मध्यप्रदेश के मऊगंज में 35 वर्षीय शिक्षिका ने साइबर जालसाजों द्वारा गिरफ्तार करने की धमकी दिए जाने के बाद कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जालसाजों ने दावा किया था कि उनके द्वारा भेजे गए पार्सल में “अवैध सामग्री” है। अधिकारी ने बताया कि रेशमा पांडे ने रविवार शाम घुरेहटा इलाके में जहर खा लिया और सोमवार को उनकी मौत हो गई।
पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया, “साइबर जालसाजों ने सरकारी अतिथि शिक्षिका पांडे पर दबाव बनाया था।” उन्होंने दावा किया था कि पांडे द्वारा भेजे गए पार्सल में अवैध सामग्री है। आरोपी उनसे पैसे मांग रहे थे। उन्होंने बताया कि जहरीला पदार्थ खाने के बाद उनके परिजन उन्हें रीवा के संजय मेडिकल कॉलेज ले गए, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
एसपी ने बताया, “हमने मामला दर्ज कर लिया है और साइबर टीम ने जांच शुरू कर दी है।” मृतका के जीजा विनोद पांडे ने बताया कि साइबर जालसाजों ने उसे ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर लिया था और आरोपियों ने दिए गए खातों में उससे 22 हजार और 5,500 रुपये स्थानांतरित करवा लिए थे। उन्होंने बताया, “इसके बाद उसने जहर खा लिया। आरोपियों ने दावा किया कि अगर उसने पैसे नहीं दिए तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”