All posts by Satyavrat Singh

I am satyavrat Singh news reporter of vob from Munger Bihar.

लोकनायक स्वर्गीय जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के अवसर पर सीएम नीतीश ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

पटना. लोकनायक स्वर्गीय जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को पटना के गांधी मैदान के दक्षिण-पश्चिम छोर पर स्थित उनकी प्रतिमा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सोशल मीडिया पर सीएम नीतीश ने लिखा, सम्पूर्ण क्रांति के अग्रदूत, प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं प्रखर समाजवादी लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

कौन थे लोकनायक : जयप्रकाश नारायण भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे. देश में आजादी की लड़ाई से लेकर वर्ष 1977 तक तमाम आंदोलनों में जेपी का अहम रोल रहा है. जेपी को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरोध के लिए जाना जाता था. कहा जाता है कि उनके आंदोलन की वजह से इंदिरा गांधी के हाथ से सत्ता तक छिन गई थी.जयप्रकाश नारायण का निधन उनके निवास स्थान पटना में 8 अक्टूबर 1979 को हृदय की बीमारी और मधुमेह के कारण हुआ. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हों या फिर राजद सुप्रीमो लालू यादव इन सबको जेपी की जनक्रांति के दौरान ही नई पहचान मिली.

गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, पूर्व मंत्री श्याम रजक, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, विधान पार्षद रविन्द्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह उर्फ़ छोटू सिंह, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिवशंकर निषाद सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें शत्-शत् नमन किया एवं श्रद्धांजलि अर्पित की।

क्या नीतीश कुमार जातीय सर्वे कराने के लिए ममता बनर्जी को राजी कर पाएंगे:- सुशील मोदी

पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जो लोग पूरे देश में जातीय सर्वे कराने की बात कर रहे हैं, वे बताएं कि कांग्रेस, टीएमसी, झामुमो के शासन वाले राज्यों में जातीय सर्वे अब तक क्यों नहीं हुआ? क्या नीतीश कुमार जातीय सर्वे कराने के लिए ममता बनर्जी को राजी कर पाएंगे. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब देख कर जो कांग्रेस जातीय सर्वे कराने का वादा कर रही है, उसे बताना चाहिए कि यह काम पिछले चार साल में क्यों नहीं कराया गया?

सुशील मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धरमैया सरकार ने 2015 में 200 करोड़ रुपये खर्च कर जो जातीय सर्वे कराया था, उसकी रिपोर्ट जारी क्यों नहीं की गई? कर्नाटक के जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी कराने के लिए लालू प्रसाद को राहुल गांधी से बात करनी चाहिए. हिमाचल प्रदेश में एक साल से कांग्रेस सरकार है. वहां जातीय सर्वे कराने की घोषणा क्यों नहीं हुई? क्या कांग्रेस को चुनाव करीब आने पर ही जातीय सर्वे की याद आती है?

बीजेपी नेता ने कहा कि राजीव गांधी ने मंडल आयोग का विरोध किया था. विडंबना यह कि आज लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की पार्टियां मंडल और पिछड़ा विरोधी कांग्रेस की पालकी ढो रही हैं. पिछड़े वर्ग के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने मात्र 9 साल में जो काम किए, वे काम केंद्र और राज्यों में 50 साल राज करने वाली कांग्रेस नहीं कर पाई.

ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए वीडियो पोस्ट किया, कहा है कि वॉशिंग मशीन की हो मार्केटिंग-ब्रांडिंग, दुनिया में भी खूब बिकेगी

पटना: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। और कहा है कि इस वाशिंग मशीन की पूरी दुनिया में मार्केटिंग- ब्रांडिंग होनी चाहिए। देश में तो बिक ही रहा है, पूरी दुनिया में खूब बिकेगा । ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए वीडियो पोस्ट किया है।

ललन सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि इस वाशिंग मशीन की पूरी दुनिया में मार्केटिंग- ब्रांडिंग होनी चाहिए। देश में तो बिक ही रहा है, पूरी दुनिया में खूब बिकेगा।

हाल ही में ललन सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, एनसीपी पर आपने 70,000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया और बिना समय गंवाए हफ्ते भर के अंदर उन सभी को आपने भाजपाई वॉशिंग मशीन’ में डालकर भ्रष्ट्राचार मुक्त किया और महाराष्ट्र की सरकार में शामिल कर लिया। उन्होने कहा कि भाजपा एक पार्टी नहीं बल्कि वाशिंग मशीन है। कितना भी दाग लगाकर उसमें घुस जाइए, आपका सारा दाग धुल जाएगा।

