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अगर आप भी बनेंगे अफसर तो गांववाले ऐसे करेंगे स्वागत, 67वीं BPSC क्रैक कर बने SDM

ज्ञान की धरती नालंदा आज एक बार फ़िर से गौरांवित महसूस कर रही है. क्योंकि BPSC 67वीं का फाइनल परिणाम घोषित हो चुका है. जिसमें ज़िले के 4 प्रतिभागियों ने इस बार अपना परचम लहराया है. जिनमें एक लड़की व 3 लड़का शामिल हैं. इनमें सबसे पहला नाम नालंदा के नूरसराय प्रखंड मनारा गांव निवासी संतोष कुमार के इकलौते पुत्र रौशन कुमार जिनके पिता का व्यवसाय है. रौशन कुमार ने 18वीं रैंक हासिल कर डीएसपी पद के लिए चयनित किए गए हैं।

एसडीएम के पद पर हुआ चयन: दूसरे सफल प्रतियोगी नूरसराय प्रखंड के परिऔना गांव निवासी गिरीश कुमार जो LIC कर्मी के पुत्र अमरनाथ कुमार हैं. जिन्होंने तीसरी बार में 19वीं रैंक हासिल कर एसडीएम पद के लिए चयनित किए गए हैं. इससे पहले बिहार के बक्सर ज़िला के नावानगर में श्रम परिवर्तन पद पर कार्यरत हैं. ये पहले ही प्रयास में सफलता मिला था. जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुख्यालय बिहारशरीफ रहकर बीसीए किया. उसके बाद दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी की।

गांव वालों ने स्वागत में की पुष्प वर्षा : अमरनाथ कुमार की सफलता को देखकर गांव में जश्न का माहौल था. घर पर बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ था. जिसे आप इस तस्वीर को देखकर अंदाज़ा लगा सकते हैं. मां आशा देवी गृहणी हैं. अमरनाथ के स्वागत के लिए ग्रामीणों द्वारा पुष्प की वर्षा की गई साथ ही आम व खास लोगों ने बुके और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. जिनमें एडीजे प्रदीप कुमार व शिक्षक के अलावा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

फूलमाला से नए अफसर साहब का स्वागत: वहीं, करायपरसुराय प्रखंड के फरासपुर गांव निवासी किसान पिता किशोर प्रसाद व नियोजित शिक्षिका उर्मिला कुमारी के पुत्र धनराज कुमार ने 21वां रैंक हासिल कर एसडीएम पद के लिए चयनित हुए हैं. जिनके गांव पहुंचने पर स्थानीय हिलसा विधायक प्रेम मुखिया सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों द्वारा फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया गया. इस दौरान एसडीएम के लिए चयनित होने के बाद सफलता का राज बताया है।

“इंजीनियर बनकर भी घर में बैठा है” लोग देते थे ताना; कितना बड़ा मकसद लेकर जी रहे थे, ऐसे साबित कर दिया

नालंदा :- उत्कर्ष गौरव नालंदा के भागन बीघा के अमरगांव के रहने वाले हैं. उनके पिता किसान और मां हाउसवाइफ हैं. उत्कर्ष ने बेंगलुरु से 2018 मैकेनिकल इंजीनियरिंग की, इसके बाद वह घर लौट गए. घर पर ही रहकर साल 2019 में उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी शुरू की. हालांकि, उन्हें लगातार तीन बार इस एग्जाम में असफलता हाथ लगी. साल 2022 में उनका चौथा अटैम्प्ट था, जिसमें मेंस और इंटरव्यू तक वह पहली बार पहुंचे. इस बार सभी राउंड्स को क्लियर करके उत्कर्ष ने सक्सेस हासिल की.

 

सोशल मीडिया का लिमिटेड किया यूज

उत्कर्ष गौरव ने बताया कि तैयारी की शुरुआत में इसका इस्तेमाल करना कम कर दिया था, क्योंकि ज्यादा समय देने से ध्यान भटकता है. लोगों से जुड़े रहने के लिए फोन कॉल का उपयोग करते थे. यू-ट्यूब की हेल्प से 4 घंटे तक सामान्य ज्ञान, ज्योग्रॉफी (वैकल्पिक विषय) के नोट्स बनाने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की.

 

सेल्फ स्टडी के साथ की ऑनलाइन तैयारी

उत्कर्ष गौरव ने बताया कि 8 महिने की कोचिंग के बाद कोरोना के चलते घर लौटना पड़ा. उन्होंने कहा कि दिल्ली से तैयारी करने में खर्च बहुत आता है . घर में रहने से पैसे और समय दोनों की बचत हुई. वहीं, ऑनइलान स्टडी करके उन्होंने तैयारी पूरी की. इंटरव्यू के समय दिल्ली में रहकर 7 मॉक इंटरव्यू दिए और वापस घर आ गए थे.

