Category Archives: Crime

ठगी के लिए टीम में एक्टर को किया शामिल, विधानसभा टिकट दिलवाने का बोलकर लूट लिए 3.5 करोड़ रुपए

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राजनीतिक ओहदा पाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करना चाहते। कोई सालों तक राजनीतिक पार्टियों के लिए काम कर के टिकट की लालसा रखता है तो कोई पैसे को पानी की तरह बहाकर टिकट पाना चाहता है। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक से सामने आया है, जहां एक बिजनेसमैन से कुछ लोगों ने खुद को RSS का करीबी बताकर 3.5 करोड़ रुपये ठग लिए। आरोपियों ने बिजनेसमैन से विधानसभा चुनाव में टिकट का वादा किया था। पुलिस ने मामले में चैत्रा कुंदापुरा नाम की महिला और उसके 3 साथियों को गिरफ्तार किया है।

क्या है पूरा मामला?

बेंगलुरु पुलिस की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक, बिजनेसमैन गोविंद बाबू पुजारी RSS की विचारधारा से प्रभावित हैं। उनके दोस्तों ने उन्हें राजनीति में सक्रिय होने की सलाह दी थी। प्रसाद बयंदूर नाम के एक शख्स ने उन्हें चैत्रा कुंदापुरा से मिलवाया जो खुद को RSS के शीर्ष नेतृत्व का करीबी बता रही थी। पीड़ित के मुताबिक, चैत्रा ने खुद को PMO में बड़ी पहचान वाला भी बताया था।

ऐसे हुई ठगी

आरोपी चैत्रा ने बिजनेसमैन गोविंद पुजारी को गगन कडूर से मिलवाया जो खुद को उडुपी जिले का भाजयुमो अध्यक्ष बता रहा था। उसके बाद ये लोग विश्वनाथ जी नाम के शख्स से मिले जिसने खुद को RSS का नेता और केंद्रीय टिकट चयन समिति का सदस्य बताया। इन सभी ने पीड़ित को बयंदूर से टिकट दिलवाने का भरोसा दिलाया और इस काम के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपए मांगे। बिजनेसमैन ने तीन किश्तों में ये पैसै आरोपियों को सौंप दिए। पीडित ने इसके अलावा अभिनव हलाश्री स्वामी नाम के व्यक्ति को भी डेढ़ करोड़ रुपए अलग से दिए।

ऐसे हुआ खुलासा 

इस साल मार्च में एक दिन अचानक चैत्रा ने गोविंद पुजारी (बिजनेसमैन) को फोन किया और कहा कि विश्वनाथ जी हिमालय गए थे और अचानक वहां उनका निधन हो गया है। हालांकि, बिजनेसमैन को शक हुआ और जब उसने पता लगाया तो RSS में विश्वनाथ जी नाम का कोई नेता ही नहीं था। जिसे विश्वनाथ जी बताया गया वो प्रसाद था और उसने एक्टिंग के लिए 1 लाख रुपये लिए थे। जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस को सारी सच्चाई बताई। पुलिस ने मामले में आरोपी चैत्रा और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, तीन अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

बॉलीवुड अभिनेत्री की मां गिरफ्तार, धोखाधड़ी से बेची सेना की बेशकीमती जमीन, खाते में आए थे 47 लाख रुपये

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विजयनगर इलाके में सेना की खाली पड़ी जमीन को बेचने के मामले में सिहानी गेट पुलिस ने भूमाफिया गैंग से जुड़ी महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला गाजीउद्दीन की वंशज और बॉलीवुड एक्ट्रेस अलीशा खान की मां है। गाजीउद्दीन को ही गाजियाबाद को बसाने वाला माना जाता है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी मजीद उर्फ माजिद पुत्र अब्दुल अजीज निवासी अर्थला साहिबाबाद को 12 जुलाई को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मामले में कार्यवाहक एसीपी नंदग्राम रितेश त्रिपाठी ने के अनुसार जांच में सामने आया कि आरोपी मजीद ने जमीन विक्रय का पैसा लेने के लिए अजयवीर के साथ मिलकर जो संयुक्त बैंक खाता खोला उससे 47 लाख रुपये अलीशा खान की मां के खाते में ट्रांसफर किए थे। इस मामले में जमीन खरीदार समेत अन्य की भी तलाश जारी है।

