Category Archives: Uttar Pradesh

गंगा पुल में आई दरार, बिहार सरकार ने 1 महीने पहले किया था उद्घाटन, 89 करोड़ है लागत

Advertisements

बिहार और यूपी को जोड़ने वाले पुल में आई दरार, महीने भर पहले हुआ था उद्घाटन, फोटो वायरल : इसे घोटाला ना कहा जाए तो क्या कहा जाए. 1 महीने पहले जिस पुल का उद्घाटन किया गया था अब बताया जाता है कि उस पुल में दरार आ गई है. सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार लगभग ₹890000000 से गंगा नदी पर इस पुल का निर्माण किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने के कारण अब स्कूल में दरार आ गई है. घटना की जानकारी मिले के बाद जिला प्रशासन सहित पूरे बिहार सरकार में हड़कंप सा मच गया है।

इस पुल का उद्घाटन महज महीने भर पहले हुआ था. बक्सर में 89 करोड़ की लागत से गंगा नदी पर यह पुल बनाया गया है।

पुल के ऊपर दरार की तस्वीरें सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. लोग सोशल मीडिया पर दरार की तस्वीरें साझा कर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. गंगा नदी पर वीर कुंवर सिंह सेतु के समानांतर 89 करोड़ की लागत से बना यह पुल बिहार को यूपी से जोड़ता है. टोल प्लाजा के साथ शुरू हुए इस पुल पर भारी वाहनों का परिचालन बक्सर की ओर से जारी है।

पर्दा डालने का प्रयास

बिहार और यूपी को जोड़ने वाली गंगा ब्रिज में लगभग ढाई फ़ीट चौड़ा और तीन फ़ीट लम्बा दरार आ गया है. मॉर्निंग वॉक करने निकले स्थानीय लोगों की निगाह इस पर पड़ी तो उन्होंने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा कर दी. तस्वीर के वायरल होते ही इसे बनाने वाली कंपनी से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एसपी सिंगला कंपनी ने पुल में आई दरार को रातों-रात मरम्मत कर भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का पूरा किया, जिसके निशान साफ दिखाई दे रहे हैं।

भीम आर्मी चीफ पर जानलेवा हमला, जानें गोली लगने के बाद चंद्रेशखर आजाद ने क्‍या कहा

Advertisements

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद इलाके में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला हुआ है. चंद्रशेखर आजाद बुधवार को हुए एक जानलेवा हमले में घायल हो गए हैं. वह दिल्ली से अपने घर सहारनपुर के छुटमलपुर कस्बे जा रहे थे. हरियाणा नंबर की कार से आए हमलावरों ने चंद्रशेखर पर 4 राउंड फायरिंग की. गोली उनके पेट को छूते हुए निकल गई. उनके कमर में गोली के छर्रे लगे हैं। फिलहाल देवबंद के सरकारी अस्‍पताल में उनका इलाज चल रहा है।

दरअसल भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद देवबंद में संगठन के एक साथी एडवोकेट अजय के घर गए थे. अजय की मां का 2 दिन पहले निधन हो गया था. चंद्रशेखर जैसे ही अजय के घर से निकलकर अपनी कार तक पहुंचे, तभी दूसरी कार से आए हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी. फायरिंग में आजाद की कार के शीशे भी टूट गए हैं. CCTV फुटेज में गाड़ी का नंबर HR-70D-0278 दिख रहा है. चंद्रशेखर को देवबंद के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. यहां से शुरुआती इलाज के बाद सहारनपुर के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

भीम आर्मी चीफ का देवबंद के सरकारी अस्‍पताल में उनका इलाज चल रहा है. इस हमले के बाद जहां विपक्षी दल योगी सरकार पर हमलावर हैं, वहीं चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्‍होंने बताया कि मुझे याद नहीं है लेकिन मेरे लोगों ने उनकी पहचान की है. उनकी गाड़ी आगे सहारनपुर की तरफ भागी. हमने यू टर्न ले लिया. हमारी गाड़ी अकेली ही थी, कुल 5 लोग थे. हमारे साथी डॉक्टर को भी शायद गोली लगी है।

