Category Archives: Jharkhand

नई सरकार के गठन के बाद फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेंगे पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, PMLA कोर्ट ने दी इजाजत

झारखंड में नई सरकार के गठन के बाद चंपई सोरेन को बहुमत साबित करना है। आगामी 5 फरवरी को झारखंड विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। फ्लोर टेस्ट में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन शामिल होंगे या नहीं इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे हालांकि, अब कोर्ट ने उन्हें 5 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट में शामिल होने की इजाजत दे दी है।

दरअसल, झारखंड में हुए जमीन घोटाला मामले में ईडी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है। हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। शपथ ग्रहण से पहले चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के समर्थन वाला एक वीडियो था। अब आगामी 5 फरवरी को उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इसके लिए विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा।

हेमंत सोरेन ने फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी। हेमंत सोरेन की अपील पर धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) कोर्ट ने उन्हें इसकी इजाजत दे दी है। अब हेमंत सोरेन आगामी पांच फरवरी को विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट में शामिल हो सकेंगे और चंपई सोरेन बहुमच साबित करेंगे।

हेमंत सोरेन भेजे गए 5 दिन की रिमांड पर, जमीन घोटाला मामले में ईडी करेगी पूछताछ

जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से प्रवर्तन निदेशालय अगले पांच दिनों तक पूछताछ करेगी. शुक्रवार को ईडी की विशेष अदालत ने ईडी के दलील के बाद पूछताछ के लिए रिमांड मुकर्रर कर दी।

अगले 5 दिनों तक होगी पूछताछः रांची जमीन घोटाले मामले में ईडी अब पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से अगले पांच दिनों तक पूछताछ करेगी. अदालत से रिमांड मिलने के बाद हेमंत सोरेन को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से ईडी के दफ्तर लाया जा सकता है. हेमंत सोरेन से पूछताछ को देखते हुए ईडी दफ्तर के चारों तरफ विशेष सुरक्षा व्यस्था की गई है. गौरतलब है कि हेमंत सोरेन को बुधवार प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रांची जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन को एजेंसी के दफ्तर में ही रखा गया था, जिसके बाद गुरुवार की दोपहर उन्हें ईडी की विशेष अदालत में पेश किया गया. अदालत में ईडी के तरफ से 10 दिनों की रिमांड की अवधि मांगी गई थी, जिसे लेकर लगभग एक घंटे तक बहस चली, मामले की सुनवाई के बाद विशेष अदालत में फैसले को सुरक्षित रख लिया था।

सीएम रहते, हुए थे गिरफ्तार

जमीन घोटाले मामले में हेमंत सोरेन को सीएम के पद पर रहते हुए ही एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने ईडी के विशेष अदालत को सौंपे रिमांड पीटिशन में ये खुलासा किया है. रिमांड पीटिशन में यह बताया गया है कि हेमंत सोरेन को 31 जनवरी के शाम 5:00 बजे ही गिरफ्तार कर गिरफ्तारी का आधार उन्हें बता दिया गया था. आधार बताने के बाद एजेंसी के द्वारा आगे की प्रक्रिया की जा रही थी. लेकिन उस दौरान मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन राज्यपाल को इस्तीफा देने जाने के लिए संबंधित आदेश का इंतजार करने को तैयार नहीं थे. एजेंसी ने विशेष अदालत को यह भी बताया है कि हेमंत सोरेन बिना इजाजत और चल रही प्रक्रिया को बगैर पूरा किए ही सीएम आवास से राजभवन के लिए निकल गए थे. इसी वजह से एजेंसी ने उन्हें 31 जनवरी की रात 10:00 बजे ग्राउंड ऑफ अरेस्ट लिखित तौर पर दिया।

चंपई सोरेन बोले – राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम

राज्यपाल को पत्र लिख कर चंपई सोरेन ने कहा कि महागठबंधन की ओर से 47 विधायकों के समर्थन के दावे और 43 विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त समर्थन पत्र समर्पित किया गया था। यह बहुमत के आंकड़े से अधिक है।वह राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम हैं।

विधायक और राज्य की जनता राज्यपाल से उम्मीद करती है कि जल्द ही एक लोकप्रिय सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे और राज्य को भ्रम की स्थिति से बाहर निकालेंगे।