28 जून को दर्ज कराई थी रिपोर्ट

एसीपी रितेश त्रिपाठी ने बताया कि उप निबंधक पंचम ग़ाज़ियाबाद नवीन राय ने 28 जून को थाना सिहानी गेट में मजीद उर्फ माजिद, समीर मलिक निवासी हबीब कॉलोनी जस्सीपुरा, ओमपाल निवासी प्रताप विहार व नीरज गर्ग निवासी राजनगर के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने मजीद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मजीद से की गई पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर मंगलवार को पुलिस ने परवीन बेगम खान निवासी फिरदौस बिल्डिंग रमतेराम रोड को गिरफ्तार किया है।

सेना की जमीन 10.50 करोड़ रुपये में बेची

गिरफ्तार महिला परवीन बेगम खान कई फिल्मों में अभिनय कर चुकी एक्ट्रेस अलीशा खान की मां है। एसीपी का कहना है कि विजयनगर थानाक्षेत्र के मिर्जापुर गांव में खसरा नंबर 529 की भूमि है। संबंधित भूमि पर वर्तमान में सघन आबादी बसी है। इस भूमि के पास सैन्य भूमि खाली पड़ी है। आरोपी मजीद ने खसरा नंबर 529 की 18 हजार 710 वर्ग मीटर भूमि लगभग 10.50 करोड़ रुपये में समीर मलिक को बेची थी। समीर के पक्ष में विगत 17 अगस्त 2022 में रजिस्ट्री की गई थी। बैनामे में जमीन को खाली दिखाया गया था। जमीन का मानचित्र पेश किया गया था जबकि खसरा नंबर 529 पर जमीन खाली नहीं है। इस प्रकार धोखाधड़ी कर सेना की बेशकीमती जमीन को बेचा गया था जिसमें ओमपाल और नीरज गर्ग गवाह बने थे।

पुलिस की मानें तो खसरा नंबर 529 की जमीन बेचने पर मिली रकम को ट्रांसफर कराने के लिए मजीद और अजयवीर ने संयुक्त रूप से खाता खोला था। जमीन का बैनामा होने के बाद इस खाते में 4.35 करोड़ रुपये की रकम ट्रांसफर हुई थी जिसमें से 47 लाख रुपये आरोपी महिला परवीन बेगम खान के खाते में ट्रांसफर किए गए थे।

बाल्टी में चेहरा डुबो-डुबोकर प्रेमिका को मार डाला, पत्नी ने भी दिया पति का पूरा साथ; स्कूटर से 150 km दूर जाकर लगाया ठिकाने

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महाराष्ट्र में नालासोपारा के नयागांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी है। हत्या के बाद आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए शव को नीले रंग की ट्रॉली बैग में रखकर एक्टिवा से 150 किलोमीटर का सफर तय कर डाला। हालांकि एक महीने के कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस आरोपी तक पहुंच ही गई। पुलिस ने हत्या करने वाले आरोपी व मदद करने वाली उसकी पत्नी को देर रात 12 बजे गिरफ्तार कर लिया है। करीब एक माह पहले नायगांव में प्रेम प्रसंग के चलते 28 वर्षीय महिला की बेरहमी से हत्या हो गई थी, इस केस पर पुलिस कड़ी मशक्कत से काम कर रही थी और पुलिस के कड़ी मेहनत से एक महीने बाद हत्या की गुत्थी सुलझ गई।

साल 2018 में शुरू हुआ था प्रेम प्रसंग 

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, हत्या की गई महिला की पहचान नयना रामचन्द्र महत के रूप में हुई है, नयना की उम्र 28 वर्ष थी। वहीं, आरोपी पति-पत्नी का नाम मनोहर शुक्ला और पूर्णिमा मनोहर शुक्ला जिनकी उम्र क्रमश: 34 व 30 साल है। आरोपी मनोहर वसई के एवरशाइन इलाके में किराए पर रह रहा था, जबकि मृतक महिला नायगांव में सेंटेक वर्ल्ड बिल्डिंग में मोटी रकम चुकाकर रह रही थी। मृतक और आरोपी दोनों फिल्म इंडस्ट्री में काम करते थे। इंडस्ट्री में ही काम के दौरान दोनों की जान-पहचान हुई और कुछ दिन बाद ये दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों के बीच साल 2018 में प्रेम प्रसंग शुरू हुआ। इसी बीच साल 2019 में आरोपी की शादी दूसरी लड़की से हो गई। इसे लेकर अक्सर दोनों के बीच बहस शुरू हो जाती है।

