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इस देश में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 6.4 की तीव्रता से कांपी धरती

फिजी की राजधानी सुवा में बुधवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.4 दर्ज की गई।

ऑस्ट्रेलिया के पास दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थिति फिजी में भूकंप आने की खबर है. बताया जा रहा है कि फिजी की राजधानी सुवा में बुधवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई. ये भूकंप बुधवार सुबह 6.58 बजे आया. भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग सहम गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए।

ऑस्ट्रेलिया के पास दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थिति फिजी में भूकंप आने की खबर है. बताया जा रहा है कि फिजी की राजधानी सुवा में बुधवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.4 मापी गई. ये भूकंप बुधवार सुबह 6.58 बजे आया. भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग सहम गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए।

भूकंप के तेज झटकों से कांपा महाराष्ट्र, 10 मिनट में दो बार हिली धरती

देश के दो राज्यों में गुरुवार सुबह चार बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। देर रात जहां अरुणाचल प्रदेश में दो बार भूकंप आया तो वहीं सुबह-सुबह महाराष्ट्र में दो धरती कांपी।

मुख्य तथ्य

  • अरुणाचल के बाद महाराष्ट्र में हिली धरती
  • हिंगोली में सुबह-सुबह दो बार आया भूकंप
  • 10 मिनट के अंदर 2 बार कांपी धरती

अरुणाचल प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र में भी भूकंप के तेज झटके आने की खबर है. बताया जा रहा है कि आज यानी गुरुवार सुबह महाराष्ट्क के हिंगोली में 10 मिनट के भीतर दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. पहला भूकंप सुबह 6.08 बजे आया. जबकि दूसरा भूकंप 6 बजकर 19 मिनट पर आया. कुछ ही देर के अंतर पर दो बार आए भूकंप से लोग बुरी तरह से सहम गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. अभी तक इस भूकंप से किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है।

कितनी थी भूकंप की तीव्रता

गुरुवार सुबह 6.08 बजे महाराष्ट्र के हिंगोली में भूकंप का पहला झटका आया. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.5 मापी गई. भूकंप का केंद्र जमीन की 10 किलोमीटर नीचे था. जबकि दूसरा भूकंप सुबह 6.16 बजे आया. इस भूकंप की तीव्रता 3.6 दर्ज की गई. इस भूकंप का केंद्र भी जमीन के 10 किमी नीचे दर्ज किया गया. इन दोनों भूकंप से अभी तक किसी भी प्रकार के जान या माल के नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है. हालांकि धरती हिलने की वजह से लोग डरे हुए हैं और अभी भी अपने घरों में जाने से डर रहे हैं।

क्यों आते हैं भूकंप

दरअसल, धरती मिट्टी की चार परतों से मिलकर बनी है. इन चारों परतों को प्लेट कहा जाता है. इनमें इनर कोर, आउटर कोर, मैंटल और क्रस्ट और ऊपरी मैंटल कोर के रूप में जाना जाता है. इन परतों की मोटाई 50 किमी तक होती है. जो कई भागों में बंटी होती हैं. इन्हें टैकटॉनिक प्लेट्स के नाम से जाना जाता है. पृथ्वी के अंदर मौजूद सात प्लेटें लगातार अपने स्थान से खिसकती रहती हैं।

इस दौरान कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती है. प्लेटों के टकराने से ऊर्जा पैदा होती है, जब इस ऊर्जा को धरती के बाहर निकलने के लिए जगह नहीं मिलती तो धरती हिलने लगती है. इससे भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. वहीं भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल होती है. इसी स्थान पर भूकंप का कंपन सबसे ज्यादा होता है।

मुंबई ट्रांस हार्बर ब्रिज ‘अटल सेतु’ पर पहला हादसा, मारुति की कार ने मारी गुलाटी, वीडियो वायरल

मुंबई ट्रांस हार्बर ब्रिज पर पहला हादसा हो गया है, इस हादसे में एक तेजरफ्तार कार गुलाटी मारती है। इस हादसे में सबसे बड़ी गनीमत ये रही की, कोई हताहत नहीं हुआ।मुंबई ट्रांस हार्बर ब्रिज पर हुए इस हादसे का वीडियो वायरल हो रहा है।

मुंबई ट्रांस हार्बर ब्रिज यानी अटल सेतु पर पहला सड़क हादसा हो गया है. इस ब्रिज पर एक कार की गुलाटी मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आपको बता दें अटल सेतु का हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया था, जिसके बाद इसे आम लोगों के लिए खोला गया था।

