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लोकसभा चुनाव के तैयार भाजपा, जारी की 15 उम्मीदवारों की चौथी सूची

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भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 15 उम्मीदवारों की अपनी चौथी सूची जारी कर दी है।

भारतीय जनता पार्टी  ने शुक्रवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 15 उम्मीदवारों की अपनी चौथी सूची जारी कर दी है. सूची में तमिलनाडु और पुडुचेरी के संसदीय क्षेत्र शामिल हैं, जहां 19 अप्रैल आम चुनाव के पहले चरण में मतदान होगा. मालूम हो कि, बीजेपी ने बड़ा फैसला लेते हुए ए नमस्सिवायम  को पुडुचेरी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. नमस्सिवयम, एन रंगास्वामी  सरकार में केंद्र शासित प्रदेश के गृह मंत्री हैं।

यहां लोकसभा चुनाव लड़ने वाले 15 उम्मीदवारों की सूची दी गई है:

1 पुडुचेरी – ए नमस्सिवयम

2 तिरुवल्लूर (एससी)- पोन. वी. बालगणपति

3 चेन्नई उत्तर- आर. सी. पॉल कनगराज

4 तिरुवन्नामलाई- ए. अश्वत्थामन

5 नामक्कल- डॉ. के.पी. रामलिंगम

6 तिरुप्पुर- ए.पी. मुरुगानंदम

7 पोलाची- के. वसंतराजन

8 करूर- वि.वि. सेंथिलनाथन

9.चिदंबरम (एससी)- पी. कार्थियायिनी

10 नागापट्टिनम (एससी)- एसजीएम रमेश

11 तंजावुर- एम. ​​मुरुगानंदम

12 शिवगंगा- डॉ. देवनाथन यादव

13 मदुरै- प्रोफेसर रामा श्रीनिवासन

14 विरुधुनगर-राधिका सरथकुमार

15 तेनकासी (एससी)- बी. जॉन पांडियन

गौरतलब है कि, गुरुवार को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की, जिसमें तेलंगाना के पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंंदरराजन को मैदान में उतारा गया, जिन्होंने हाल ही में चेन्नई दक्षिण से गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था।

तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई को कोयंबटूर निर्वाचन क्षेत्र के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था, जबकि केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को नीलगिरी से मैदान में उतारा गया था।

मालूम हो कि, 543 संसदीय क्षेत्रों के लिए चुनाव सात चरणों में होंगे, जो 19 अप्रैल से 1 जून 2024 तक चलेंगे. वहीं वोटों की गिनती 4 जून को होगी. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को, दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को, तीसरे चरण का 7 मई को, चौथे चरण का 13 मई को, 5वें चरण का 20 मई को, छठे चरण का 25 मई को और आखिरी और 7वें चरण का मतदान जून को होगा।

दिल्ली की कोर्ट में ED की चौंकाने वाली दलील, 10 पॉइंट्स में जानें पूरी बात

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दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की कोर्ट में पेश किया है…

दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने  आम आदमी पार्टी के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया है. ईडी ने कोर्ट से सीएम केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड मांगी है. कोर्ट में पेशी के दौरान ईडी ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपनी दलीलें दी हैं. ईडी ने अरविंद केजरील को दिल्ली शराब नीति मामले का सरगना बताया है. आपको बता दें कि ईडी ने कल यानी गुरुवार शाम को सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है।

  1. अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के सरगना: ED
  2. के कविता के साथ शराब नीति पर मिलकर बात करने की बात: ED
  3. अरविंद केजरीवाल ने के कविता से मुलाकात की थी: ED
  4. रिश्वत के पैसों का इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया गया: ED
  5. अरविंद केजरीवाल शराब नीति बनाने में शामिल: ED
  6. अरविंद केजरीवाल का बेहद करीबी है विजय नायर: ED
  7. बिचौलिया की भूमिका में था विजय नायर: ED
  8. अरविंद केजरीवाल के खास लोगों का पक्ष लिया: ED
  9. के कविता का बयान भी लिया गया: ED
  10. 45 करोड़ रुपए हवाला से गोवा भेजे गए: ED
  11. ईडी ने कोर्ट में दो लोगों की चैट का हवाला भी दिया: ED
  12. कई लोगों को भारी भरकम कैश भी दिया: ED