आरोपी के खिलाफ पहले कराया था FIR

पुलिस के मुताबिक, विवाद के कारण मृतक महिला ने साल 2021 में आरोपी के खिलाफ वालीव थाने में रेप और विरार थाने में मारपीट का केस भी दर्ज कराया था। जिसके बाद आरोपी अपनी प्रेमिका पर दर्ज दोनों मुकदमे वापस लेने का दबाव लगातार बना रहा था। उस वक्त नयना आरोपी को धमकी दे रही थी कि मैं मर जाऊंगी और अपनी जान दे दूंगी। 9 अगस्त को, आरोपी ने नयना का चेहरा पानी से भरी बाल्टी में डुबोकर यह कहते हुए मार डाला कि “अगर तुम मरना चाहती हो तो मैं तुम्हें मार डालूँगा” और शव को घर में छोड़ दिया। उसके बाद हत्या के सबूत मिटाने के लिए उसी दिन रात 10 बजे मनोहर ने अपनी पत्नी की मदद से शव को नीले रंग की ट्रॉली बैग में डाला और एक्टिवा पर शव रखकर वसई से 150 किमी दूर गुजरात राज्य के वलसाड में शव को फेंक दिया और फरार हो गए।

ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा

लड़की की बहन ने 12 अगस्त को नायगांव पुलिस स्टेशन में नयना की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। जब पुलिस जांच कर रही थी तब आरोपी और उसकी पत्नी को नायगांव में सेंटेक वर्ल्ड बिल्डिंग की लिफ्ट में सीसीटीवी में कैद किया गया था। आरोपियों के हाथ में नीले रंग की ट्रॉली बैग थी। उसी सीसीटीवी से जांच करते समय गुजरात राज्य के वलसाड में एक ट्रॉली में एक शव मिला और जांच करने पर पता चला कि यह शव नायगांव से लापता 28 वर्षीय लड़की का ही है। सीसीटीवी में नजर आ रहे आरोपी पति-पत्नी को पुलिस ने आज दोपहर 12 बजे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। वसई की सहायक पुलिस आयुक्त पद्मजा बड़े ने कहा है कि इन दोनों पति-पत्नी को हत्या और सबूत मिटाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।

कोटा में NEET की तैयारी कर रही 16 साल की बच्ची ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

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राजस्थान के कोचिंग हब माने जाने वाले कोटा में NEET की तैयारी कर रही एक 16 साल की बच्ची ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली है। बच्ची की पहचान रिचा सिंह के रूप में हुई है। शव को मोर्चरी में रखा गया है और विज्ञान नगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

भीलवाड़ा से भी सामने आया था सुसाइड का मामला

इससे पहले राजस्थान के भीलवाड़ा से भी सुसाइड का एक मामला सामने आया था। यहां ज्यूडिशियरी सर्विस की परीक्षा में फेल होने के बाद एक युवती ने पंखे से लटककर सुसाइड कर ली थी। युवती की पहचान 28 साल की आकांक्षा के रूप में हुई थी और उसके कमरे से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला था। इस सुसाइड नोट में आकांक्षा ने लिखा था कि उसने बहुत बार कोशिश की लेकिन फेल हो गई। हर त्योहार, शादी छोड़ी लेकिन निराशा हाथ लगी। मुझे माफ कर देना भैया,अब मुझमें हिम्मत नहीं रही। आकांक्षा आरजेएस परीक्षा की तैयारी कर रही थी और 16 अगस्त को उसका रिजल्ट आया था, जिसमें फेल होने के बाद से वह डिप्रेशन में थी।

हालही में एक मां-बेटे ने की थी सुसाइड

इससे पहले 10 सितंबर को भी कोटा में सुसाइड का एक मामला सामने आया था, जिसमें एक मां-बेटे ने कथित तौर पर जहर खाकर सुसाइड कर ली थी। मिली जानकारी के मुताबिक, आर्थिक परेशानियों की वजह से मां-बेटे ने ये कदम उठाया था। पुलिस को शवों के पास से एक हिसाब-किताब की डायरी और जहर मिला था। मृतकों की पहचान सतविंदर कौर (50) और उसके बेटे रोबिन सिंह (29) के रूप में हुई थी। मां-बेटे तीसरी मंजिल पर एक फ्लैट में रहते थे। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन प्राथमिक तौर पर ये सुसाइड का मामला लग रहा है।