बसंत साथ गए, सीता का भी समर्थन महागठबंधन में शामिल झामुमो के जिन चार विधायकों को लेकर संशय की स्थिति बताई जा रही थी उनमें से बसंत सोरेन महागठबंधन के अन्य विधायकों के साथ समर्थन में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने कहा कि वह महागठबंधन सरकार को ही समर्थन देंगी। वह दिल्ली से लौट कर रांची आ गई हैं। उन्होंने कहा कि वह दुर्गा सोरेन के खून पसीने से खड़ी पार्टी को छोड़ने का सोच भी नहीं सकती।

गठबंधन मजबूत है। कोई कुछ नहीं कर सकता। राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। राज्यपाल ने सकारात्मक बात की है। -चंपई सोरेन, नेता महाठबंधन विधायक दल

आज झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे चंपई सोरेन

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार देर रात महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए शपथग्रहण के लिए आमंत्रित किया है। इसके साथ ही झारखंड की राजनीति में दो दिनों से मचा तूफान थमने लगा है। राज्यपाल से शपथग्रहण के लिए निमंत्रण मिलते ही महागठबंधन के विधायकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

राज्यपाल ने महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को गुरुवार देर रात राजभवन आमंत्रित कर सरकार बनाने का न्योता दिया। राजभवन से बाहर निकलते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि मंगलवार शाम से राज्य में मुख्यमंत्री नहीं है। लिहाजा वह शुक्रवार को शपथ लेंगे। राज्यपाल ने दस दिनों में बहुमत साबित करने को कहा है।

जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ महागठबंधन के सहयोगी कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम व राजद से सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ लेंगे।इससे पहले महागठबंधन विधायक दल के नेता चम्पई सोरेन के साथ पांच विधायकों ने राज्यपाल से गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे मुलाकात कर नई सरकार बनाने का दावा दोबारा पेश किया था।

18 घंटे से झारखंड में सरकार नहीं! जेल में बीतेगी हेमंत सोरेन की रात

झारखंड में सियासी संकट के बीच विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को राज्यपाल ने गुरुवार शाम साढ़े 5 बजे राजभवन बुलाया है, जबकि चंपई ने मिलने के लिए 3 बजे का समय मांगा था. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम दोपहर लगभग ढाई बजे हेमंत सोरेन को लेकर कोर्ट पहुंची, जहां उसने सोरेन की 10 दिन की रिमांड मांगी.

इससे पहले हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से पहले का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में वह कह रहे हैं, “ऐसे विषय पर मुझे गिरफ्तार करने का फैसला सुनाया गया जो चीजें मुझसे जुड़ी ही नहीं है. मुझे जाली कागज बनाकर, फर्जी शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया जा रहा है, आज नहीं तो कल सत्य की विजय होगी.”

गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
ईडी की गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की. इस पर बहस के बाद सुप्रीम कोर्ट अब उनकी याचिका पर शुक्रवार (2 फरवरी) को सुनवाई करेगी. हेमंत सोरेन फिलहाल होटवार जेल भेजे जा रहे, उन्हें वहां अपर डिवीजन सेल में रखा जाएगा.

कांग्रेस ने लगाया शपथ ग्रहण समारोह में देरी का आरोप
इस बीच कांग्रेस ने चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में देरी का आरोप लगाया है. कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, क्योंकि राज्यपाल समर्थन पत्र मिलने के बावजूद चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में देरी कर रहे हैं.

चंपई सोरेन ने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा
गौरतलब है कि चंपई सोरेन ने गुरुवार (31 जनवरी) को कहा था कि वह झारखंड में सरकार बनाने के लिए राजभवन से निमंत्रण मिलने का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने 47 विधायकों के समर्थन का दस्तावेज पेश किया है. उन्होंने कहा, “हमने कल राज्यपाल को 43 विधायकों के समर्थन पत्र सौंपा था. अब हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है.”

रांची में सर्किट हाउस के भीतर अब तक 43 MLA हैं. पांच विधायक रांची में रुक सकते हैं. ये गठबंधन में शामिल अलग अलग पार्टियों के वे पांच प्रतिनिधि हैं जो कल राज्यपाल से मिले थे. सरकार बनाने के आमंत्रण की सूरत में ये तुरंत राजभवन जा सकते हैं. इनमें जेएमएम से चंपई सोरेन, कांग्रेस नेता आलमगीर आलम, आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता, जेवीएम के प्रदीप यादव और सीपीआईएमएल के विनोद सिंह शामिल हैं.

