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गणित-कंप्यूटर में 100 में से 100… चार में 99, लखनऊ की कृति श्रीवास्तव ने ICSE में हासिल किया 99.4% अंक

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ICSE ISC Result 2024: काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन (सीआईएससीई) की 10वीं (आईसीएसई) व 12वीं (आईएससी) के नतीजे सोमवार (छह मई) को सुबह 11 बजे जारी कर दिया गया है। इसमें उत्तर प्रदेश के कई धुरंधरों ने टॉप किया है। लखनऊ की कृति श्रीवास्तव ने 10वीं (आईसीएसई) की परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन कर ए ग्रेड से अव्वल रही।

सिटी मोंटेसरी स्कूल गोमती नगर एक्सटेंशन-2 लखनऊ की दसवीं की छात्रा कृति ने अंग्रेजी, हिंदी समेत चार विषयों में 99 अंक पाया है और वहीं गणित व कंप्यूटर एप्लीकेशंस में 100 अंक प्राप्त किया है।

मां हैं प्रधानाचार्य और पिता हैं एडीओ ऑफिसर

कृति श्रीवास्तव की माता डॉ. दिव्या श्रीवास्तव दयानंद कन्या इंटर कॉलेज महानगर लखनऊ में प्रधानाचार्या हैं। वहीं इनके पिता धर्मेंद्र श्रीवास्तव अपर जिला सहकारी अधिकारी के पद पर आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता कार्यालय लखनऊ में कार्यरत हैं।

किताबें बढ़ने की शौकीन हैं कृति

कृति को किताबें पढ़ने की शौकीन हैं। वहीं इन्हें खेल में बैडमिंटन पसंद है। इसके अलावा इन्हें गिटार बजाने का भी शौक है। कृति श्रीवास्तव का लक्ष्य देश की सर्वोच्च परीक्षा यानी सिविल सर्विसेज पास करना है।

नोटों का अंबार, अफसर और नेताओं का कनेक्शन… पहले धीरज साहू और अब आलमगीर आलम से जुड़े कैशकांड की पूरी कहानी

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रांची में ईडी की छापेमारी जारी है. ये छापेमारी मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव पाल के हाउस हेल्पर के घर पर हो रही है. इसके अलावा और भी कई ठिकानों पर रेड जारी है. अब तक 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद होने की बात कही जा रही है.

झारखंड की राजधानी रांची में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है. ये छापेमारी झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव पाल के हाउस हेल्पर के यहां हो रही है. ये छापेमारी रांची में 6 अलग-अलग ठिकानों पर हो रही है.

अब तक की छापेमारी में 20 से 30 करोड़ रुपये की नकदी बरामद होने की बात कही जा रही है. एक दूसरे ठिकाने से लगभग तीन करोड़ रुपये भी जब्त किए गए हैं. नोटों की गिनती की जा रही है. बरामद नकदी के ज्यादातर 500 रुपये के नोट हैं. ज्वेलरी भी बरामद हुई है.

छापेमारी क्यों?

ईडी की ये छापेमारी वीरेंद्र के. राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की जा रही है. वीरेंद्र राम झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर हैं. वीरेंद्र राम एक साल से ज्यादा लंबे वक्त से जेल में बंद हैं.

वीरेंद्र राम को ईडी ने पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया था. उनपर ग्रामीण विकास विभाग की कई योजनाओं को लागू करने में अनियमितताएं बरतने का आरोप है.

2019 में वीरेंद्र राम के एक सहयोगी के यहां से भारी मात्रा में नकदी बरामद की थी. इसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. वीरेंद्र राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस झारखंड एंटी-करप्शन ब्यूरो की शिकायत पर दर्ज हुआ था.

पिछले साल ईडी ने आरोप लगाया था कि वीरेंद्र के राम ने ठेकेदारों को टेंडर देने के बदले कमीशन के रूप में कथित रूप से आपराधिक आय कमाई.