आजाद ने बताया कि हमले के वक्‍त सड़क पर उनकी गाड़ी अकेली थी. हमारे काफिले में और कारें थीं पर पीछे थीं. इस हादसे में मैं काफी डर गया और स्‍थानीय पुलिस और प्रशासन से मदद मांगी थी. घटना के समय मेरे छोटे भाई सहित हम पांच लोग में सवार थे. हमारे साथी डॉक्‍टर को भी शायद गोली लगी है. कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि चंद्रशेखर आजाद दिल्‍ली से लौट रहे थे. रास्‍ते में हमलावरों की कार उनके पीछे लग गई. मौका देख देवबंद में उनकी कार पर हमला हो गया।

वहीं हमलावरों की कार एक जगह CCTV कैमरे में नजर आई है. पुलिस ने बताया कि बदमाशों की धरपकड़ के लिए पूरे शहर में नाकाबंदी कर दी गई है. वहीं CCTV फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. SSP विपिन ताडा ने कहा कि करीब 5:15 बजे देवबंद पुलिस को चंद्रशेखर पर फायरिंग की सूचना मिली. पुलिस के आला-अधिकारी मौके पर पहुंचे. चंद्रशेखर को अस्पताल ले गए. उनके पेट से गोली छूकर निकली है. उनकी हालत खतरे से बाहर है. चंद्रशेखर के बताए गए घटनाक्रम की जांच पुलिस कर रही है।

ईद-उल-अजहा से पहले मस्जिदों पर पुलिस ने चस्पा किए आदेश, सड़क पर नमाज अदा की तो होगी FIR

Advertisements

ईद-उल-अजहा पर सड़क पर नमाज न हो इसके लिए पुलिस ने पूरी सख्ती बरतनी शुरू कर दी हैं। बुधवार को पुलिस ने मस्जिदों पर आदेश चस्पा किए हैं। इसमें सीधे कहा गया है की ईदगाह या मस्जिदों के बाहर नमाज अदा की गई तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ तत्काल रिपोर्ट दर्ज की जायेगी। ऐसे लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।

पुलिस की ओर से सभी मस्जिदों पर ऐसे आदेश चस्पा किए जाते रहे। 9 से लेकर मुस्लिम वर्ग के चेहरों पर खौफ देखा गया। पूरे दिन मेरठ में ये आदेश चस्पा करने के क्रम जारी रहा।

इस बारे में जब मस्जिदों के मुतवल्ली और इमाम से बातचीत का प्रयास किया गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया केवल इतना कहा सरकार के जो आदेश है उसे सभी आमो ख़ास को अवगत करा दिया गया हैं। उन्हें इसका पालन करना चाहिए।

इससे पहले देवबंद स्थित दारुल उलूम ने भी की ओर से अपील जारी करते हुए कहा था कि हमारे बड़े बुजुर्गों ने हमेशा प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से मना किया है इसलिए हर मुसलमान इसका ख्याल रखें और प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से दूर रहे। यह भी कहा कि खुले में और सड़कों व रास्तों पर कुर्बानी बिल्कुल न करें।

पीएम और सीएम इंटर्नशिप योजना से मिलेंगी 7.50 लाख नौकरियां: CM योगी आदित्यनाथ

Advertisements

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री इंटर्नशिप कार्यक्रम के जरिए हम 7.50 लाख युवाओं को नौकरियां देंगे। इसके लिए हमारे उद्यमियों को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि एमएसएमई विभाग पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेस-वे पर जमीन चिह्नित कर एमएसएमई क्लस्टर विकसित करे। उन्होंने लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में तीन माह में यूनिटी मॉल बनाने के निर्देश दिए।

वाराणसी और आगरा में भी बनेगा यून‍िटी मॉल

उन्होंने वाराणसी और आगरा में भी यूनिटी मॉल बनाने के लिए कहा है। वहां पर अच्छे गेस्ट हाउस और हॉस्टल भी बनाया जाए। एमएसएमई सेक्टर के उद्यमियों को उनकी आवश्यकता के अनुसार सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

