भागलपुर : कलश स्थापना के साथ गुरुवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गयी। शक्ति व साधना का पर्व 12 अक्टूबर तक चलेगा। गुरुवार को विभिन्न मंदिरों व घरों में पंडितों ने मंत्र द्वारा कलश की स्थापना की।
श्रद्धालुओं ने पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की। शुक्रवार को मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी देवी की आराधना की जाएगी। बूढ़ानाथ मंदिर में विश्व कल्याण के लिए संपुष्ट पाठ किया गया। प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि सुबह से ही पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। वहीं संकट मोचन दरबार में 11 कलश स्थापित हुआ है। पंडित चंद्रशेखर झा ने बताया कि गुरुवार को मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की आराधना की गयी। कालीबाड़ी में सुबह 830 बजे कलश स्थापित की गई। नवरात्र को लेकर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
चंपानगर में हुई कष्टहरणी मातारानी की प्रतिमा स्थापित
नाथनगर। चंपानगर स्थित एमटीएन घोष रोड लेन में महाराणा पूजा समिति ने दुर्गा पूजा के उपलक्ष्य पर गुरुवार को कष्टहरणी मातारानी की प्रतिमा स्थापित की। पूजा के आयोजक राजू महाराणा ने बताया कि 2001 से ही हमारे यहां मां दुर्गा की पूजा होती है। पहली पूजा को ही माता रानी का प्राण-प्रतिष्ठा कर दी जाती है।