कोर्ट में यह था ईडी का पक्ष

ASG SV राजू ने कोर्ट को बताया कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब नीति मामले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल थे. दिल्ली शराब नीति को कुछ इस तरह से डिजाइन किया गया कि इसमें रिश्वत का लेन देन हो सके. एसवी राजू ने कहा कि विजय नायर आम आदमी पार्टी और साउथ पक्ष के बीच में बिचौलिया की भूमिका में थे।

के कविता से मिले थे अरविंद केजरीवाल

ईडी ने कोर्ट को बताया कि विजय नायर अरविंद केजरीवाल के घर पास ही रह रहा था. विजय नायर मुख्यमंत्री के साथ काम कर रहा था, जिन्होंने अपनी नीति के तहत शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के लिए उनसे रिश्वत की मांग की थी. ई़डी ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने पंजाब चुनाव के लिए साउथ ग्रुप से 100 करोड़ रुपए की मांग की थी. जांच एजेंसी ने कहा कि केजरीवाल ने खुद के कविता से मुलाकात की थी और शराब नीति मामले में साथ-साथ काम करने की बात कही थी।

CM ममता बनर्जी ने की केजरीवाल के परिजनों से बात, जानें क्या कहा?

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दिल्ली शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश में सियासी हलचल का माहौल है, इस क्रम में वेस्ट बंगाल की सीएम ने केजरीवाल के परिजनों से बात की।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के परिजनों से बात की है. सीएम ममता बनर्जी ने ईडी द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा की है. मुख्यमंत्री का कहना है कि INDIA गठबंधन के नेता आज चुनाव आयोग से मिलकर ‘जानबूझकर निशाना बनाने’ और ‘विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी’ के खिलाफ आपत्ति जताएंगे. ममता बनर्जी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से सुनीता केजरीवाल से बातचीत की और उनको हर मदद का वादा किया.  आपको बता दें कि दिल्ली शराब नीति केस में ईडी ने कल यानी गुरुवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की टीम शाम को उनके आवास पर पहुंची और सीएम केजरीवाल को 10वां समन जारी किया और उनसे दो घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया।

देश के लोकतंत्र पर करारी चोट

तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कहा कि ईडी का यह कदम देश के लोकतंत्र पर करारी चोट है. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के लोगों द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करती हूं. यह अपमानजनक है कि कैसे जनता द्वारा चुने गए गैर-बीजेपी राज्यों में मुख्यमंत्रियों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लोकतंत्र पर हमला ही कहा जाएगा कि एक दल विशेष में शामिल होने के बाद सीबीआई/ईडी जांच के तहत आरोपी व्यक्तियों को दण्ड से मुक्ति के साथ अपने कदाचार जारी रखने की अनुमति है।

चुनाव आयोग से मिलेगा विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के सहयोगी हैं. ममता बनर्जी ने कहा कि आज इंडिया गठबंधन के नेता चुनाव आयोग से मिलेंगे और विपक्षी नेताओं को निशाना बनाए जाने के लिए अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे. वहीं, बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है. बीजेपी सांसद सुंधाशू त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल भारतीय इतिहास के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने गिरफ्तारी के बाद भी अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं, जिनको गिरफ्तारी के बाद भी अपना पद छोड़ने की कोई चिंता नहीं है. दूसरे शब्दों में कहें तो अरविंद केजरीवाल इस मामले में लालू प्रसाद यादव से भी आगे निकल गए हैं।

IPL मैच में ऐसी-ऐसी जगह लगे होते हैं कैमरे, अंदाजा भी नहीं लगा सकते आप

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IPL मैच में ऐसी-ऐसी जगह लगे होते हैं कैमरे, अंदाजा भी नहीं लगा सकते आप।

इंतजार खत्म होने ही वाला है, क्योंकि कुछ ही देर में इंडियन प्रीमियर लीग 2024 का पहला मैच शुरू हो जाएगा. चेपॉक स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच कांटे की टक्कर वाला ओपनिंग मैच खेला जाएगा. इस मैच का सभी क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस बार आईपीएल में हीरो कैम का भी इस्तेमाल किया जाएगा, जो टूर्नामेंट को और भी अधिक रोमांचक बनाएगा।

कहां-कहां लगे होते हैं कैमरे?