मणिपुर फिर गोलियों से गूंजा, घात लगाकर किए गए हमले में 3 लोगों की मौत

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मणिपुर के कांगपोकपी जिले में मंगलवार सुबह अज्ञात लोगों ने कम से कम तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि कांगगुई इलाके में स्थित इरेंग और करम वैफेई गांवों के बीच घात लगाकर हमला किया गया । उन्होंने कहा, “यह घटना सुबह की है जब अज्ञात लोगों ने इरेंग और करम वैफेई गांवों के बीच एक इलाके में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।”

कांगपोकपी स्थित एक सामाजिक संगठन ‘कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी’ (सीओटीयू) ने हमले की निंदा की। सीओटीयू ने एक बयान में कहा, “यदि केंद्र सरकार यहां सामान्य स्थिति की बहाली को लेकर की गई अपनी अपील के प्रति गंभीर है तो उसे तुरंत घाटी के सभी जिलों को अशांत क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए और सशस्त्र बल (विशिष्ठ शक्तियां) अधिनियम, 1958 को लागू करना चाहिए।”

इससे पहले आठ सितंबर को मणिपुर में तेंगनोउपल जिले के पल्लेल इलाके में भड़की हिंसा में तीन लोग मारे गए थे और 50 से अधिक घायल हो गए थे। मणिपुर में तीन मई से बहुसंख्यक मेइती और जनजातीय कुकी समुदायों के बीच लगातार झड़पें हो रही हैं और अब तक 160 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

38 साल के शख्स ने फेसबुक लाइव करके सुसाइड की, जानें किस वजह से था परेशान

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ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर एक शख्स ने नागपुर के कन्हान नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि एक युवती और उसके मां-बाप ने मृतक पर रेप का आरोप लगाया था और उससे 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की जा रही थी। आखिर में परेशान शख्स ने फेसबुक पर लाइव वीडियो बनाने के बाद नदी में छलांग लगा दी। मृतक की पहचान 38 साल के मनीष उर्फ राज यादव के रूप में हुई है।

क्या है पूरा मामला?

मनीष रामलाल यादव रविवार की सुबह 10 बजे घर से दोपहिया वाहन से निकला। शाम को उसने मोबाइल पर वीडियो बनाया और फेसबुक लाइव करके अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद मोबाइल को दोपहिया वाहन की डिक्की में रख दिया और कान्हा नदी में छलांग लगाकर सुसाइड कर ली। मनीष के शाम तक घर न पहुंचने से चिंतित घर वालों ने उसके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन मनीष की कॉल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद उसकी आत्महत्या की जानकारी पुलिस को मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोपहिया वाहन बरामद कर लिया। उसकी डिक्की खोलने पर उसमें मोबाइल नजर आया, जिसमें मनीष का रिकॉर्ड किया गया वीडियो सामने आया।

मनीष नागपुर में ही व्यापार करता था और उसके घर में एक पत्नी और 3 बच्चे हैं। मनीष नागपुर के कलमना परिसर में ही रहने वाला था। दरअसल बीते 6 सितंबर को एक युवती अपने घर से गायब हो गई थी। उसके परिजनों ने मनीष पर युवती को भगाए जाने का आरोप लगाया था और लगातार उसे ब्लैकमेल कर रहे थे, जिसके बाद मनीष ने फेसबुक पर लाइव वीडियो बनाया और युवती, उसके पिता, मां और फोटो स्टूडियो के संचालक का नाम लिया।

मनीष ने वीडियो में बताया कि एक परिवार पिछले कई दिनों से उस पर रेप का झूठा आरोप लगा रहा है। उसे रेप के केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। केस नहीं करने की एवज में उससे 5 लाख रुपये मांगे जा रहे हैं। जबकि मनीष ने खुद को बेगुनाह बताया। उसका कहना था कि युवती के साथ उसके कोई शारीरिक संबंध नहीं थे। जबरन उसे ब्लैकमेल कर पैसे मांगे जा रहे हैं। उनसे परेशान होकर वह सुसाइड कर रहा है।

पुलिस ने क्या कहा?

