पटना: बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा कैंसिल होने पर अब बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सिपाही भर्ती परीक्षा में 6 लाख अभ्यर्थी शामिल ह लेकिन पेपर लीक होने के चलते परीक्षा रद्द हो गई। ऐसे में अब बेरोजगार अभ्यर्थियों का खर्चा नीतीश सरकार वापस करे। साथ ही इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की। ताकि भविष्य में परीक्षा रद्द न हो। बिहार की प्रतिभा से कबतक खिलवाड़ होता रहेगा । सिन्हा ने कहा कि बिहार आज अपराधियों से त्राहिमाम कर रहा है।
विजय सिन्हा ने कहा कि परीक्षा में शामिल होने पहुंचे अभ्यर्थियों को आने-जाने, ठहरने और भोजन में हजारों रुपये खर्च हुए। ऐसे में ये खर्चा सरकार को देना चाहिए। उन्होने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण के कारण सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ। जिसके चलते परीक्षा रद्द हुई। आपको बता दें बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। जिसको आईजी मानवजीत ढिल्लो लीड कर रहे हैं।
आपको बता दें 1 अक्टूबर को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने की शिकयतों और मामले सामने आने के बाद इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। साथ ही अगले आदेश तक 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा भी कैंसिल कर दी गई है। पुलिस ने इस मामले में कई जिलों से सॉल्वर गैंग के लोगों को पकड़ा था। जिनके पास से वॉकी- टॉकी, ब्लू टूथ, और कई दस्तावेज बरामद हुए थे। परीक्षा रद्द होने से छात्रों में भी आक्रोश है। वहीं बीजेपी इस मामले पर लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है।
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