ललन सिंह ने आरोप लगाया कि जिस राज्य में जो भी पार्टी इनका विरोध करती है, उसके नेताओं पर सीबीआई और ईडी की रेड डलवा देते हैं और फिर उन्हें डराकर अपने पक्ष में कर लेते हैं। हमारी पार्टी के मुख्यमंत्री व विधायक अभी तक किसी भी भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं, इस कारण हमलोग सीबीआई और ईडी से डरने वाले नहीं है। यदि इनकी बात मानकर इनके साथ रहिए तो आपको आराम से रहने देंगे। वरना आपको परेशान करते रहेंगे, जिसका उदाहरण मुंबई में देखने को मिला।

सिपाही भर्ती परीक्षा कैंसिल होने पर अब बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर, कहा 6 लाख अभ्यथियों का पैसा लौटाए नीतीश सरकार

पटना: बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा कैंसिल होने पर अब बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सिपाही भर्ती परीक्षा में 6 लाख अभ्यर्थी शामिल ह लेकिन पेपर लीक होने के चलते परीक्षा रद्द हो गई। ऐसे में अब बेरोजगार अभ्यर्थियों का खर्चा नीतीश सरकार वापस करे। साथ ही इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की। ताकि भविष्य में परीक्षा रद्द न हो। बिहार की प्रतिभा से कबतक खिलवाड़ होता रहेगा । सिन्हा ने कहा कि बिहार आज अपराधियों से त्राहिमाम कर रहा है।

विजय सिन्हा ने कहा कि परीक्षा में शामिल होने पहुंचे अभ्यर्थियों को आने-जाने, ठहरने और भोजन में हजारों रुपये खर्च हुए। ऐसे में ये खर्चा सरकार को देना चाहिए। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण के कारण सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ। जिसके चलते परीक्षा रद्द हुई। आपको बता दें बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। जिसको आईजी मानवजीत ढिल्लो लीड कर रहे हैं।

आपको बता दें 1 अक्टूबर को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने की शिकयतों और मामले सामने आने के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। साथ ही अगले आदेश तक 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी कैंसिल कर दी गई है। पुलिस ने इस मामले में कई जिलों से सॉल्वर गैंग के लोगों को पकड़ा था। जिनके पास से वॉकी- टॉकी, ब्लू टूथ, और कई दस्तावेज बरामद हुए थे। परीक्षा रद्द होने से छात्रों में भी आक्रोश है। वहीं बीजेपी इस मामले पर लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है।

क्षेत्रीय पार्टी को समाप्त कर देने वाले नड्डा के बयान पर चिराग का आया रिएक्शन, कहा कि पार्टी और नेता सिर्फ जनता बनाती है

पटना: लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शनिवार को पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया ने चिराग से जेपी नड्डा के द्वारा क्षेत्रीय पार्टी को समाप्त कर देने को लेकर दिए गए बयान पर सवाल किया. इस पर चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी और नेता सिर्फ जनता बनाती है. भारतीय जनता पार्टी के आइडियोलॉजी का एक हिस्सा रहा है उसे पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. जनता किस राजनीतिक दल को देखना चाहती है.

वहीं, बात को पलटते हुए उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी को समाप्त करने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा प्रयास किया गया. जनता ही आपको बनाने वाली है, जनता ही आपको समाप्त करने वाली है. उनकी वह सोच हो सकती है

चिराग पासवान ने कहा कि कहा कि आम जनों से पूछे कि आपके घर कोई गया था क्या? अधिकांश लोग बोलते हैं कि मेरे घर कोई आया ही नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग है कि सर्वदलीय बैठक बुलाएं, नहीं तो इसका भी हाल शराबबंदी जैसा होगा. ताकि सही आंकड़े सरकार के पास आ सके.

यह पूरी तरीके से किसी विशेष जाति को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है. वहीं, मुख्यमंत्री के द्वारा अल्पसंख्यकों के साथ बैठक किए जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से बिहार को जाति-धर्म में बांटने का काम कर रहे हैं यही कारण है कि उनकी पार्टी आज तीसरे नंबर की है. आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी खाता तक नहीं खोल पाएगी.

