 लोगों ने नामांकन किया था।
पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल वर्ष 2009 में इनेलाे की टिकट पर बावल सीट से चुनाव करीब 22 हजार मतों जीते थे। वह केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के भाई राव अजीत सिंह के नजदीकी थे। लेकिन पार्टी से मतभेद के बाद राव अजीत ने इनेलो छोड़ दी। उसके कुछ समय बाद ही रामेश्वर दयाल ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। उस समय भी बावल क्षेत्र के लोगों ने विरोध किया था।
स्वास्थ्य खराब होने के कारण मेरे पिता ने नामांकन वापस लेने का निर्णय किया, जिसका पार्टी के कुछ नेताओं ने विरोध किया। इस दौरान मेरे पिता के साथ हाथापाई भी की गई, जिसके बाद पुलिस उन्हें घर छोड़कर गई है। इसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब है। मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ शिकायत देने के बारे में अभी विचार किया जा रहा है।
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