मुंबई ट्रांस हार्बर ब्रिज यानी अटल सेतु पर हुए पहले सड़क हादसे में गनीमत रही की कोई हताहत नहीं हुआ. अगर आप इस हादसे का वीडियो देखना चाहते हैं, तो यहां आप अटल सेतु पर मारुति कार के गुलाटी मारने का वीडियो आसानी से देख सकते हैं।

कैसे हुआ अटल सेतु पर पहला हादसा

मुंबई ट्रांस हार्बर ब्रिज पर वाहन अपनी रफ्तार से दौड़ रहे हैं, जिसमें एक वाहन चालक वीडियो बना रहा है. तभी पीछे अचानक मारुति ignis ओवरअटैक करते हुए आती है और ड्राइव कार पर से अपना कंट्रोल खो देता है. इसी बीच कार गुलाटी खाकर डिवाइडर से टकराती है. गनीमत रही की इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. आपको बता दें अटल सेतु में कई हाईटेक टेक्नोलॉजी यूज की गई हैं।

भूकंप रोधी डिजाइन

अटल सेतु में आइसोलेशन बियरिंग्स का इस्तेमाल किया गया है, जो शॉक एब्जॉर्बर का काम करते हैं. इस टेक्नोलॉजी की वजह से अगर भूकंप आता है तो ये पुल टूटेगा नहीं, बल्कि थोड़ा हिल सकता है. अटल सेतु बनाने वाले इंजीनियरों के अनुसार इस पुल का डिजाइन रिक्टर पैमाने पर 6.5 तीव्रता तक के भूकंप को सहन कर सकता है।

इको फ्रेंडली लाइट

अटल सेतु पर रात के समय हाईस्पीड ट्रैफिक के लिए पर्याप्त लाइट की व्यवस्था की गई है. इसके लिए अटल सेतु पर इको फ्रेंडली लाइट यानी कम ऊर्जा वाली एलईडी लाइट का यूज किया गया है. जिनको यूज करने पर पर्यावरण को नुकसान नहीं होता।

रियल टाइम ट्रैफिक इंफॉर्मेशन डिस्प्ले

अटल सेतु पर ड्राइवरों को आसपास की लेन पर ट्रैफिक की स्थिति और एक्सीडेंट की जानकारी देने के लिए रियल टाइम ट्रैफिक इंफॉर्मेशन डिस्प्ले लगाई गई हैं. ये डिस्प्ले एक निश्चित दूरी पर लगाई गई हैं, जहां से ड्राइवरों को पूरे ब्रिज की पलपल की जानकारी यात्रा के दौरान मिलती रहेगी।

भूकंप के तेज झटकों से कांपा असम का दरांग, इतनी थी तीव्रता

असम के दरांग में आज (बुधवार) सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।

बुधवार सुबह असम के दरांग में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप आने के बाद लोग बुरी तरह से सहम गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भूकंप के ये झटके आज (बुधवार) सुबह 7.54 बजे असम के दरांग में महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई. ये भूकंप जमीन के अंदर 20 किमी की गहराई में आया. इस भूकंप से अभी तक किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।

सोमवार को भी आया था असम में भूकंप

बता दें कि इससे पहलवे सोमवार शाम को मध्य असम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इस भूकंप की तीव्रता भी रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई थी. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी में कहा गया था कि सोमवार शाम को 7.12 बजे भूकंप के झटके महसूस किये गये, जिसका केंद्र ब्रह्मपुत्र के दक्षिणी तट पर पूर्वी कार्बी आंगलोंग जिले में जमीन से 23 किमी की गहराई में था।

दिल्ली-NCR समेत देशभर में भूकंप के झटके, 6.3 की मापी गई तीव्रता

भूकंप के ये झटके देश में ही नहीं, बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी महसूस किए गए।

दिल्ली NCR समेत देशभर की धरती एक बार फिर कांप उठी है. देशभर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप की तीव्रता 6.3 की मापी गई है. जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पाकिस्तान-अफगानिस्तान का सीमा था. जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके।

इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के पीर पंचाल क्षेत्र के दक्षिण में भी भूकंप के ये झटके महसूस किए गए. भूकंप के ये झटके देश में ही नहीं, बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी महसूस किए गए. यहां से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें लोगों अपने घरों और दफ्तरों से बाहर भागते हुए नजर आ रहे हैं।