बीजेपी भी हुई एक्टिव
झारखंड में राजनीतिक संकट के बीच बीजेपी भी एक्टिव हो गई है और उसने विधायक दल की बैठक बुलाई है. यह बैठक कल दोपहर एक बजे होगी. झारखंड में राजनीतिक हलचल के बीच बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है. निशिकांत दुबे ने कहा कि रांची सर्किट हाउस में हैदराबाद जाने वाले केवल 35 विधायक हैं.

‘मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं…’, हेमंत सोरेन का सामने आया पहला Video

बिहार के बाद झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जमीन घोटाले मामले में हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया, जिसकी वजह से उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। ईडी की गिरफ्तारी से पहले उन्होंने सीएम हाउस से एक वीडियो बनाया था, जोकि अब सामने आया है।

झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने वीडियो जारी कर कहा कि साथियों, ईडी ने पहले मुझसे दिनभर पूछताछ की और उसके बाद सुनियोजित तरीक से मुझे गिरफ्तार करने का फैसला सुनाया। जांच एजेंसी ने ऐसे मुद्दे पर गिरफ्तार किया, जोकि मुझसे जुड़े नहीं हैं।

जांच एजेंसी को अबतक कुछ नहीं मिला

पूर्व सीएम ने कहा कि ईडी ने मुझ पर साढ़े आठ एकड़ जमीन के मालिक होने का दावा किया है। जांच एजेंसी को अबतक कुछ नहीं मिला। ईडी ने दिल्ली में छापेमारी कर छवि खराब करने की कोशिश की। ईडी के अधिकारी अपने प्लान के तहत पहले दिनभर टाइम पास करते रहे और फिर शाम को मुझे गिरफ्तार कर लिया। वे जानते थे कि शाम को कोर्ट बंद हो जाता है, इसलिए उन्होंने सुनियोजित ढंग से ऐसा काम किया।

नई लड़ाई लड़नी पड़ेगी

उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट जा रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि मुझे ज्यादा समय मिलेगा। आपको बता दें कि देश के अंदर किस तरह की व्यवस्थाएं चल रही हैं। एक लोकप्रिय और आदिवासी सरकार जनता की सेवा कर रही थी। लग रहा है कि आज मेरा वक्त खत्म होने वाला है। एक नई लड़ाई लड़नी पड़ेगी।

हमारे खून में है संघर्ष : हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं और संघर्ष हमारे खून में है। हम संघर्ष करेंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे भी। जमीन घोटाले मामले से मेरा कोई संबंध नहीं है। जाली कागज और फर्जी शिकायत के आधार पर मुझे गिरफ्तार किया जा रहा है। मैं बहुत कम समय में यह वीडियो बना रहा हूं। ये लोग बिहार के बाद झारंखड के साथ राजनीतिक षड्यंत्र कर रहे हैं, लेकिन झारखंड के हेमंत सोरेन लोगों के दिल में हैं। मैं सघर्ष करता रहूंगा।

कौन हैं सीता सोरेन, जिनकी वजह से पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठा सके हेमंत सोरेन

बिहार के बाद अब झारखंड में राजनीति हलचल मची हुई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. वहीं, सोरेन परिवार की अनबन भी उभर कर सामने आई है.

जेएमएम के अध्यक्ष और विधायक शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन ने खुले तौर पर कहा कि वो हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी कदम का विरोध करेंगी. उनका ये बयान ऐसे वक्त में आया, जब कयास लगाए गए कि अगर हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाता है तो उनकी पत्नी कल्पना मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद होंगी.

क्या कहा सीता सोरेन ने?

सीता सोरेन ने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहती हूं कि केवल कल्पना सोरेन ही क्यों, जो विधायक भी नहीं हैं और उनके पास कोई राजनीतिक अनुभव भी नहीं है.’’ दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन ने सवाल उठाया कि किस परिस्थिति में उनका (कल्पना सोरेन) नाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर लिया जा रहा है, जबकि पार्टी में इतने सारे वरिष्ठ नेता हैं. विधायकों की बैठक में सीता सोरेन मौजूद नहीं थीं. वह कुछ निजी कारणों से शहर से बाहर थीं.

करीब 14 साल से विधायक सीता ने कहा, ‘‘मैं उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करूंगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं, जिन्हें बागडोर सौंपी जा सकती है. अगर वे एक परिवार से चुनाव करना चाहते हैं तो मैं सदन में सबसे वरिष्ठ हूं और लगभग 14 साल तक विधायक रही हूं.’’

कौन हैं सीता सोरेन?

