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बीजेपी नेता विजय सिन्हा ने कहा- लालू और तेजस्वी यादव चोर दरवाजे से सत्ता में आए …हटाने के लिए बीजेपी ने रणनीति बनाई है

जेडीयू और आरजेडी के बीच जारी बेचैनी के माहौल के बीच बीजेपी का बड़ा बयान सामने आया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय सिन्हा ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी चोर दरवाजे से सत्ता में आए हैं।

विजय सिन्हा ने कहा कि अब उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए बीजेपी ने रणनीति बनाई है, जिसका परिणाम भी दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी लालू और तेजस्वी को सत्ता से हटाने वाली है। खास बात ये है कि विजय सिन्हा ने अपने बयान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया। इससे राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है।

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से आरजेडी और जेडीयू के बीच तनातनी होने के कयास लगाए जा रहे हैं। दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेता कह रहे हैं कि महागठबंधन में ऑल इज वेल है। हालांकि, दोनों पार्टियों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है इसे लेकर अटकलबाजी तेज है। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने शुक्रवार को यह दावा तक कर दिया नीतीश कुमार कुछ नया खेल करने वाले हैं। लालू और तेजस्वी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात भी की। मांझी ने कहा कि नीतीश नया खेल करने वाले हैं, इसकी भनक लालू को मिल गई है इसलिए वे सीएम से जाकर मिले हैं।

सीएम नीतीश के एनडीए में आने के सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा – अगर नीतीश कुमार बीजेपी में आना चाहते हैं तो…

बिहार के बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सीएम नीतीश कुमारबीजेपी की सदस्यता लेना चाहें तो उनका स्वागत है. सम्राट चौधरी ने तंज भरे लहजे कहा कि ”मैं तो कह ही रहा हूं नीतीश कुमार और लालू यादव बीजेपी की सदस्यता लेना चाहें तो उनका बीजेपी में स्वागत है।

सम्राट चौधरी ने बताया है कि बिहार बीजेपी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कर चुकी है. 15 जनवरी को ‘दीवार लेखन’ के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने पूरे देश में अभियान की शुरुआत की. हम लोग लगातार तीर्थ स्थान पर मंदिर सफाई अभियान चला रहे हैं. लाभार्थी संपर्क अभियान चलाएंगे, गांव संपर्क अभियान चलाएंगे. जो काम नरेंद्र मोदी जी ने किया है उसको लेकर हम गांव में स्वयं सहायता समूह के बीच में, बहनों के बीच और गांव में जाएंगे।

लालू यादव और नीतीश कुमार पर हमला करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा, ”15 साल तक लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री रहे. 18 वर्ष से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है. 2024 में बिहार की जनता से चाहते हैं कि बिहार के विकास की बाधा को तोड़ते हुए अपार बहुमत से फिर से नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाएं।

‘महागठबंधन में उलटफेर होने वाला है’ के सवाल पर झुंझलाए JDU के मंत्री, बोले- ‘कहां से सर्टिफिकेट लाकर दें’

बिहार में जिस तरह से सियासी घटनाक्रम बदल रहे हैं, उससे कयास लगने शुरू हो गए हैं कि सिर्फ सूर्य ही मकर रेखा पर नहीं गया है बल्कि बहुत कुछ लाइनों का अतिक्रमण होना बाकी है. इस वक्त बिहार में चर्चा नीतीश के पलटने वाली राजनीति की भी है. हालांकि जेडीयू की ओर से दावा किया जा रहा है कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक है. लालू यादव और तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की तो हलचल शुरू हो गई।

महागठबंधन में उलटफेर होने वाला है?

इसी घटना क्रम को देखते हुए इधर बीजेपी ने अचानक बीजेपी विधान मंडल की बैठक बुलाई है. इस घटना ने भी सियासी फिजा के बदलने के संकेत देने शुरू कर दिए हैं. बीजेपी की बैठक को लेकर पूछने पर मंत्री अशोक चौधरी कहते हैं कि इसके बारे में स्पष्ट जानकारी बीजेपी के लोग ही दे सकते हैं. वहीं नीतीश के साथ लालू-तेजस्वी की मुलाकत पर जेडीयू ने कहा है कि इसमें कोई नया नहीं है. सरकार में पार्टनर होने के नाते आना-जाना, मिलना-मिलाना लगा रहता है।

”इसमें नया कुछ नहीं है. सरकार में पार्टनर हैं. पहले भी लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात कर चुके हैं. मुख्यमंत्री भी कई बार जाकर लालू प्रसाद यादव से मुलाकात किए हैं. हम लोग मजबूती के साथ गठबंधन में आगे बढ़ रहे हैं.”- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री, बिहार

जेडीयू के मंत्री नीतीश-लालू मुलाकात पर क्या बोले ?