अब यदि इनमें से सबसे महंगे कैमरे की बात करें, तो लाइव मैच कैमरा काफी महंगा होता है, जिसकी कीमत 40 लाख से भी अधिक हो सकती है. हालांकि कैमरे की कीमत उसकी क्वालिटी पर भी निर्भर करती है. IPL मैच के दौरान LED स्टंप का भी इस्तेमाल होता है. जब गेंद स्टंप से टकराती है, तो लाइट जलती है. ये लाइट्स बेल्स में भी लगी होती है. इसका काम अंपायर के फैसले के काम को आसान बनाना होता है. एक LED स्टंप की कीमत लाखों रुपए में होती है. एक छोटा कैमरा मिडिल स्टंप पर लगा होता है. इसमें माइक भी होता है, जो कि प्लेयर्स की आवाज को रिकॉर्ड करता है. यह कैमरा रिप्ले दिखाने के काम आता है।

हीरो कैम का भी होगा इस्तेमाल

IPL मैचों पर सभी की नजरें रहती हैं. इसलिए ब्रॉडकास्टर्स पूरे मैदान पर ढ़ेरों कैमरे लगाते हैं. इसके अलावा, स्टम्प्स और कैप के साथ-साथ पर भी कई जगह पर कैमरे लगे रहते हैं. वैसे तो कैमरे कई तरह के होते हैं. इनमें लाइव मैच कैमरा, स्पाइडर कैमरा, रोबो कैम और हॉक-आई कैमरे खास हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम में 50 से भी अधिक कैमरे लगाए जाते हैं।

आईपीएल 2024 को फैंस के लिए और दिलचस्प बनाने के लिए स्पेशल तैयारी की गई है. टूर्नामेंट में हर मुकाबले में ‘हीरो कैम’ का इस्तेमाल किया जाएगा, जो कोहली, धोनी और रोहित शर्मा जैसे प्लेयर्स के हर मूवमेंट को ट्रैक करेगा. असल में, जियो सिनेमा ने फैंस के मजे को दोगुना करने के लिए हीरो कैम का इंतजाम किया है. यह कैमरे मैच के दौरान टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले सभी बड़े-बड़े प्लेयर्स पर नजर रखेगा. उनकी पल-पल की मूवमेंट को ट्रैक करेगा।

इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा आदेश, यूपी मदरसा कानून को बताया ‘असंवैधानिक’

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इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम, 2004 को “असंवैधानिक” और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन करार दिया।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय  ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम, 2004  को “असंवैधानिक” और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन करार दिया. न्यायमूर्ति विवेक चौधरी और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार को वर्तमान में मदरसों में पढ़ रहे छात्रों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली में समायोजित करने के लिए एक योजना बनाने का भी निर्देश दिया. इस आर्टिकल में हम कोर्ट के पूरे आदेश को जानेंगे.