सीता सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बड़े बेटे दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. वो इससे पहले भी हेमंत सोरेन सरकार पर जमीन की लूट का आरोप लगा चुकी हैं. साल 2022 में जब हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर उनकी सरकार को गिराने के लिए गठबंधन के विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, उसी समय हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार खनिज समृद्ध राज्य में “भूमि की लूट” को रोकने में अप्रभावी रही है.

तीन बार की विधायक हैं सीता सोरेन

सीता सोरेन तीन बार की विधायक हैं और उनके पति दुर्गा सोरेन की साल 2009 में सिर्फ 39 साल की उम्र में मौत हो गई थी. सीता सोरेन ने अप्रैल 2022 में आरोप लगाया, “गुरुजी (शिबू सोरेन, झामुमो सुप्रीमो) और मेरे पति के जल, जंगल, जमीन (जल, जंगल और जमीन) के दृष्टिकोण को नष्ट किया जा रहा है. भ्रष्ट अधिकारियों को बचाया जा रहा है. लोगों को हमारी सरकार से उम्मीदें थीं, लेकिन अब वे निराश हैं.”

जेएमएम में महासचिव भी हैं सीता सोरेन

सीता सोरेन जेएमएम में महासचिव पद भी संभालती हैं. उन्होंने धनबाद एसएसपी पर इलाके में अवैध कोयला खनन और उसके परिवहन का समर्थन करने का आरोप लगाया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व मे ट्विटर) पर केंद्रीय गृह मंत्री और ईडी को टैग करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि 2021 में अवैध खनन के कारण “राज्य को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है.”

हेमंत सोरेन हुए गिरफ्तार, ED ने पूछताछ के बाद किया अरेस्ट, राजभवन में सौंपा इस्तीफा

इस वक्त झारखंड की राजधानी रांची से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम ने जमीन घोटाला मामले में करीब 7 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं इसके बाद हेमंत सोरेन राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.

वहीं इसी बीच झारखंड में सत्ताधारी दल के विधायक राजभवन पहुंच चुके हैं. सत्ताधारी दल के सभी विधायकों ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुन लिया है. ऐसे में चंपई सोरेन झारखंड के नए सीएम बन सकते हैं. बता दें, ईडी की टीम ने सीएम हाउस में हेमंत सोरेन से करीब 7 घंटे की लंबी पूछताछ की है.  वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम आवास, राजभवन, बीजेपी कार्यालय समेत रांची के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है.

जवाब से संतुष्ट नहीं थी ED की टीम

सूत्रों के अनुसार अब तक के पूछताछ में ED के अधिकारी हेमंत सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं है. हेमन्त सोरेन ने अब तक के पूछताछ में सिर्फ हा ना में जवाब दिया है. ED के अधिकारियों ने हेमन्त सोरेन से 40 से ज्यादा सवाल पूछ गए हैं. हेमन्त सोरेन कई सवालों को सुनने के बाद ED अधिकारियों पर झल्ला गए. इस बीच रांची के कई इलाकों में धारा 144 लागू है. सीएम हाउस के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है वहीं माइकिंग भी की जा रही है.

चंपई सोरेन बनेंगे झारखंड के नए मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

ईडी की टीम ने 7 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं अब झारखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसकी चर्चा तेज हो गयी है. सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी दल के विधायकों ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को चंपई सोरेन के पक्ष में अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है. यानि कि अब हेमंत सोरेन की जगह चंपई सोरेन झारखंड के नए सीएम बन सकते हैं.

इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए जेएमएम नेता राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन के नाम पर सहमति बनी है. सत्ताधारी दल के सभी विधायकों ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुन लिया है. इस बारे में बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमलोगों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया है.

वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम आवास, राजभवन, बीजेपी कार्यालय समेत रांची के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है. बता दें, ईडी की टीम ने सीएम हाउस में हेमंत सोरेन से करीब 7 घंटे की लंबी पूछताछ की है. इसके बाद ईडी की टीम करीब बजे सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है.

सूत्रों के अनुसार अब तक के पूछताछ में ED के अधिकारी हेमंत सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं है. हेमन्त सोरेन ने अब तक के पूछताछ में सिर्फ हा ना में जवाब दिया है. ED के अधिकारियों ने हेमन्त सोरेन से 40 से ज्यादा सवाल पूछ गए हैं. हेमन्त सोरेन कई सवालों को सुनने के बाद ED अधिकारियों पर झल्ला गए. इस बीच रांची के कई इलाकों में धारा 144 लागू है. सीएम हाउस के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है वहीं माइकिंग भी की जा रही है.