मंत्री अशोक चौधरी ने ये भी कहा कि कहां से आपको सर्टिफिकेट लाकर दें कि सबकुछ ठीक चल रहा है. पिछले 1 महीने से मीडिया के लोग सरकार बना और गिरा रहे हैं. जबकि हकीकत ये है कि इसमें न तो मेरी कोई भूमिका है और न ही मेरी पार्टी की भूमिका है. हम लोग मजबूती के साथ गठबंधन में आगे बढ़ रहे हैं।

”आप लोगों को कहां से ला कर सर्टिफिकेट लाकर दें. एफिडेविट करा कर आप लोगों को दे दें क्या. सीट शेयरिंग को लेकर हम लोग लगातार कह रहे हैं कि इसमें देरी हो रही है. हमारे नेता तो लगातार कहते रहे हैं कि जल्द से जल्द सीट शेयरिंग हो जाना चाहिए.”- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री, बिहार

‘विधायकों को पटना में रहने का निर्देश’, बोले जीतन राम मांझी- ’25 जनवरी को बिहार में बदल जाएगी सरकार’

पटना: क्या 25 जनवरी को बदल जाएगी बिहार की सरकार? क्या बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है?. क्या जेडीयू फिर से एनडीए का हिस्सा होगा?. दरअसल हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने एक ट्वीट कर बड़ा सियासी बम फोड़ दिया है. अपने ट्वीट में मांझी ने अपने सभी विधायकों को 25 जनवरी तक पटना में रहने का निर्देश दिया है।

क्या बोले जीतन राम मांझी : पूर्व मुख्यमंत्री और हम सुप्रीमो ने शुक्रवार की सुबह एक ट्वीट कर लिखा, ”दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है. राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है. जो भी हो राज्यहित में होगा. जय बिहार.”

पहले भी जीतन राम मांझी ने किया था दावा :जीतन राम मांझी के दावे के सियासी चर्चा एक फिर तेज हो गई है, कि बिहार में 25 जनवरी को कुछ बड़ा होने वाला है. बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या बिहार में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है. इससे पहले भी मांझी बिहार में सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट को लेकर ट्वीट कर चुके है।

सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट’ : पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने 14 जनवरी को ट्वीट कर लिखा था कि ”राज्य में सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट से कुछ अधिकारियों से ज्यादा राजद-जदयू-कांग्रेस के कार्यकर्ता परेशान हैं. राजद के लोग इस सोच में परेशान है कि फ्लैक्स में नीतीश जी का फोटों दें कि ना? वैसे जो भी परिवर्तन होगा वह राज्यहित में होगा.”

नीतीश से मुलाकात पर क्या बोले तेजस्वी? : बता दें कि बिहार में तमाम सियासी चर्चाओं के बीच शुक्रवार सुबह 11:30 बजे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. तीनों नेताओं के बीच बंद कमरे में करीब 40 मिनट तक चर्चा हुई. मुलाकात के बाद तेजस्वी ने कहा कि गठबंधन में सब कुछ ठीक है. साथ ही सीट शेयरिंग को लेकर कोई विवाद नहीं है।

बीजेपी बिहार में कितने सीटों पर चुनाव लड़ रही है? NDA में सीटों का बंटवारा हो गया है?. जहां जेडीयू लड़ेगी, वहां आरजेडी भी लड़ रही है. हम जेडीयू के साथ हैं, जेडीयू हमारे साथ है. मजबूती के साथ महागठबंधन चुनाव लड़ेगा. नीतीश जी के नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं.”- तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री, बिहार

 