अदालत की लखनऊ शाखा ने अंशुमान सिंह राठौड़ नामक व्यक्ति द्वारा दायर रिट याचिका पर कानून को अधिकारातीत बताया. गौरतलब है कि, कोर्ट का ये फैसला राज्य सरकार द्वारा राज्य में इस्लामी शिक्षा संस्थानों का सर्वेक्षण करने के निर्णय के महीनों बाद आया है. बता दें कि ये सर्वेक्षण प्रदेश के मदरसों को विदेशों से मिलने वाले फंड को लेकर किया जाना था, जिसके लिए अक्टूबर 2023 में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया गया था।

याचिकाकर्ता राठौड़ ने यूपी मदरसा बोर्ड की संवैधानिकता को चुनौती दी थी और साथ ही भारत सरकार और राज्य सरकार दोनों द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा मदरसों के प्रबंधन पर आपत्ति जताई थी।

गौरतलब है कि, इलाहाबाद हाई कोर्ट की डबल बेंच के फैसले के बाद सभी अनुदान, अर्थात, सरकार से प्राप्त वित्तीय सहायता, अनुदान प्राप्त मदरसों को बंद कर दिया जाएगा और ऐसे मदरसों को समाप्त कर दिया जाएगा।

कौन है कपिल राज, जिसने केजरीवाल और सोरेन समेत दोनों CM को किया गिरफ्तार

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देश के दो मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार करने वाले कौन हैं ईडी के अधिकारी कपिल राज, कई बड़े मामलों की कर रहे जांच।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली के कथित शराब घोटाले मामले में पूछताछ के लिहाज से उनकी गिरफ्तारी की गई है. खास बात यह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिस अधिकारी ने गिरफ्तार किया है उसका नाम कपिल राज है. यह वही अधिकारी है जिसने इससे पहले देश के एक और मुख्यमंत्री को अरेस्ट किया था. जी हां झारखंड के सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख हेमंत सोरेन को गिफ्तार करने वाले भी कपिल राज ही थे. आइए जानते हैं कौन हैं कपिल राज?

कपिल राज ने की ईडी टीम की अगुवाई
कपिल राज प्रवर्तन निदेशालय में जॉइंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारी हैं. उन्होंने ही अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के दौरान ईडी टीम की अगुवाई की. यही नहीं आपको बता दें कि कपिल राज ही दिल्ली के कथित शराब घोटाले की जांच भी कर रहे हैं. यानी इस स्कैम के जांच अधिकारी भी कपिल राज ही हैं. कपिल राज ने अरविंद केजरीवाल से उनके निवास पर गुरुवार देर रात तक कई सवाल पूछे. इसके बाद उन्होंने केजरीवाल को गिरफ्तार किया।

2009 बैच के IRS अधिकारी
कपिल राज 2009 बैच के IRS ऑफिसर हैं. हालांकि मौजूदा समय में वह प्रवर्तन निदेशायल के रांची जोन के प्रमुख हैं. कपिल ने सितंबर 2023 यानी पिछले वर्ष ईडी के अडिशनल डायरेक्टर का पदभार संभाला है. लेकिन उन्हें फिलहाल दिसंबर 2024 तक रांची जोन के प्रमुख के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है. कपिल राज इससे पहले पश्चिम बंगाल में भी तैनात थे।

दो मुख्यमंत्रियों को किया गिरफ्तार
कपिल राज ने अपने छोटे से कार्यकाल के अंदर देश के दो मुख्यमंत्रियों को पद पर रहते गिरफ्तार किया है. अरविंद केजरीवाल के अलावा एक महीने पहले ही उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरने को भी गिरफ्तार किया था।

इन बड़े मामलों की जांच में भी जुटे हैं कपिल राज
दिल्ली के कथित शराब घोटाले से लेकर झारखंड के अवैध खनन मामले तक ही कपिल राज सीमित नहीं हैं. इन दो बड़े मामलों के अलावा भी कपिल राज के अंडर में कई अहम मामले हैं. जिनकी जांच में वह जुटे हुए हैं. इनमें जमीन घोटाला, विधायक नकद घोटाला जैसे कुछ महत्वपूर्ण केस जुड़े हुए हैं।

कपिल राज के काम से खुश होकर बीते वर्ष उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू ईडी सेक्शन ने एक वर्ष डेप्यूटेशन भी दिया है. उनका ये डेप्यूटेशन उनके काम के प्रति योगदान को देखकर दिया गया है।

केजरीवाल की गिरफ्तारी पर बोले अन्ना हजारे, ‘वो शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे…’

