पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) द्वारा शिकायत की गई थी कि उनकी टीम के साथ अहमदाबाद में भारत के खिलाफ मैच के दौरान बदसलूकी हुई थी। इतना ही नहीं एक बार फिर से बोर्ड द्वारा पाकिस्तानी मीडिया और फैंस को वीजा नहीं मिलने का मुद्दा उठाया गया। पर अब कुछ एजेंसी इनपुट और मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की फिर से बेइज्जती हो गई है और उसे इस मामले में मुंह की खानी पड़ी है। खबरें ऐसी आ रही हैं कि आईसीसी द्वारा पाकिस्तान की इन शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं की जाएगी।
अधिकारी ने दिया बड़ा बयान
आईसीसी और बीसीसीआई के साथ पूर्व में काम कर चुके एक अधिकारी ने कहा कि, आईसीसी हमेशा हर शिकायत को सीरियस लेता है। लेकिन यह शिकायत व्यक्तिगत लग रही हैं। मुझे नहीं पता कि पीसीबी की इसके पीछे की सोच क्या है। फिलहाल मुझे लगता कि इस पर शायद ही कोई सुनवाई हो और इस पर एक्शन लेना मुश्किल लग रहा है। आईसीसी फिलहास रेसिस्ट बयानों पर जीरो टॉलरेन्स पॉलिसी का पालन करती है।
अधिकारी ने आगे कहा कि, अगर शिकायत रेसिस्ट बयानों से जुड़ी है तो अगर कोई अकेला होता तो आईसीसी एक्शन लेता। लेकिन वहां हजारों की भीड़ द्वारा नारेबाजी हुई तो क्या कर सकते हैं आप। किसी भी खिलाड़ी को फिजिकली कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया। यह सिर्फ खेल के प्रेशर के दौरान होता है। कोई व्यक्ति विशेष इस मामले में दोषी नहीं पाया जा सकता।
क्या था मामला?
पीसीबी ने आईसीसी से अपनी शिकायत में पाकिस्तानी पत्रकारों के लिए वीजा में देरी और मौजूदा विश्व कप 2023 के लिए पाकिस्तान फैंस के लिए वीजा नीति की अनुपस्थिति पर औपचारिक विरोध दर्ज कराया है। इसके अलावा पीसीबी की तरफ से शिकायत में कहा गया कि, अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत के खिलाफ मैच के दौरान फैंस ने दुर्व्यवहार किया है। इससे पाकिस्तानी खिलाड़ी पर दबाव बन रहा था। अब अधिकारी का बयान सामने आने के बाद फिलहाल लगता नहीं है कि शिकायत पर आईसीसी कोई एक्शन लेगा। फिलहाल आगे क्या होता है यह देखने वाली बात होगी।