PM नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के छठे संस्करण का किया उद्घाटन, बोले- एक भारत, श्रेष्ठ भारत की दिख रही झलक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को चेन्नई में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का उद्घाटन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार देश में 2029 यूथ ओलिंपिक और 2036 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी प्राप्त करने का प्रयास कर रही है।

पीएम मोदी ने एथलीटों को दी शुभकामनाएं

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, भारतीय खेलों के लिए यूथ गेम्स वर्ष 2024 की शुरुआत करने का शानदार तरीका है। मैं देश भर से चेन्नई आए सभी एथलीटों और खेल प्रेमियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। वे सभी एकसाथ मिलकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की सच्ची भावना को प्रदर्शित कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने खेलों की शुरुआत से पहले पारंपरिक मशाल को प्रज्ज्वलित किया। इस दौरान उनके साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी उपस्थित रहे।

पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को दिया संदेश

मोदी ने कहा कि तमिलनाडु की मेजबानी आपका दिल जीत लेगी। खेलो इंडिया गेम्स निश्चित रूप से खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करेगा और उन्हें जीवनभर चलने वाली दोस्ती बनाने में भी मदद करेगा। पीएम ने कहा कि आने वाले समय में भारत का खेल उद्योग का आकार लगभग एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।

भारत खेल राष्ट्र के रूप में स्थापित हो रहाः अनुराग ठाकुर

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, खेलो इंडिया योजना सात वर्ष पहले प्रधानमंत्री के दिमाग की उपज थी, जो जमीनी स्तर पर एक मजबूत खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और सभी के लिए एक रूपरेखा बनाने की दृष्टि से शुरू की गई थी। खेलो इंडिया इतना सफल रहा है कि एशियाई खेल 2023 में जीते गए 41 पदक खेलो इंडिया गेम्स और खेलो इंडिया कार्यक्रम के कारण थे। यह भारत को एक महान खेल राष्ट्र के रूप में स्थापित कर रहा है।

22 जनवरी को 19 बच्चों को बाल पुरस्कार से सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू , पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे बात

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आगामी 22 जनवरी को विज्ञान भवन में 19 असाधारण बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 जनवरी को पुरस्कार विजेताओं से बातचीत करेंगे। इस वर्ष आसाधारण उपलब्धि हासिल करने पर 18 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के नौ बालकों व दस बालिकाओं को सम्मानित किया जाएगा।

इस वर्ष कला व संस्कृति के क्षेत्र में सात, बहादुरी में एक, नवाचार में एक, विज्ञान-प्रौद्योगिकी में एक, समाजसेवा में चार और खेल में पांच बच्चे सम्मानित किए जाएंगे। भारत सरकार असाधारण उपलब्धि हासिल करने पर बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करती है।

पांच से आठ वर्ष आयुवर्ग के बच्चे होते हैं शामिल

राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त यह पुरस्कार पांच से आठ वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों को सात श्रेणियों कला व संस्कृति, बहादुरी, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, समाजसेवा और खेल में प्रदान किए जाते हैं।

विजेता को मेडल व प्रमाणपत्र दिया जाता है

इसके तहत प्रत्येक विजेता को मेडल व प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है। इस साल राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल को नामांकन के लिए नौ मई 2023 से 15 सितंबर 2023 तक खुला रखा गया था।

EVM-VVPAT को लेकर और तेज हुआ जन-जागरुकता अभियान, 4250 मोबाइल वैन करेंगे संपर्क

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले EVM-VVPAT को लेकर उठ रहे सवालों के बीच इसे लेकर जन-जागरुकता अभियान तेज हो गया है। जो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित उन पांचों राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के लगभग सभी विधानसभाओं तक पहुंच गया है। इन पांचों राज्यों में कुछ दिन पहले ही चुनाव हुए हैं और उससे ठीक पहले वहां जागरुकता अभियान चल चुका है।

करीब 4250 मोबाइल वैन को मैदान में उतारा गया

इसके तहत 35सौ से ज्यादा प्रदर्शन केंद्र और करीब 4250 मोबाइल वैन को मैदान में उतारा गया है। इस दौरान लोगों को ईवीएम के इस्तेमाल और उसकी विश्वसनीयता से सभी को अवगत कराया जा रहा है।