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सोशल एक्टिविस्ट अन्ना हजारे की दिल्ली सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि, केजरीवाल शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे।

सोशल एक्टिविस्ट अन्ना हजारे की दिल्ली सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा है कि, प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को उनके कामों के कारण गिरफ्तार किया गया है. भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का चेहरा बन चुके महाराष्ट्र के सोशल एक्टिविस्ट हजारे ने कहा कि, वह अरविंद केजरीवाल से नाराज हैं. गौरतलब है कि, अन्ना हजारे ने दिल्ली सीएम केजरीवाल के साथ 2010 की शुरुआत में लोकपाल आंदोलन का नेतृत्व किया था।

अन्ना हजारे ने केजरीवाल से नाराजगी जताते हुए कहा कि, मेरे साथ काम करते हुए केजरीवाल शराब के खिलाफ आवाज उठाते थे, मगर अब स्थिति उलट है।

गौरतलब है कि, केंद्र की कांग्रेस सरकार से भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल की मांग को लेकर हजारे और केजरीवाल ने आंदोलन के दौरान कई बार आमरण अनशन किया था. दोनों नेताओं के पीछे लाखों लोग जुट गए थे. हालांकि, विरोध ख़त्म होने के बाद, केजरीवाल और गैर-लाभकारी संस्था इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कई अन्य सदस्यों ने मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया था।

हालांकि हजारे, जो इस विरोध प्रदर्शन को गैर राजनीतिक बताते थे, उन्होंने केजरीवाल के AAP बनाने के कदम पर नाखुशी व्यक्त की थी।

क्यों गिरफ्तार हुए केजरीवाल?

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार रात केजरीवाल को उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया. यह पहली बार है जब भारत में किसी सेवारत मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है. गुरुवार रात ईडी की 10 सदस्यीय टीम ने केजरीवाल के घर पर छापा मारा और 2 घंटे की तलाशी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि, ईडी द्वारा केजरीवाल को नौ समन जारी किए जाने के बावजूद पेश न होने के चलते एजेंसी ने उनके खिलाफ ये कार्रवाई की।

सीएम की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि, अरविंद केजरीवाल पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से सरकार चलाएंगे. वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने नैतिक आधार पर उनके इस्तीफे की मांग की है।

होली के दिन ढाई बजे से चलेगी मेट्रो, DMRC ने किया नोटिफिकेशन जारी

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इन दिनों पूरा देश होली की मस्ती में सराबोर है।होली के सिर्फ 4 3 दिन ही शेष बचे हैं वैसे तो होली के दिन राष्ट्रीय छुट्टी होती है। लेकिन इसके बाद भी कुछ लोगों को होली के दिन भी काम के चलते मेट्रो से सफर करना होता है।

मुख्य तथ्य

  • होली वाले दिन दोपहर ढाई बजे शुरू होगी दिल्ली मेट्रो सर्विस
  • 25 मार्च को दिल्ली की सभी लाइनों पर सुबह के वक्त नहीं चलेगी मेट्रो
  • इस मेगा ब्लॉक के दौरान मेट्रो रखरखाव के काम करती है

इन दिनों पूरा देश होली की मस्ती में सराबोर है. होली के सिर्फ 4 3 दिन ही शेष बचे हैं. वैसे तो होली के दिन राष्ट्रीय छुट्टी होती है. लेकिन इसके बाद भी कुछ लोगों को होली के दिन भी काम के चलते मेट्रो से सफर करना होता है. ऐसे लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि होली के दिन सभी लाइनों की मेट्रो ढाई बजे तक पूरी तरह बंद रहेंगी. ढाई बजे के बाद मेट्रों का संचालन यथावत शुरू कर दिया जाएगा. डीएमआरसी के मुताबिक, होली के दिन  11 बजे के बाद दोपहर ढाई बजे तक मेट्रो का रखरखाव का कार्य किया जाएगा।