कलमना थाने के पुलिस निरीक्षक देवेंद्र ठाकुर ने बताया कि मृतक के भाई ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि कुछ लोग 5 लाख रुपए की मांग कर रहे थे और ब्लैकमेल कर रहे थे कि या तो पैसा दें या फिर उनके खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाएंगे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें गिरफ्तार करके आज न्यायालय में पीसीआर के लिए पेश करेंगे।

आसाराम बापू की मुश्किलें बढ़ीं, सुप्रीम कोर्ट ने सजा स्थगित करने की याचिका पर विचार करने से किया इनकार

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रेप के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे स्वयंभू संत आसाराम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया जिसमें आसाराम की सजा स्थगित करने का अनुरोध किया गया था।  जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एसवीएन भट्टी की पीठ ने आसाराम की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता देवदत्त कामत से कहा कि यह अदालत याचिका पर विचार करने का इच्छुक नहीं है। पीठ ने उनसे उसकी (आसाराम की) उम्रकैद की सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील पर दलील की तैयारी करने को कहा।

जोधपुर की अदालत ने सुनाई थी उम्रकैद की सजा

आसाराम को जोधपुर की एक निचली अदालत ने 25 अप्रैल 2018 को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। कामत ने दलील दी कि उनका मुवक्किल करीब 10 साल से जेल में है और हाईकोर्ट ने उसके खराब स्वास्थ्य के पहलू पर विचार नहीं कर त्रुटि की। पीठ ने कहा, ‘‘आपको एक नियमित अपील के लिए तैयारी करनी चाहिए, जो हाईकोर्ट के समक्ष सुनवाई के लिए आनी है।’’ इसने कहा कि यह राजस्थान हाईकोर्ट के सात जुलाई 2022 के आदेश के खिलाफ दायर अपील खारिज करने की इच्छुक है। कामत ने अदालत से अपील खाारिज नहीं करने का अनुरोध किया और कहा कि वह इसे वापस लेना चाहते हैं।

किशोरी के साथ रेप के मामले में इंदौर से हुई थी गिरफ्तारी

इसके बाद पीठ ने उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी और कहा कि यदि आसाराम की दोषसिद्धि और सजा के खिलाफ नियमित अपील शीघ्रता से सुनवाई के लिए नहीं ली गई, तो उन्हें सजा स्थगित कराने के लिए हाईकोर्ट के समक्ष नयी अर्जी दायर करने की छूट होगी। आसाराम अपने आश्रम में एक किशोरी के साथ बलात्कार के मामले में इंदौर में गिरफ्तार किये जाने और जोधपुर लाए जाने के बाद, दो सितंबर 2013 से जेल में है।

करीब चार साल से ज्यादा समय तक चली सुनवाई के बाद 2018 में ट्रायल कोर्ट ने आसाराम को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हालांकि आसाराम की गिरफ्तारी के बाद सूरत की दो महिलाओं ने भी शिकायत दर्ज कराई और यह आरोप लगाया कि वर्ष 2002 और 2005 के बीच आसाराम और उनके बेटे ने उनके साथ रेप किया। इस बीच आसाराम कई बार अपनी उम्र का हवाला देते हुए जमानत की अपील कर चुके हैं लेकिन हर बार उनकी याचिका खारिज हो जा रही है।

5वीं पास शख्स ने किया इतना बड़ा घोटाला कि हैरान रह गई पुलिस, केंद्र सरकार को लिखेगी चिट्ठी

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सूरत पुलिस को बीते दिनों एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी। सूरत शहर में एक वेबसाइट का इस्तेमाल कर फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में राष्ट्रव्यापी घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है। दरअसल, सूरत शहर के उमरा पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था। इसके मुताबिक, शिकायतकर्ता (एचडीएफसी बैंक) ने कहा था कि 17 लोन आवेदकों की ओर से फर्जी दस्तावेजों के जरिए 92 लाख रुपये का कुछ लोगों ने लोन लिया था। बैंक की शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुरुआत में 6 लोगों को गिरफ्तार किया और इस मामले में आगे की जांच जारी है।