20 हजार करोड़ रुपये के ऋण वितरण कार्यक्रम की शुरुआत

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस-2023 के अवसर पर लोकभवन में आयोजित एमएसएमई क्षेत्र के समग्र विकास के लिए बैंकों द्वारा 20 हजार करोड़ रुपये के कर्ज वितरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 3.41 लाख एमएसएमई उद्यमियों को कर्ज वितरित किया जा रहा है। यह सेक्टर कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध कराने वाला है। एमएसएमई सेक्टर के उद्यमियों ने इस सेक्टर में नई जान फूंककर उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी है।

सीएम योगी ने कहा कि एक समय ऐसा था कि यूपी का एमएसएमई सेक्टर दम तोड़ रहा था। सरकार की तरफ से सहयोग न मिलने से इस सेक्टर के उद्यमी हताश और निराश हो चुके थे। हमारी सरकार में लगभग 96 लाख एमएसएमई इकाइयां चल रही हैं। ये इकाइयां करोड़ों लोगों के जीवन का आधार हैं। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने एमएसएमई सेक्टर को जीवित रखने के लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) की योजना चलाई, जो देश के अंदर एक ब्रांड बन चुकी है। आज देश में जब भी एमएसएमई और ओडीओपी की बात होती है तो लोगों की जुबान पर सबसे पहले उत्तर प्रदेश का नाम आता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 52 उत्पादों के लिए जीआइ टैग प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में है। अकेले वाराणसी के 23 उत्पादों को जीआइ टैग मिल चुका है। हमारे पास 75 जनपद हैं, आने वाले समय उत्तर प्रदेश के कई अन्य उत्पादों को जीआइ टैग मिलेगा। वो दिन दूर नहीं है जब उत्तर प्रदेश के परंपरागत उत्पादों का डंका देश और दुनिया में बजेगा। इससे पहले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि एक जून से नए एमएसएमई इकाइयों के पंजीकरण का अभियान चल रहा है। 25 दिन में 1.35 लाख नए पंजीकरण हुए हैं।

शादी में फेरों से पहले दूल्हे को उठा ले गई पुलिस, वजह जानकर दुल्हन भी हैरान

Advertisements

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पुलिस एक दूल्हे को शादी के मंडप से उठाकर ले गई। लड़की वाले हक्केबक्के रह गए कि ये आखिर हुआ क्या? लड़की वालों ने जब इसकी जानकारी की तो पता चला कि दूल्हा पहले से शादीशुदा था और बिना बताए दूसरी शादी कर रहा था। मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।

दिल्ली का रहने वाला है आरोप दूल्हा

जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली, अकबर रोड निवासी राजेंद्र सिंह के बेटे सुरेंद्र सिंह उर्फ मोनू की शादी 17 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में हुई थी। शादी के कुछ दिन तक सब कुछ सही चला। उसके बाद पति-पत्नी में विवाद होने लगा। आए दिन घर में क्लेश होने लगी। इसी दौरान सुरेंद्र का किसी और लड़की से प्रेम प्रसंग हो गया।

दूसरी लड़की से छिपाई शादी की बात

सुरेंद्र ने अपनी पत्नी को छोड़कर दूसरी लड़की से शादी का मन बना लिया। ये लड़की कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। आरोप है कि सुरेंद्र ने इस लड़की को अपनी शादी के बारे में नहीं बताया था। गुरुवार को सुरेंद्र और लड़की की शादी का कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान पहली पत्नी को पति की इस करतूत की जानकारी हो गई।

पुलिस लेकर गेस्ट हाउस पहुंची पुलिस

उसने तत्काल कानपुर पुलिस को मामले की जानकारी दी। पहली पत्नी पुलिस लेकर शादी वाले गेस्ट हाउस में पहुंच गई। इस दौरान दूल्हा मंडल में बैठा था। तभी वहां पुलिस को देखकर दूल्हा हक्का-बक्का रह गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और सीधा थाने लेकर पहुंच गई। पुलिस की कार्रवाई के बाद शादी में खलल पड़ गया। बताया गया है कि पुलिस आरोपी दूल्हे समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

पति ने अधिकारी बनाने को लगा दी जान, पत्नी के कामयाब होते ही रिश्ते में ऐसी उथल-पुथल कि यकीन नहीं कर पाएंगे आप