आलमगीर आलम का नाम क्यों?

आलमगीर आलम झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं. सोमवार को ईडी उनके निजी सचिव संजीव लाल के हाउस हेल्पर के यहां छापेमारी कर रही है.

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रांची में हाउस हेल्पर के घर के अलावा और भी कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. सड़क निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के घर पर भी ईडी की टीम ने रेड डाली है.

ईडी ने वीरेंद्र राम के खिलाफ जो कार्रवाई की थी, वो 10 हजार रुपये की रिश्वत से जुड़ा था. दरअसल, नवंबर 2019 में एसीबी ने वीरेंद्र राम के सहयोगी जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा को एक ठेकेदार से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था. हालांकि, सुरेश वर्मा ने ठेकेदार से कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी.

जिस वक्त सुरेश वर्मा को रिश्वत लेते पकड़ा गया था, वो जमशेदपुर में वीरेंद्र राम के मकान में रहते थे. सुरेश वर्मा के घर एसीबी ने छापेमारी में दो करोड़ रुपये से ज्यादा नकदी बरामद की थी. तब सुरेश वर्मा ने दावा किया था कि ये पैसे वीरेंद्र राम के हैं और उनके रिश्तेदार ने पैसे रखने को दिए थे.

पिछले साल जब गिरफ्तारी के बाद ईडी ने पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम का बयान दर्ज किया था, तो उन्होंने बताया था कि रिश्वत का पैसा मंत्री के घर पहुंचाया जाता है. ये पहली बार था जब मंत्री आलमगीर आलम का नाम सामने आया था. इसी जांच के दौरान ही आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल का नाम भी आया था.

कौन हैं आलमगीर आलम?

आलमगीर आलम चार बार से कांग्रेस के विधायक हैं. वो पाकुड़ सीट से 2000, 2005, 2014 और 2019 में विधायक चुने गए हैं.

अक्टूबर 2006 से दिसंबर 2009 के बीच आलमगीर आलम झारखंड विधायक के स्पीकर भी रह चुके हैं. 2019 के चुनाव के बाद जब झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनी तो उन्हें मंत्री बनाया गया.

1954 में जन्मे आलमगीर आलम का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है. उनके चाचा एनुल हक भी कांग्रेस विधायक रहे हैं. उनके बेटे तनवीर आलम झारखंड कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं.

उन्होंने भागलपुर यूनिवर्सिटी के साहिबगंज कॉलेज से बपीएससी की डिग्री हासिल की है. 2019 के चुनाव में दाखिल हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है.

आलमगीर आलम का क्या है कहना?

इस पूरी छापेमारी पर आलमगीर आलम निजी सचिव संजीव पाल से पीछा छुड़ाते नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि संजीव पाल पहले भी दो पूर्व मंत्रियों के निजी सचिव रह चुके हैं. वो एक सरकारी कर्मचारी हैं और अनुभव के आधार पर उनकी नियुक्ति की जाती है. आलमगीर आलम ने कहा कि ईडी की जांच पूरी होने से पहले टिप्पणी करना सही नहीं होगा.

जब बरामद हुई 351 करोड़ की नकदी

इस मामले में अब कांग्रेस फंसती नजर आ रही है. बीजेपी ने मंत्री आलमगीर आलम को हिरासत में लेने की मांग की है. इसके साथ ही कुछ महीनों पहले कांग्रेस सांसद धीरज साहू के यहां छापेमारी में 300 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का मुद्दा भी उठाया है.

दरअसल, पिछले साल दिसंबर में आयकर विभाग ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर छापा मारा था. इस छापेमारी में कुल 351 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद हुई थी. इतिहास में ये पहली बार था, जब छापेमारी में इतनी बड़ी रकम बरामद हुई थी.

तब आयकर विभाग ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 40 से ज्यादा ठिकानों पर छापा मारा था. इतनी नकदी बरामद हुई थी कि उसे गिनने के लिए 40 मशीनें लगी थीं. वहीं, 200 बैग और ट्रंक में भरकर इस रकम को ले जाया गया था.