राजस्थान और उत्तर प्रदेश के हैं आरोपी

इस दौरान पूछताछ में एक आरोपी प्रिंस से पता चला कि ऐसे दस्तावेज एक वेबसाइट https://premsinghpanel.xyz/ से बनाए गए थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में तेजी लाई गई और वेबसाइट, बैंक अकाउंट्स, पेमेंट गेटवे, सीडीआर के गहन तकनीकी विश्लेषण के बाद दो व्यक्ति राजस्थान के श्रीगंगानगर के सोमनाथ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव के प्रेम सिंह की पहचान की गई और फील्ड ऑपरेशन को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया गया, जिसमें पुलिस को दोनों आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी मिल गई। दिलचस्प बात यह है कि मुख्य आरोपी सिर्फ 5वीं पास है।

2 लाख से ज्याादा बनाए गए पहचान पत्र

पोर्टल रिटेलर आईडी के लिए 199 रुपये और डिस्ट्रीब्यूटर आईडी के लिए 999 रुपये ले रहा था। पोर्टल का इस्तेमाल नकली आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र और असली आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि प्रिंट करने के लिए किया जा रहा था, जिसे 15 रुपये से 200 रुपये तक में बेच रहे थे। सी पैनल के आगे के विश्लेषण से पता चला कि इस पोर्टल से तीन सालों में करीब 2 लाख से अधिक पहचान पत्र बनाए गए थे। भुगतान पेटीएम और एक एक्सिस बैंक खाते में किए गए।

पुलिस ने 50 और वेबसाइटों का पता लगाया

आगे की जांच में आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offence Wing) ने ऐसी 50 और वेबसाइटों का पता लगाया है, जो सोमनाथ और प्रेम सिंह द्वारा बनाई गई थीं। ऐसे में अब सूरत पुलिस केंद्र को अपनी साइटों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने के लिए पत्र लिखने जा रही है, क्योंकि इन सभी साइटों से बिना कोई निशान छोड़े डेटा चुराया गया था।

प्लेन में बढ़ गईं छेड़खानी की घटनाएं, मुंबई-गुवाहाटी फ्लाइट में लाइट बंद होते ही महिला यात्री को छूने लगा आरोपी

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 देश में महिलाओं से छेड़खानी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। महिलाओं से छेड़खानी अब हवा में प्लेन के अंदर भी होने लगी है। ऐसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामलों पर सख्ती भी बरत रहे हैं लेकिन घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब प्लेन में छेड़खानी की घटना मुंबई से गुवाहाटी के लिए रवाना हुई इंडिगो की फ्लाइट में हुई है। पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि आरोपी उसके बगल में बैठा था और जब प्लेन में लाइटें बंद हुईं उसने हरकत करना शुरू कर दिया। यह पिछले तीन महीने में पांचवी घटना है।

शिकायत के बाद आरोपी को किया गया गिरफ्तार 

महिला ने इस बाबत शिकायत दर्ज कराई है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ित महिला ने बताया कि वह शनिवार देर रात मुंबई से गुवाहाटी जा रही थी। इस दौरान जब फ्लाइट में केबिन की रोशनी कम हुई तो वो आराम करने लगी। उसकी आखें बंद थी लेकिन जब उनकी थोड़ी देर में आंख खुली तो उन्होंने देखा कि सीट के बगल में लगा आर्मरेस्ट ऊपर है जबकि उन्होंने उसे नीचे किया हुआ था।

इससे उसे शक हुआ और उसने आर्मरेस्ट फिर से नीचे कर दिया। इसके बाद वह फिर से सोने का नाटक करने लगी। तभी उनके पास बैठे शख्स ने फिर से आर्मरेस्ट ऊपर किया और उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश की। शख्स उनकी तरफ झुका हुआ भी था। महिला यात्री ने बताया कि शख्स की इस हरकत के बाद उन्होंने शोर मचाया और सीट की लाइटें चालू करके केबिन क्रू को बुलाया। केबिन क्रू के आने के बाद उन्होंने पूरे घटना की जानकारी दी। बाद में आरोपी डर के मारे माफी भी मांगने लगा।

जांच में कंपनी करेगी पूरा सहयोग- इंडिगो 

वहीं इस घटना के बाद विमानन कंपनी इंडिगो ने बताया कि फ्लाइट में महिला के साथ कथित उत्पीड़न करने वाले यात्री को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पीड़ित महिला ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। विमानन कंपनी ने बताया कि इस मामले में जांच के लिए पुलिस को जिस तरह की भी सहायता चाहिए होगी, कंपनी करेगी।