Advertisements

प्रयागराज: सूर्यवंशम फिल्म में अमिताभ बच्चन हीरा के रोल में रहता है और पत्नी को उच्च शिक्षा दिलाकर आईएएस अधिकारी बना देता है। कुछ इसी तरह का मामला प्रयागराज से सामने आया है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पति उच्च शिक्षा दिलवाकर पत्नी को पीसीएस अधिकारी बना दिया, लेकिन पीसीएस अधिकारी बनी पत्नी बेवफा निकली और उसने पति को ही किनारे कर दिया। इतना ही नहीं पति को मरवाने और दूसरे के साथ घर बसाने का प्लान बनाने लगी। ऐसा आरोप पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पति आलोक मौर्य ने पीसीएस पत्नी ज्योति मौर्य पर लगाया है। वहीं, पीसीएस पत्नी ने पति और उसके परिवार वालों के ऊपर दहेज मांगने, बदनाम करने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

आलोक मौर्य ने एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में कहा कि 2009 में उसका पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पद पर चयन हुआ। पोस्टिंग प्रतापगढ़ में हुई। 2010 में उसकी वाराणसी के चिरई गांव की रहने वाली ज्योति से शादी हुई। ज्योति ने शादी के बाद आगे की पढ़ाई करने की इच्छा जताई। आलोक मौर्य ने उसे सम्बल दिया और अपनी छोटी सी तनख्वाह में से पैसे काटकर उसकी पढ़ाई के लिए रुपये जोड़े। फिलहाल ज्योति मौर्य की पढ़ाई अच्छे से हो गई और उसने पीसीएस की परीक्षा दी। 2015 में जिस दिन उसके घर दो जुड़वा बेटियां हुईं, उसी दिन पीसीएस का रिजल्ट आया और ज्योति का सेलेक्शन पीसीएस में हो गया। पूरे घर में खुशी छा गई। ज्योति मौर्य ने इसका श्रेय अपने पति आलोक मौर्य और ससुर को दिया।

प्रेमी के साथ रंगे हाथों पति ने पकड़ा था

2019 में धूमनगंज के झलवा में ज्योति मौर्य के नाम से आलोक ने पिता के रिटायरमेंट के बाद मिले पैसे से घर खरीदा। सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था। इसी बीच 2020 में मनीष दुबे नाम का व्यक्ति इन दोनों के रिश्तों के बीच खलल डालने आ गया। पति आलोक मौर्य का आरोप है कि उसे अपनी पत्नी पर शक हुआ तो उसने मोबाइल चेक किया। इसमें मनीष दुबे, जोकि होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात है, के साथ उसकी पत्नी ज्योति मौर्य का ओपन चैट सामने आया। मना करने पर ज्योति मौर्य ने उग्र रूप धारण कर लिया। आलोक मौर्य ने समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन मामला नहीं सुधरा आलोक मौर्य ने मनीष दुबे की पत्नी से भी संपर्क किया। उसने भी काफी कोशिश की, लेकिन असफल रही। 22 फरवरी 2023 को सरकारी आवास पर पीसीएस पत्नी ज्योति और कमांडेंट मनीष दुबे को रंगे हाथों पकड़ लिया। दोनों ने उसे जान से मारने के लिए दौड़ाया किसी तरह से भागकर वह बच गए।

पत्नी मारने की धमकी दे रही- पति

आलोक वर्मा ने बताया कि उसकी पत्नी ज्योति मौर्य ने होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के बांकावे में आकर उसके परिवार के खिलाफ धूमनगंज थाने में मुकदमा भी पंजीकृत करा दिया है। अब ज्योति मौर्य जान से मारने, जेल भिजवाने की धमकी दे रही है। मनीष दुबे ने पत्नी से तलाक लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है। पीसीएस अधिकारी ज्योति ने भी आलोक मौर्य को तलाक देने की बात कही है।