 

गांव वाले देते थे ताना

उत्कर्ष गौरव ने कहा, “सबसे पहले तो UPSC की तैयारी के लिए दृढ़ इच्छा होनी चाहिए. जब तीसरे प्रयास में मैं प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाया तो पूरी तरह टूट चुका था. गांव में लोग कहते थे कि इंजीनियरिंग करके बैठा हुआ है, लेकिन घर वालों ने समझाया और हार नहीं मानने दी. इसके बाद मैंने यूपीएससी क्रैक करने का ठान लिया.”

बीजेपी नेता के भाई की हत्या, ढाबे पर सोते समय बदमाशों ने गोली मारी

नालंदा जिले में बीजेपी नेता के भाई की गोली मारकर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात भागलनबीघा ओपी इलाके के मोरातालाब रेलवे क्रॉसिंग के पास एनएच 20 पर रविवार देर रात हुई। बताया जा रहा है कि हाइवे पर स्थित ढाबे पर कार से कुछ बदमाश आए। उन्होंने कमरे में सो रहे ढाबा संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी और भाग गए। हत्या के पीछे आपसी विवाद बताया जा रहा है, हालांकि जांच के बाद ही खुलासा होगा ।

मृतक की पहचान सुनील उर्फ गब्बर सिंह पुत्र किशोरी सिंह (60) के रूप में हुई है। वह एनएच 20 पर मोरातालाब गांव के पास राधा फैमली नामक ढाबा चलाते थे। कर्मी ने बताया कि रविवार की देर रात ढाबा बंद करने के बाद गब्बर सिंह पास के कमरे में सो रहा था। तभी ढाबे के पास एक कार रुकी और इसके बाद दो बार तेज आवाज हुई।

ढाबाकर्मियों ने सोचा कि किसी ट्रक का टायर फटा होगा। थोड़ी देर बाद उन्होंने इधर-उधर देखा और मालिक के पास गए तो उसके सिर से खून बह रहा था। फिर आनन-फानन में इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल लाया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके सिर में दो गोलियां लगी थीं।

सदर डीएसपी नुरुल हक ने बताया कि प्रथमदृष्ट्या ढाबा को लेकर कुछ लोगों से विवाद होने की बात बताई जा रही है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों के हवाले कर दिया गया है। मृतक के भाई बीजेपी के सक्रिय नेता हैं।

नालंदा में बाइक सवार बदमाशों ने JDU MLA की गाड़ी को रोक कर तान दी पिस्टल, पुलिस विभाग में हड़कंप

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले के हिलसा विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया की गाड़ी को रोक कर दो बाइक सवार बदमाशों ने पिस्टल तान दी. यह पूरी घटना शुक्रवार की शाम की है. बताया जा रहा है कि विधायक अपने घर लौट रहे थे।

इस दौरान बदमाशों ने ओवरटेक कर जेडीयू विधायक की गाड़ी को रोक दी. छह की संख्या में बदमाश थे. वहीं, बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 31 अक्टूबर को नालंदा दौरे पर हिलसा आएंगे, जहां पटेल कॉलेज में आयोजित कार्यकम में शामिल होंगे. इसको लेकर विधायक कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण कर वापस लौट रहे थे।

जेडीयू विधायक कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया ने बताया कि शुक्रवार की शाम हिलसा के पटेल कॉलेज गए हुए थे. पटेल कॉलेज के वो सेक्रेट्री भी हैं. मुख्यमंत्री 31 तारीख को पटेल कॉलेज आ रहे हैं, इसी कार्यक्रम को लेकर कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने संध्या में गया था. लौटने के क्रम में पटेल कॉलेज के पास मोड़ पर दो बाइक सवार छह की संख्या में बदमाशों ने गाड़ी को रोका और फिर गली गलौज करने लगे. इसके बाद पिस्टल दिखाया, जब मेरा गार्ड नीचे उतरने की कोशिश की तो बाइक सवार बदमाश भागने लगे. मैंने उसका पीछा किया फिर त्रिलोक बिगहा गांव के पास से एक बदमाश को पकड़ लिया. बदमाश इतने बेखौफ थे कि हथियार लहराते हुए भाग रहे थे. मैंने हिलसा डीएसपी को फोन कर घटना की जानकारी दी फिर पुलिस एक्शन में आई थी।