रैपिड मेट्रो, एयरपोर्ट सर्विस भी रहेगी बंद
DMRC ने अपने पोस्ट में बताया है कि सुबह के वक्त रैपिट मेट्रो लाइन से लेकर एयरपोर्ट एक्सप्रेस सर्विस लाइन दोपहर ढाई बजे तक बंद रहेग. दोपहर ढाई बजे के बाद सभी टर्मिनल स्टेशन से मेट्रो सेवा शुरू होगी. इसके बाद आम दिनों की तरह मेट्रो सर्विस चलेगी. हालांकि हर साल होली के दिन ढाई बजे तक ही मेट्रों की सेवा बाधित की जाती है. लेकिन किसी को परेशानी न हो इसलिए सूचना प्रेषित की जाती है. यात्रियों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि वो होली के दिन सुबह से दोपहर ढ़ाई बजे तक मेट्रो के स्थान पर किसी अन्य साधनों का इस्तेमाल कहीं आने जाने के लिए करें. ऐसा नहीं करने पर आपको मेट्रो स्टेशन पहुंचने के बाद मायूसी का सामना करना होगा।

नमों भारत एक्सप्रेस भी रहेंगी बंद
आपको बता दें कि दुहाई से साहिबाबाद चलाई जाने वाली नमो भारत एक्सप्रेस को भी होली के दिन बंद किया गया है. बताया जा रहा है कि रेपिडेक्स नाम से चलने वाली नमो भारत को भी होली वाले दिन बंद किया गया है. रूट पर चलने वाले यात्री भी किसी अन्य संसाधन से अपना काम कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि यह सेवा पूरे दिन बंद रहेगी. अगले दिन यथावत सेवा को शुरू कर दिया जाएगा. होली सनातन धर्म का बड़ा त्योहार होता है. इसलिए इसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा।

न बिस्तर.. न विशेष व्यवस्था.. कुछ यूं CM केजरीवाल ने बिताई ED लॉक अप में पहली रात

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दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल में पहली रात काफी तनावपूर्ण बिताई। जांच एजेंसी के लॉक-अप में कोई अलग या विशेष व्यवस्था नहीं की गई थी।

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉक अप में पहली रात काफी तनावपूर्ण बिताई. दरअसल गुरुवार रात शराब नीति घोटाले  से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. इसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर ईडी कार्यालय की ओर जाने वाली सभी सड़कें बंद कर दी गईं और पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई थी. साथ ही कार्यालय के आसपास केवल पुलिस और मीडिया कर्मियों को ही जानें की अनुमति दी गई थी।

मिली जानकारी के अनुसार, AAP सुप्रीमो केजरीवाल ने जांच एजेंसी द्वारा हवालात में ले जाने से पहले रात का खाना खाया. इसके बाद लॉक अप में उन्हें रात के लिए बिस्तर और कंबल दिया गया।

दिल्ली मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के बाद उनकी कानूनी टीम प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के खिलाफ सीएम की सुरक्षा की मांग लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची, हालांकि कोर्ट ने उन्हें तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया. इसके बाद इस मामले में आज सुनवाई हो रही है।

सीएम केजरीवाल ने कुछ यूं बिताई लॉक अप में रात…

प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय ले जाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने रात का खाना खाया, फिर उन्हें जांच एजेंसी के लॉक-अप में ले जाया गया. जहां उन्हें एसी की सुविधा दी गई, मगर बेड नहीं दिया गया. हालांकि रात के लिए गद्दा और कंबल दिया गया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, केजरीवाल के लिए कोई अलग या विशेष व्यवस्था नहीं की गई थी. हालांकि उन्हें चाय, कॉफी और नाश्ता दिया गया. वहीं क्योंकि केजरीवाल मधुमेह के मरीज हैं, इसलिए जांच एजेंसी ने इसे ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं की थी।

गौरतलब है कि, तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के कविता को भी उसी परिसर में रखा गया है, लेकिन लॉक-अप अलग हैं. ईडी द्वारा दिल्ली के सीएम की कस्टडी मिलने के बाद उनसे दूसरे दौर की पूछताछ की जाएगी।