ज्योति ने 2015 की पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की थी

आलोक मौर्य की पत्नी ज्योति ने वर्ष 2015 की पीसीएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की थी। उस समय अधिकारी ने अपनी सफलता का श्रेय पति और ससुर को दिया था। ज्योति वर्मा पीसीएस बनने के बाद जौनपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, प्रयागराज और लखनऊ में तैनात रह चुकी हैं। वर्तमान में बरेली के शुगर मिल में जनरल मैनेजर हैं। मनीष दुबे गाजियाबाद में होमगार्ड विभाग में कमांडेंट है।

पत्नी ने लगाए ये आरोप

पीसीएस अधिकारी पत्नी ज्योति मौर्य का कहना है कि आलोक मौर्या से उसकी अरेंज मैरिज हुई थी। आलोक के घरवालों ने आलोक मौर्य को ग्राम पंचायत अधिकारी और अन्य भाइयों को भी अधिकारी बता कर शादी की थी, लेकिन बाद में पता चला कि वह सफाई कर्मचारी हैं। उसके साथ धोखा हुआ। आलोक मौर्य बिना उसकी अनुमति के उसके मोबाइल को गलत तरीके से ट्रेस करवा रहा था। मनगढ़ंत अनर्गल आरोप लगाने की वजह से आपस में मनमुटाव बढ़ गया। आलोक मौर्य अपने परिवार के लिए सुविधाओं के साथ पैसे की मांग करता था। न देने पर हमें बदनाम करने और छवि खराब करने की धमकी देता था, जिसको लेकर मैंने धूमनगंज थाने में मई माह पहले मुकदमा लिखवाया था। इसके अलावा जब 3 महीने पहले मैंने तलाक की प्रकिया शुरू की तो इसने अपनी धमकी अनुसार काम करना शुरू कर दिया। अब इस पर हम कानूनी प्रक्रिया के तहत ही जवाब देंगे, जो पति अपनी पत्नी की गलत तरीके से वीडियो बनाए वायरल करने की धमकी दे। उसके साथ कैसे रहा जा सकता है।

दहेज मांगना पड़ा भारी, लड़की वालों ने दूल्हे को पेड़ में बांधकर धो दिया, बारातियों को बनाया बंधक

Advertisements

शादी के मंडप पर दूल्हे को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि दूल्हा सज धज कर घोड़ी पर सवार होकर बाराती लेकर लड़की वाले के यहां पहुंच चुका था. किसी भी दूसरे लड़की वाले से दहेज की मांग कर डाली. फिर 4 साल लड़की वाले अचानक गुस्सा आ गए. देखते ही देखते पूरा माहौल बदल गया. शादी का समारोह कुरुक्षेत्र में बदल गया. लड़की वालों ने पहले लड़की को बंधक बनाया और फिर बारातियों को. लड़के का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।

यूपी के प्रतापगढ़ में दूल्हे को पेड़ से बांधकर पीटा गया और बारातियों को दुल्हन के परिवारे के लोगों ने बंधक बंधा लिया. शेरवानी पहना हुए दूल्हे को खुले में रस्सी से पेड़ से बांधा गया और फिर पीटा गया. मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को आना पड़ा. पुलिस ने दूल्हे को लॉकअप में डाल दिया है. आरोप है कि शादी की रस्मों के बीच दूल्हा दहेज की मांग करने लगा था. इस बात पर दुल्हन के परिवार वालों को गुस्सा आ गया था. दूल्हा थाने में बंद है और दोनों ही परिवार थाने में मौजूद हैं. मामले के निष्कर्ष के लिए पंचायत जोड़ी गई है।

दरअसल, 4 जून 2023 की शाम को प्रतापगढ़ के मान्धाता कोतवाली के हरख़पुर गांव में राम किशोर वर्मा की बेटी की बारात जिला जौनपुर के सकरा लोदा का पुरवा गांव से आई हुई थी. दूल्हा अमरजीत वर्मा सुपुत्र रामसिंह वर्मा बारात लेकर सकरा गांव पहुंचा हुआ था. शाम के समय द्वार पूजा की रश्म पूरी हुई. इसके जयमाला कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी कि तभी दूल्हा और दुल्हन पक्ष के बीच विवाद हो गया. घराती और बारातियों की बीच हाथापाई होने लगी, जूते-चप्पल चलने लगे।