नालंदा में टला बड़ा रेल हादसा; एक ही ट्रैक पर आ गईं दो ट्रेनें, अटक गयी यात्रियों की सांसें

नालंदा में आज एक बड़ा ट्रेन हादसा होते-होत टल गया। यहां एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनें आमने-सामने आ गईं। ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ दिखाई और तुरंत ट्रेन को ब्रेक लगा दिया, जिससे हादसा होते-होते टल गया और सैकड़ों लोगों की जान जाते जाते बच गई। घटना हिलसा रेलवे स्टेशन के पास की है।

दरअसल, शनिवार को मगध एक्सप्रेस इस्लामपुर जाने के लिए हिलसा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर खड़ी थी, तभी इस्लामपुर की ओर से एक मालगाड़ी हिलसा स्टेशन पर पहुंच गई। एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आने के बाद दोनों गाड़ियों के पायलट के हाथ पांव फूलने लगे लेकिन तभी मालगाड़ी के पायलट ने रफ्तार कम कर दी, जिससे दोनों ट्रेनों की टक्कर होने से बच गई और एक बड़ा हादसा टल गया।

इस घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस घटना के पीछे स्टेशन मास्टर की लापरवाही सामने आ रही है। रेल यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहना था कि अगर समय रहते ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ का परिचय नहीं दिया होता तो सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी। बता दें कि अभी हाल ही में पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पटना रेलखंड पर बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे की शिकार हो गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे।

मैं करूंगी… मैं करूंगी… आखिर देवर से शादी के लिए आपस में क्यों भिड़ीं 2 भाभियां?

बिहार के नालंदा में एक अनोखा मामला सामने आया है। दरअसल, जिले के हिलसा कस्बे में देवर से शादी के लिए दो भाभियां आपस में भिड़ गईं। जब बात नहीं बनी, तो दोनों महिलाओं के मायका पक्ष के लोग भी लाठी-डंडा लेकर सड़कों पर उतर गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे और लात-घूंसे चले। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिलसा कस्बे के मलामा गांव में उस वक्त हंगामा हो गया, जब अपने देवर से शादी के लिए दो भाभियां आपस में बीच सड़क पर भिड़ गईं। मामले की जानकारी तुरंत दोनों महिलाओं के परिजन को भी हुई। फिर उनके परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे और थोड़ी देर बाद ही हंगामा शुरू हो गया।

बताया जा रहा है कि मलामा गांव के रहने वाले महेंद्र पासवान के तीन बेटे हैं, जिनका नाम सुबोध, मैनेजर और हरेंद्र पासवान है। सुबोध और मैनेजर पासवान की शादी हो चुकी है। कुछ महीने पहले मैनेजर पासवान की मौत हो गई है। ऐसे में परिजन चाहते थे कि मैनेजर की विधवा की शादी हरेंद्र से ही करा दी जाए।

उधर, परिजन के फैसले के बारे में जब सुबोध की पत्नी को जानकारी हुई तो उसने भी प्रॉपर्टी की लालच में हरेंद्र से शादी की जिद ठान ली। दो भाभियों के देवर से शादी की जिद थोड़ी देर में जोरदार हंगामे में बदल गई। हंगामे के दौरान दोनों पक्षों के कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कहा जा रहा है कि विवाद की सूचना पुलिस तक पहुंची, जिसके बाद पुलिस ने मामला शांत कराया।

पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले को समझा और आखिरकार अपनी मौजूदगी में हरेंद्र की शादी मैनेजर पासवान की विधवा से करा दी। फिलहाल, देवर के लिए भाभियों की शादी का मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।

नालंदा में देवर से शादी के लिए दो भाभी आपस में भिड़ीं; घंटो चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच जमकर चले लात-घूंसे

बिहार के नालंदा जिले में एक देवर के लिए दो भाभियों के आपस में भिड़ने का मामला सामने आया है। इस हाईवोल्टेज ड्रामे को देखने के लिए मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। इस घटना का वीडियो भी अब वायरल हो रहा है। जानकारी के अनुसार, मामला हिलसा अधिवक्ता संघ कैंपस का है। यहां छोटे देवर से शादी करने के लिए दो-दो भाभियों के आपस में भिड़ जाने से भगदड़ मच गई।