आधे घंटे में दो बार कांपी अफगानिस्तान की धरती, इतनी रही भूकंप की तीव्रता: भूकंप

पड़ोसी देश अफगानिस्तान में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। अफगानिस्तान आधी रात आधं घंटे के अंदर दो बार भूकंप आया।

HIGHLIGHTS

  • भूकंप के तेज झटकों से कांपी अफगानिस्तान की धरती
  • आधे घंटे में दो बार आए भूकंप के तेज झटके
  • रात 12.30 बजे से 12.55 बजे के बीच कांपी धरती

अफगानिस्तान में मंगलवार-बुधवार की रात आधे घंटे के अंदर दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. आधी रात में आए इस भूकंप से अभी तक किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. लेकिन भूकंप आने के बाद लोग बुरी तरह से डर गए और अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. बता  दें कि नए साल के पहले ही दिन यानी 1 जनवरी को जापान में 7.5 तीव्रता के कई भूकंप के झटके आए. जिसमें अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है. अफगानिस्तान में आए भूकंप के ताजा झटकों ने जापान की याद दिला दी।

रात साढ़े 12 बजे आया अफगानिस्तान में भूकंप

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, बुधवार को अफगानिस्तान के फैजाबाद में भूकंप के दो तेज झटके आए. पहला भूकंप रात 12.28 बजे फैजाबाद से 126 किमी पूर्व 80 किमी की गहराई में आया।

4.4 मापी गई भूकंप की तीव्रता

जबकि, दूसरी भूकंप रात 12.55 बजे फैजाबाद से 100 किमी दक्षिण-पूर्व में 100 किमी की गहराई में दर्ज किया गया.  एनसीएस ने एक्स पर एक ट्वीट कर कहा कि, पहले भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई. ये भूकंप अक्षांश: 36.90 और लंबाई: 71.95, गहराई: 80 किमी की गहराई में फैजाबाद से 126 किमी किमी पूर्व में आया।

दूसरी बार 4.8 की तीव्रता से कांपी अफगानिस्तान की धरती

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, अफगानिस्तान में भूकंप का दूसरा झटका रात 12.55 मिनट पर आया. जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई. एनसीएस ने एक्स पर किए एक ट्वीट में बताया कि, अफगानिस्तान के फैजाबाद से करीब 100 किमी दूर दक्षिण पूर्व में रात 12.55 बजे अक्षांश: 36.90 और लंबाई: 71.65, 140 किमी की गहराई में 4.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. हालांकि दोनों ही भूकंप से किसी भी तरह के जान या माल के नुकसान की अभी तक कोई खबर नहीं है।

 

रनवे पर आग की लपटों से घिरा विमान, दो पायलट की मौत

जापान से खौफनाक हादसे की एक बड़ी खबर आ रही है, जहां टोकियो एयरपोर्ट पर एक प्लेन लैंड करते समय अचानक भीषण आग की चपेट में आ गया। इस हादसे की पुष्टि जापानी न्यूज एजेंसी एनएचके ने की है।

जापान से खौफनाक हादसे की एक बड़ी खबर आ रही है, जहां टोकियो एयरपोर्ट पर एक प्लेन लैंड करते समय अचानक भीषण आग की चपेट में आ गया. इस हादसे की पुष्टि जापानी न्यूज एजेंसी एनएचके ने की है. मामले में अबतक मिली जानकारी के अनुसार, प्लेन हादसे की ये दुर्घटना विमान लैंडिंग के वक्त, किसी दूसरे विमान से टकराने की वजह से पेश आने का शक है. हालांकि अबतक इसकी असल वजह का साफ पता नहीं चल पाया है. वहीं संबंधित विभाग लगातार मामले में तफ्तीश कर हकीकत का पता लगाने में जुटे हैं…

गौरतलब है कि, जापानी न्यूज एजेंसी एनएचके ने इस खौफनाक हादसे से जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें साफ तौर पर विमान की खिड़की और इसके नीचे से आग की लपटों को उठते देखा जा सकता है. बताया गया है कि, हादसे की चपेट में आई फ्लाइट का नंबर JAL 516 था, जिसने होक्काइडो से उड़ान भरी थी।

जापान के इशिकावा में 7.4 तीव्रता का आया भूकंप

टोक्यो:

जापान के प्रांत इशिकावा में 7.4 तीव्रता का भूकंप आया। वहां के मौसम एजेंसी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जापान में 7 से ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर देश में सुनामी जारी की जाती है, इस बार भी जारी की गई है।