विवादों में फंसे विधायक ने DM के नोटिस का दिया जवाब

पटना: भागलपुर के मायागंज अस्पताल में लाइसेंसी रिवाल्वर हाथ में लेकर जाने के मामले में गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल को जिलाधिकारी ने नोटिस भेजा था. विवादों में फंसे विधायक ने इस नोटिस का जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर को वह मायागंज अस्पताल में भर्ती सगे संबंधियों को देखने गए थे. बेल्ट नहीं रहने के चलते हाथ में रिवाल्वर लेकर गए थे. रिवाल्वर को उन्होंने अस्पताल में लहराया नहीं था बल्कि पॉकेट के बगल में हाथ रख कर गए थे और वापस भी उसी तरह आये. पायजामा में हथियार रखे तो वह गिरने लगा था. हाथ में हथियार किसी गलत नीयत से लेकर नहीं गए थे.

आपको बता दें कि पत्रकारों से बदसलूकी मामले में भी शनिवार को वीडियो जारी कर विधायक ने माफी मांगी थी. शुक्रवार को पटना में जदयू कार्यालय में पत्रकारों ने उनसे किया तो वह बौखला गए थे और उन्होंने गाली का इस्तेमाल किया. जब इस पूरे मसले पर विवाद बढ़ा तो गोपाल मंडल माफी मांगी. वह हाथ जोड़कर कह रहे थे कि मेरी ऐसी कोई मंशा नहीं थी. मैंने अपने लोगों का कहा था, पत्रकारों को नहीं कहा था और अगर मेरी बात से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं.

गोपाल मंडल ने इस तरह का कारनामा पहली बार नहीं किया है. हम आपको बता दें कि गोपाल मंडल ने मुख्यालय डीएसपी को गंगा में फेंक देने की धमकी दे चुके हैं. तेजस ट्रेन में अर्धनग्न होकर टहलते नजर आए थे. कई दफा बार बालाओं के साथ अश्लील गानों पर कुर्त्ता उठाकर नृत्य करते नजर आये हैं तो वहीं कई बार अपने ही सरकार के खिलाफ अजीबोगरीब बयान देकर सीएम नीतीश को असहज महसूस कराया है. अब अस्पताल में इस तरह हथियार लेकर पहुंचे थे.

बैंकों में दो हजार रुपए के नोट जमा करने और बदलने की मियाद का आखिरी तिथि जाने यहां

PATNA : बैंकों में दो हजार रुपए के नोट जमा करने और बदलने की मियाद आज खत्म हो रही है। आज के बाद बैंकों में दो हजार के नोट जमा नहीं किए जा सकेंगे। नौ अक्टूबर से बैंकों में दो हजार के नोटों के जमा करने पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी। हालांकि अगर आज नोट जमा नहीं कर पाते हैं तो आरबीआई ने दूसरे विकल्प भी बताए हैं। जहां नोटों को जमा किया जा सकता है या बदल सकते हैं।

गौरतलब है कि आरबीआई ने बैंकों में दो हजार रुपये का नोट के जमा करने की आखिरी तिथि 30 सितंबर तय की गई थी। लेकिन आरबीआई नोट को बदलने और खाते में जमा करने की तिथि को सात अक्तूबर कर दिया था। जो आज खत्म हो रही है।

 

आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय में कर सकते हैं जमा

 

अगर आज नोट जमा नहीं कर पाते हैं तो आरबीआई ने विकल्प के तौर पर देश भर में 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में नोट जमा करने या बदलने की सुविधा दी है। साथ ही दूरदराज क्षेत्र में रहनेवाले लोग डाक के जरिए क्षेत्रीय कार्यालयों से नोट बदल सकेंगे।

 

2000 रुपये के बैंक नोट वैध बने रहेंगे

 

आरबीआई की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया था कि सात अक्तूबर के बाद भी 2000 रुपये के बैंक नोट वैध बने रहेंगे। अदालतें, कानून प्रवर्तन एजेंसियां, सरकारी विभाग या पब्लिक अथॉरिटी जांच या कार्यवाही के दौरान जब जरूरत होगी बिना किसी सीमा के केंद्रीय बैंक के 19 आरबीआई निर्गम कार्यालयों में से किसी में भी 2000 रुपये के बैंक नोट जमा कर सकेंगे।

 

96 परसेंट नोट लौट गए वापस

 

आरबीआई ने कहा, 96 फीसदी यानी 3.43 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,000 के नोट बैंकों में लौट आए हैं। इनमें 87 फीसदी नोट जमा हुए हैं, जबकि 13 फीसदी छोटे मूल्य के नोटों से बदले गए हैं। हालांकि, 3.37 फीसदी यानी 12,000 करोड़ रुपये के नोट अब भी बाजार में हैं।

