बिहार के कटिहार जिले के बारसोई में बिजली की समस्या को लेकर प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग में दो लोगों की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। कटिहार के जिलाधिकारी रवि प्रकाश और पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को दावा किया है कि पूरी वारदात एक सोची समझी साजिश थी, जिससे बारसोई अशांत हो। दोनों अधिकारियों ने शुक्रवार को घटनास्थल की जांच के बाद पत्रकारों को बताया कि जहां शव बरामद किया गया था और जहां पुलिस थी, उसमें यह संभव नहीं है कि गोली लगेगी।
अधिकारियों ने दावा करते हुए सीसीटीवी के फुटेज का हवाला देते हुए कहा कि एक असामाजिक युवक ने भीड़ में घुसकर सोनू और नियाज़ को गोली मारी है। पुलिस की तरफ से एक सीसीटीवी फुटेज जारी किया गया है। पुलिस का दावा है कि उस लड़के के सोनू और नियाज़ के पास पहुंचते ही वहां भगदड़ मच जाती है। वह लड़का भी भागता दिख रहा है। अधिकारियों ने मामला दर्ज किए जाने के प्रश्न पर कहा कि प्राथमिकी दर्ज की गई है, लेकिन इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा।
उल्लेखनीय है कि कटिहार के बारसोई में बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ बुधवार को लोग उग्र प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान फायरिंग की गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति की मौत घटनास्थल पर हो गई जबकि दूसरे युवक ने बुधवार की रात अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान कचना ओपी निवासी खुर्शीद आलम और मौलानापुर निवासी सोनू कुमार के रूप में की गई है।