इस छोटी सी उम्र में यशस्वी जायसवाल एक के बाद एक कीर्तिमान रचते जा रहे हैं। यशस्वी के लिए आज के शतक वास्तव में काफी खास है। वो इसलिए क्योंकि भारत में उनका ये पहला टेस्ट शतक है। इससे पहले उन्होंने जो अपना पहला शतक लगाया था, वो वेस्टइंडीज में आया था। लेकिन आज टीम को जरूरत पड़ी तो वे बड़े खिलाड़ी बनकर सामने आए। इस शतक के साथ ही अब वे क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर, पूर्व खब्बू बल्लेबाज विनोद कांबली और टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री की खास लिस्ट में शुमार हो गए हैं।
23 साल की उम्र पूरी होने से पहले ही जायसवाल ने घर और बाहर लगाया टेस्ट शतक
दरअसल अभी महज 22 साल के हैं। हाल ही में उन्होंने अपना जन्मदिन 28 दिसंबर को मनाया था। यानी अभी उन्हें 23 साल का होने में वक्त है। 23 की उम्र पूरी करने से पहले टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए घर और विदेश में शतक लगाने वाले केवल 4 ही खिलाड़ी हुए हैं। इससे पहले तीन ही थे, लेकिन अब जायसवाल की भी इसमें एंट्री हो चुकी है। इसमें पहला नाम रवि शास्त्री का आता है। जिन्होंने घर और बाहर दोनों जगह टेस्ट सेंचुरी 23 साल का होने से पहले ही लगा दिया था। वहीं दूसरा नाम सचिन तेंदुलकर का और उसके बाद विनोद कांबली का नाम आता है। सोचिए जरा विनोद कांबली ने अपना पहला टेस्ट साल 1993 में खेला था, उसके बाद उनका आखिरी टेस्ट मुकाबला 1995 में हुआ था। इसके बाद से अब तक भारत का कोई भी बल्लेबाज इस उपलब्धि को हासिल नहीं कर पाया था, अब जाकर साल 2024 में यशस्वी जायसवाल ने इस खास लिस्ट में अपनी एंट्री कराई है।
इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में जायसवाल ने बनाए थे 95 रन
यशस्वी जायसवाल ने इस सीरीज के पहले मैच में भी कमाल की बल्लेबाजी की थी, लेकिन जब भारतीय टीम हार गई थी और कमजोरियां ज्यादा उजागर हुई। उस मैच में यशस्वी जायसवाल ने पारी का आगाज करते हुए 74 बॉल पर 80 रन बनाए थे। जायसवाल के बल्ले से उस पारी में 10 चौके और 3 छक्के आए थे। हालांकि दूसरी पारी में उनका बल्ला नहीं चला और वे केवल 15 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए थे। अब उन्होंने उस कमी को पूरा कर दिया है, जो पहले मैच की पहली पारी में रह गई थी, यानी शतक लगाना।
वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में ही लगाया था पहला शतक
जायसवाल की खास बात ये है कि वे जब भी शतक लगाते हैं तो उसे और भी बड़ी पारी में तब्दील करते हैं। इससे पहले जब जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था, तब शतक तो पूरा किया ही, साथ ही उनकी पारी 171 रन तक चली गई थी। उसी सीरीज के दूसरे मैच में भी उन्होंने अर्धशतक लगाया था। हालांकि साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज में उनके बल्ले से ज्यादा रन नहीं आए, लेकिन फिर भी उन्होंने ठीकठाक रन बना दिए थे। अब जिस तरह का फार्म जायसवाल ने दिखाया है, उम्मीद की जानी चाहिए बाकी सीरीज में भी इसी तरह की बल्लेबाजी करते रहें, ताकि सीरीज पर टीम इंडिया का कब्जा हो सके।