इससे पहले, बता दें, आरबीआई की ओर से इस साल 19 मई को दो हजार रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इसके बाद लोगों ने बैंकों में दो हजार रुपये के नोट जमा करने के साथ उन्हें वापस भी कराया था। हालांकि शुरुआती दिनों को छोड़ इस दौरान बैंकों में ज्यादा भीड़ देखने को नहीं मिली।

यूक्रेन युद्ध में अपने माता पिता सहित परिवार के लोगों को मोक्ष प्राप्ति के लिए गया जी मे किया पिंडदान।

GAYA : यूक्रेन देश के निवासी यूलिया जीटो मेरास स्काई गया जी में यूक्रेन में युद्ध के दौरान मारे गए अपने माता-पिता के आत्मा के शांति के लिए पिंडदान व तर्पण किया। आचार्य लोकनाथ गौड़ ने युवती ययूलिया को पूरी विधि विधान से कर्मकांड संपन्न कराया यूलिया पेशे से साइकोलॉजिस्ट है और यूक्रेन में रहकर ऑनलाइन चीन और दूसरे देश के लिए काम कर रही है।

यूलिया बताती है कि युद्ध के दौरान रसिया के हमले में उसके माता-पिता सहित परिवार के कई सदस्य मारे गए हैं। वहां पूरी तरह अशांति फैली भी हुई है। युद्ध अभी भी जारी है युद्ध बंद कर शांति बहाल होनी चाहिए और वह गया जी में यूक्रेन के लोगों के अलावे रसिया देश में भी मारे गए सभी लोगों के आत्मा के शांति के लिए यहां पिंडदान संपन्न कर रही हैं।

वे बताती है कि विश्व में कहीं मोक्ष भूमि है तो गया जी है इसकी जानकारी मिली हैं उनके एक धर्मगुरु से मिली कि गयाजी में अपने पितरों व पूर्वजों के आत्मा के शांति के लिए पिंडदान की जाती हैय़

वह दूसरी बार गया जी में पिंडदान कर रही है पहली बार जब वह आई थी तो उन्हें काफी शांति महसूस हुआ था। अब दूसरी बार युद्ध के दौरान युद्ध में मारे गए अपने माता-पिता वह अन्य परिवारजनों के आत्मा के शांति के लिए पिंडदान संपन्न कर रही है।

दिल टूटा तो दिल में गोली मारके युवक ने आत्महत्या, पूरी घटना पटना जिले से जुड़ी है

PATNA : वह अपनी गर्लफ्रेंड से शादी कर उसे घर की बहू बनाना चाहता था, लेकिन परिवार को यह बात गंवारा नहीं था कि उनके बेटे की शादी ऐसी लड़की से हो, जो कि दूसरी जाति की हो। उन्होंने इस रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया। लेकिन, परिवार के इस फैसले ने युवक को इतना निराश किया कि आखिरकार उसने अपने दिल में गोली मारकर आत्महत्या कर ही।

आत्महत्या की यह पूरी घटना पटना जिले से जुड़ी है। यहां गोपालपुर थाना अंतर्गत गोसाई मठ इलाके में रहनेवाले 25 साल के प्रकाश कुमार ने सुसाइड कर लिया। बताया गया कि परिवार के फैसले से नाराज होकर वह चार दिन पहले घर छोड़कर चला गया था और दोस्तों के साथ रह रहा था। इसी बीच शुक्रवार शाम नशा करने के बाद युवक ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की छानबीन में जुट गई है।

जानकारी के मुताबिक उपेंद्र राय का परिवार गोसाई मठ इलाके में रहता है। उनका बेटा प्रकाश का मोहल्ले की एक युवती से प्रेस प्रसंग चल रहा था। युवक ने बीते दिनों परिवार वालों से उस लड़की से शादी कराने की बात कहीं थी। लेकिन युवती के दूसरी जाति की होने के कारण उपेंद्र राय ने उनकी शादी कराने से मना कर दिया था। इससे नाराज प्रकाश चार दिन पहले अपने घर से भाग गया था। वह मोहल्ले के दोस्तों के घरों में रह रहा था।

 

अपने दिल में मारी गोली

 

शुक्रवार की देर शाम गोसाईं टोला स्थित सम्पतचक के समीप युवक ने नशा किया। इसी दौरान उसने कमर से पिस्टल निकाल ली। प्रकाश ने दोस्तों से कहा कि वह खुद को गोली मारने जा रहा है। दोस्त इस बात को मजाक समझ रहे थे। इसके बाद उसने सीने पर पिस्टल रख कहा कि दिल में काफी तकलीफ हुई है, अब जीना नहीं चाहता। इसके बाद उसने पिस्टल से सीने में गोली मार ली।