मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पूर्व में राज्य में अवस्थित किसी भी बिन्दु से राजधानी पटना पहुंचने के लिए 6 घंटे का समय निर्धारित किया गया था जिसे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सड़कों के नवनिर्माण, विकास एवं उचित रख-रखाव के माध्यम से प्राप्त कर लिया गया। तत्पश्चात् मुख्यमंत्री द्वारा पथ निर्माण विभाग को 5 घंटे में राज्य के सुदूर स्थान से राजधानी पटना पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
इस वर्ष के अंत तक मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु पथ निर्माण विभाग संकल्पित है। इसके उपरांत वर्ष 2027 के अंत तक राज्य के किसी स्थान से पटना पहुंचने हेतु 3/3.30 घंटे का समय के लक्ष्य के अनुरूप पथ निर्माण विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है।
(1) राज्य में राष्ट्रीय उच्च पथों की लम्बाई बढ़ानाः राज्य राष्ट्रीय उच्च पथों का घनत्व राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। इस हेतु राज्य में राष्ट्रीय उच्च पथों के कुल लम्बाई को 13000 कि0मी0 करने की आवश्यकता है। इसके लिए भारत सरकार से 2511 कि0मी0 राज्य उच्च पथ एवं 4329 कि0मी0 वृहद जिला पथों (कुल 6840 कि0मी0) को राष्ट्रीय उच्च पथ घोषित करने हेतु अनुरोध किया गया है। साथ ही राज्य में लगभग 186 कि0मी0 सिंगल लेन वाले राष्ट्रीय उच्च पथों को राष्ट्रीय मानक के अनुरूप पेभ्ड शोल्डर सहित 2-लेन (10 मी0) में विकसित करने का अनुरोध किया गया है।
(2) सड़कों में अवरोधों (ठवजजसमदमबा) को दूर करनाः इस हेतु राज्य सरकार द्वारा इवजजसमदमबा को दूर करने हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है तथा चरणबद्ध तरीके से पथों को विकसित कर अथवा नव निर्माण कर तथा सुरक्षित यात्रा हेतु आवश्यक सुधार करने का कार्य किया जा रहा है। उक्त आलोक में इस वर्ष निम्नलिखित महत्वपूर्ण अवरोधों को दूर करने हेतु निर्माण पूर्ण किया जाएगाः-
(1) मुजफ्फपरपुर बाईपास का निर्माण कार्य – 15 फरवरी 2025।
(2) बख्तियारपुर – मोकामा पथांश का 4-लेन नव निर्माण कार्य एवं त्व्ठ – 15 फरवरी 2025
(3) औंटा – सिमरिया के बीच गंगा नदी पर 6-लेन नये पुल का निर्माण कार्य – 15 फरवरी 2025
(4) सरिस्ताबाद – नत्थुपुर के बीच 2.80 कि0मी0 लम्बाई के छुटे हुये पथांश का नव निर्माण कार्य – जून 2025। पटना – गया – डोभी का 4-लेन में निर्माण कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है।
(5) हाजीपुर – छपरा पथ में गंडक नदी पर 4-लेन पुल का निर्माण कार्य – नवम्बर 2025
इसके अतिरिक्त निम्नलिखित पथांशों का निर्माण कार्य पूर्ण कर पटना पहुँचने के मार्ग को सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा हैः-
(1) पटना – बिहटा – कोईलवर खंड का निर्माण।
(2) बकरपुर – मानिकपुर का हरित क्षेत्र मार्गरेखण पर निर्माण।
(4) हाई स्पीड कॉरिडोर एवं एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्यः
पूर्व – पश्चिम एक्सप्रेस वे / हाई स्पीड कोरिडोरः
राज्य के पूर्वी छोर से पश्चिमी छोर तक पहुँचने हेतु उत्तर बिहार में पूर्व से निम्नलिखित पथ निर्मित हैंः-
(1) पूरब-पश्चिम गलियारा (रा0उ0प0 सं0-27, ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर)
उक्त के अतिरिक्त निम्नलिखित हाई स्पीड कोरिडोर/एक्सप्रेसवे का निर्माण शीघ्र प्रारंभ किया जाएगाः-
(1) गोरखपुर – सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (416 कि0मी0, 23434 करोड़)
(2) पटना – पूर्णियाँ एक्सप्रेसवे (282 कि0मी0, 18242 करोड़)
(3) रामजानकी मार्ग एवं रा0उ0प0-139डब्लू (पटना-बेतिया) का 4-लेन निर्माण
इसी प्रकार दक्षिण बिहार में पूर्व से पश्चिम जाने हेतु निम्नलिखित पथ निर्मित हैंः-
(1) ग्रैंड ट्रक रोड (रा0उ0प0 सं0-19, गोल्डन क्वाड्रीलैटरल)
उक्त के अतिरिक्त निम्नलिखित हाई स्पीड कोरिडोर/एक्सप्रेसवे का निर्माण शीघ्र प्रारंभ किया जाएगाः-
(1) वाराणसी – रांची – कोलकाता एक्सप्रेसवे
(2) बक्सर – पटना – मोकामा – मुंगेर – भागलपुर – मिर्जाचौकी 4-लेन पथ: बक्सर से कोईलवर एवं पटना बख्तियारपुर का निर्माण पूर्ण हो चुका है, कोईलवर – पटना पर एलिवेटेड पथ, बख्तियारपुर – मोकामा तथा मुंगेर – भागलपुर – मिर्जाचौकी का निर्माण प्रगति में है। साथ ही मोकामा-मुंगेर के हरित क्षेत्र मार्गरेखण की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
(3) बक्सर – भागलपुर एक्सप्रेसवे
उत्तर – दक्षिण एक्सप्रेसवे / हाई स्पीड कोरिडोरः राज्य में निम्नलिखित त्रियक मार्गरेखण पर उच्च गति वाले गलियारा का निर्माण किया जा रहा हैः-
(1) आमस – रामनगर – कल्याणपुर – दरभंगा हरित क्षेत्र पथ
(2) रक्सौल – हल्दिया एक्सप्रेसवे
(3) इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा पशुपतिनाथ – बैद्यनाथ धाम हाई स्पीड कोरिडोर के निर्माण एवं नारायणी गंगा कोरिडोर के निर्माण हेतु अनुरोध किया जा रहा है।