विधवा भाभी करना चाहती थी देवर से शादी

इधर, मैनेजर पासवान की विधवा पत्नी हेमंती देवी मायके वालों के सहयोग से महेंद्र पासवान के छोटे बेटे हिरेंद्र पासवान से शादी के लिए हिलसा के अधिवक्ता संघ कैंपस में पहुंची थी। उधर, बड़े बेटे की पत्नी मालो देवी भी छोटे देवर से शादी करना चाहती थी। इसी बात को लेकर दोनों आपस में भिड़ गई। इसके बाद है अधिवक्ता कैंपस में ही ये हाईवोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। सूचना पर पहुंची हिलसा पुलिस सुबोध कुमार और उसकी पत्नी व बच्चों को हिलसा थाना में पूछताछ के लिए ले गई।

शिव मंदिर में हुई शादी

जानकारी के अनुसार, इस सबके बाद कुछ समाजसेवियों ने मामले को शांत कराते हुए हिलसा अधिवक्ता संघ के पास स्थित शिव मंदिर में मंझले भाई की विधवा पत्नी हेमंती देवी की शादी देवर हिरेंद्र पासवान के साथ करा दी। अधिवक्ता रामउदेश प्रसाद यादव ने बताया कि नोटरी पब्लिक राम सागर प्रसाद द्वारा दोनों की शादी करा दी गई है।

नालंदा में बैंक से घर लौट रही महिला से बदमाशों ने की एक लाख रूपये की छिनतई

NALANDA : जिले में बेख़ौफ़ अपराधी आये दिन हत्या, लूट और छिनतई की घटना को अंजाम दे रहे हैं। इसी कड़ी में परबलपुर थाना इलाके के धनावा गांव के समीप दिनदहाड़े एक महिला से बदमाशों ने रुपए से भरा बैग छीन लिया और मौके से फरार हो गए।

घटना के सम्बन्ध में धनावा गांव निवासी पिंटू सिंह की पत्नी रीना देवी ने बताया कि परवलपुर बाजार स्थित एसबीआई बैंक से अपनी पुत्री की शादी के लिए 1 लाख रुपए निकालकर घर लौट रही थी।

इसी दौरान गांव से कुछ दूरी पर बाइक पर सवार दो बदमाश झपट्टा मारकर बैग छीनकर फरार हो गए। घटना के बाद वह चीखती चिल्लाती रही पर किसी ने उनकी मदद नहीं की। इस कारण बदमाश बड़े आसानी से वहां से फरार हो गए।

थानाध्यक्ष अबू तालिब ने बताया कि महिला द्वारा 1 लाख छीन लिए जाने की बात बताई जा रही है। आसपास के इलाके में वाहन चेकिंग अभियान लगाया गया है। साथ ही बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि दोनों युवक बैंक से ही महिला का पीछा कर रहे थे। धनावा गांव के समीप मौका पाकर रुपए लेकर फरार हो गए है।

आरसीपी सिंह बोले- नीतीश कुमार ने बिहार को टुकड़ों-टुकड़ों में बांटा, जानें चिराग पासवान को लेकर क्या कहा

नालंदा: पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बीजेपी नेता आरसीपी सिंह एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार पर भड़के हैं. आरसीपी सिंह अपने पैतृक गांव मुस्तफापुर में मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा और जातीय गणना का आंकड़ों पर सवाल उठाया. आरसीपी सिंह ने कहा कि जातीय गणना के आंकड़े सही नहीं हैं. आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को टुकड़ों-टुकड़ों में बांटने का काम किया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार स्मिता की बात करते थे, लेकिन क्या हुआ? आपने सबको अलग-अलग कर दिया. जब नीतीश कुमार 2005 में मुख्यमंत्री बने थे तब बिहार दिवस मनाया क्योंकि बिहार के लोगों में बिहारीपन जगे और बिहार के बारे में सोचें, लेकिन नीतीश कुमार ने मजबूर कर दिया है कि अपने बारे में देखो. अपनी जाति को देखो कि कितनी संख्या है।

आरसीपी सिंह ने कहा कि 190 से ज्यादा जातियां हैं और इनकी आबादी एक लाख से कम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भक्ति की बात करते हैं. हमारा वैज्ञानिक जब चांद पर टहलता है तो कौन पूछता है किस जाति के हो? लेकिन नीतीश कुमार जाति गिनवा रहे।

वहीं दूसरी ओर आरसीपी सिंह ने जमुई सांसद चिराग पासवान को लेकर भविष्यवाणी कर दी है. दरअसल, मंगलवार को जमुई में सांसद चिराग पासवान ने मीडिया से बातचीत में जमुई और हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर बयान दिया था. कहा था कि अगर उनकी मां हाजीपुर से लड़ती हैं तो उनके लिए राह आसान होगी और हम जमुई से ही चुनाव लड़ना चाहते हैं. आरपीसी सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चिराग पासवान हाजीपुर या जमुई से चुनाव लड़ेंगे तो जीतेंगे।