हालांकि अभी तक जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है।

यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

24 घंटे में भूकंप से 10 से ज्यादा बार हिली कश्मीर की धरती, चीन में भी आया भूकंप

जम्मू कश्मीर में एक बार फिर धरती कांपी है। यहां पिछले 24 घंटे में 11 बार भूकंप से धरती हिली है। लगातार आ रहे भूकंप से यह डर बना हुआ है कि कहीं हिमालयी इलाके में कोई बड़ा भूकंप न आ जाए। मंगलवार सुबह 10.31 बजे एक बार फिर कश्मीर घाटी में भूकंप आया। भूकंप से कारगिल और लद्दाख की धरती कांप उठी। भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर गहराई में था। सोमवार दोपहर बाद से ही हिमालयी इलाकों में भूकंप के झटके आ रहे हैं। वहीं सोमवार रा​त को ही चीन के उत्तरी पश्चिमी इलाकें में पहाड़ी क्षेत्र में ही भूकंप आया था।

बीते कुछ साल से शुरू हुआ भूकंप का सिलसिला समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। भारत और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में इन दिनों भूकंप की कोई न कोई खबर सामने आती रहती है। अब सोमवार को दोपहर में केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी कुल 4 बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप के कारण स्थानीय लोगों के बीच दहशत का माहौल पैदा हो गया है। बता दें कि इन क्षेत्रों में काफी संख्या में पहाड़ियां हैं जिस कारण भूकंप आने से बड़ी तबाही हो सकती है।

इतनी तीव्रता का था भूकंप

नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.5 मापी गई है। वहीं, कई अन्य रिपोर्ट्स के अनुसार, ये भूकंप 5.7 तीव्रता का था। बता दें कि इस स्तर के भूकंप को खतरनाक माना जाता है। नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप सोमवार को दोपहर 3 बजकर 48 मिनट पर आया। इस भूकंप का केंद्र लद्दाख के करगिल में धरती के 10 किलोमीटर भीतर में था।

सोमवार को लगातार 4 बार आया भूकंप

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोग एक भूकंप से उबरे ही थे कि सोमवार को ही एक बार फिर से 4 बजकर 1 मिनट पर लोगों को दूसरी बार भूकंप के झटके लगे। इस बार भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई। वहीं, इसका केंद्र जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में धरती के 16 किलोमीटर भीतर बताया गया है। वहीं, तीसरा भूकंप भी 4 बजकर 1 मिनट पर आया जिसकी तीव्रता 3.8 बताई गई है। इसका केंद्र भी धरती के 10 किमी भीतर बताया जा रहा है। वहीं, भूकंप का चौथा झटका 4 बजकर 18 मिनट पर लगा। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई और इसका केंद्र जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में धरती के 10 किमी नीचे था। इस तरह अब तक पिछले 24 घंटे में 11 बार कश्मीर की धरती भूकंप से हिल चुकी है।

चीन के पहाड़ी इलाकों में भी जोरदार भूकंप से हुईं सैकड़ों मौतें
जहां भारत के हिमालयी इलाकों में भूकंप से धरती हिल रही है। वहीं चीन में भी सोमवार रात जोरदार भूकंप आया। भूकंप से भारी तबाही हुई है। सैकड़ों लोगों की मौत हो गई और मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। चीन की सरकारी मीडिया ने मंगलवार को बताया कि उत्तर-पश्चिमी चीन के ठंडे और पहाड़ी इलाके में सोमवार आधी रात को आए भूकंप में कम से कम 116 लोगों की मौत हो गई। इस भूकंप की तीव्रता 6.2 बताई जा रही है। इस भूकंप से गांसु और किंघई प्रांत में काफी नुकसान हुआ है। वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सर्च एंड रेस्क्यू कार्य में युद्ध स्तर पर काम करने की अपील की है।

500 से ज्यादा लोग घायल, सड़कें टूटीं

गांसु और पड़ोसी किंघई प्रांतों में खोज और बचाव अभियान चल रहा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भूकंप में 500 से अधिक लोग घायल हो गए, घर और सड़कें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं और बिजली और संचार लाइनें ठप हो गईं। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र ने कहा कि गांसु में सोमवार आधी रात से ठीक पहले 10 किलोमीटर (छह मील) की अपेक्षाकृत उथली गहराई पर 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने तीव्रता 5.9 मापी।