EVM-VVPAT को लेकर फैलाई जाने वाली भ्रम होंगे दूर

चुनाव आयोग के मुताबिक प्रत्येक चुनाव के तीन महीने पहले सभी राज्यों को ईवीएम-वीवीपैट को लेकर अभियान चलाने के पहले से निर्देश है। ऐसे में राज्यों ने यह पहल शुरू की है। हालांकि, आयोग का मानना है कि इससे लोगों के बीच ईवीएम-वीवीपैट को लेकर फैलाई जाने वाली भ्रम दूर होंगे और उनका भरोसा इसे लेकर बढ़ेगा। यही वजह है कि लोगों को डेमो करने का भी मौका दिया जा रहा है। आयोग के मुताबिक फिलहाल अभियान देश के 613 जिलों की करीब 3464 विधानसभा में काफी सक्रिय तरीके से चल रहा है।

42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में TMC, क्या है ममता बनर्जी की रणनीति?

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल में 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बनर्जी ने शुक्रवार को कालीघाट स्थित अपने आवास पर मुर्शिदाबाद जिले की सांगठनिक बैठक में यह संकेत दिया।

बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी में सब कुछ ठीक नहीं

सूत्रों के मुताबिक बैठक में ममता ने कहा कि तृणमूल आईएनडीआईए गठबंधन के सबसे बड़े सहयोगियों में से एक है। अगर कांग्रेस बंगाल में किसी और को तवज्जो देती है तो तृणमूल भी अपने जैसा ही सोचेगी।

क्या बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी टीएमसी?

टीएमसी सुप्रीमो ने पार्टी नेताओं से कहा कि इस बार राज्य की 42 लोकसभा सीटों पर लड़ने की तैयारी करनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद की सभी तीन सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हो जाइए। जिले में कांग्रेस नेता अधीर चौधरी के बारे ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। वे कोई कारक नहीं हैं।

अधीर रंजन ने ममता को दी थी चुनाौती

हाल में अधीर ने सीधे तौर पर ममता को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर ताकत है तो बहरमपुर में आकर खड़े हो जाइए, हराकर कोलकाता भेज दूंगा।

टीएमसी ने कांग्रेस पर किया पलटवार

तृणमूल ने पलटवार करते हुए कहा था कि दक्षिण कोलकाता में सालों से ममता बनर्जी जीतती आ रही हैं। क्या अधीर बहरमपुर छोड़कर कोलकाता में उम्मीदवार बनेंगे? बैठक में तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी मौजूद थे।

बैठक में ममता ने विशेषकर भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर को चेतावनी दी कि वे सार्वजनिक रूप से पार्टी विरोधी बयान न दें। पार्टी के खिलाफ बयानबाजी किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

रामलला की भक्ति में लीन, रज्जन अकील खान ने दिया भाईचारे का संदेश

भिलाई के रज्जन अकील खान इन दिनों चर्चा है. दरअसल कुछ दिन पहले रामजन्मभूमि से ज्योति कलश छत्तीसगढ़ लाई गई है. उल्लेखनीय है कि ज्योति कलश लाने वाले दल में मुस्लिम सम्प्रदाय से भी भिलाई निवासी रज्जन अकील खान और शाहनवाज ने अपनी सहभागिता दी है.

रज्जन अकील खान पहले स्व. अजीत जोगी के साथ थे. जिसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हुए. कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया. जब 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी तो रज्जन अकील खान के साथ पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया. जिसके चलते रज्जन अकील खान ने पार्टी से दूरी बना ली है. अब वे अयोध्या की ओर रुख कर गए है. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. वे दुर्ग शहर में लोगों से मुलाकात कर अयोध्या दर्शन करने के लिए अपील कर रहे है.

श्री राम जन्मभूमि अयोध्याधाम से पावन ज्योति आज छत्तीसगढ़ पहुंची। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को  राज्य अतिथि गृह पहुना में श्री राम जन्मभूमि आयोध्याधाम से पावन ज्योति लेकर राजधानी रायपुर पहुंचे रामभक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र ज्योति कलश सौंपा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राजधानी रायपुर के श्री राम मंदिर में ज्योति कलश को रखा जाएगा, जहां से प्रदेश भर में पावन ज्योति भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेशवासियों से घर-घर ज्योति जलाने अपील की।