आयकर विभाग का कहना था कि ये सारा पैसा देसी शराब की नकद बिक्री से कमाया गया है. दरअसल, साहू परिवार सवा सौ साल से शराब के कारोबार से जुड़ा हुआ है. ओडिशा और झारखंड में शराब की ज्यादातर दुकानें साहू परिवार की ही हैं.

इतनी बड़ी नकदी बरामद होने पर धीरज साहू ने दावा किया था कि ये सारा पैसा परिवार का है और इससे कांग्रेस का लेना-देना नहीं है.

वहीं, इस साल फरवरी में धीरज साहू ने 351 करोड़ रुपये में से 150 करोड़ रुपये पर टैक्स भर दिया था. खबर थी कि साहू ने 150 करोड़ रुपये की कमाई पर टैक्स भर दिया है. जबकि बाकी की कमाई का रिटर्न अगले साल भरा जाना है.

क्या होता है जब्त रकम का?

ईडी जब किसी रकम को बरामद करती है तो आरोपी से उसका सोर्स पूछा जाता है. अगर आरोपी सोर्स नहीं बता पाता है तो ईडी उसे जब्त कर लेती है.

जब्त करने के बाद नकदी की एक-एक डिटेल दर्ज की जाती है. मसलन, नकदी में किस करंसी के कितने नोट हैं. गवाहों की मौजूदगी में नकदी को एक बक्से में सील कर सरकारी बैंक की एक ब्रांच में ले जाया जाता है. वहां, एजेंसी के पर्सनल डिपॉजिट अकाउंट में जमा कर दिया जाता है.

अगर आरोपी को दोषी ठहराया जाता है तो फिर इस रकम को केंद्र सरकार ‘पब्लिक मनी’ के रूप में दे दी जाती है. अगर आरोपी बरी हो जाता है, तो उसे सारा पैसा लौटा दिया जाता है.

वहीं, जब आयकर विभाग कोई नकदी जब्त करती है तो उसे बैंक में जमा कर लिया जाता है. उसका असेसमेंट किया जाता है और टैक्स लायबिलिटी तय की जाती है. जब्त रकम पर टैक्स जमा करने के बाद पैसा वापस कर दिया जाता है.

वर्ल्ड कप 2024 के लिए चुने जाते ही बल्ला शांत, लगातार 2 मैचों में शून्य पर आउट

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टी20 वर्ल्ड कप 2024 अब करीब आ रहा है। इसका पहला मुकाबला 1 जून को खेला जाएगा। ज्यादातर टीमों की ओर से इसके लिए स्क्वाड का भी ऐलान कर दिया गया है। जिन्होंने नहीं किया है, उनकी ओर से जल्द ही घोषणा हो सकती है। इस बीच टीम इंडिया के उन 15 खिलाड़ियों के नाम सामने आ गए हैं, जो इस बार का विश्व कप खेलते हुए दिखाई देंगे। इस बीच टीम इंडिया में जिस एक खास खिलाड़ी को चुना गया है, टीम के ऐलान के बाद वो बिल्कुल शांत हो गया है। खास बात ये है कि दो लगातार मैचों में शून्य पर भी आउट हो चुका है। ये जरूर भारतीय टीम के लिए टेंशन की बात होगी।

शिवम दुबे लगातार दो मैचों में शून्य पर आउट 

भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी चुने गए हैं, जो इस ​दफा पहली बार टीम इंडिया के लिए टी20 विश्व कप खेलते हुए नजर आएंगे। उन्हीं में से एक नाम है शिवम दुबे का। वैसे तो साल 2019 में ही शिवम दुबे ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू कर लिया था, लेकिन लगातार अपने खेल में अपडाउन को लेकर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इसके बाद वे साल 2023 के आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेलते हुए दिखाई दिए। उस साल उनके बल्ले से खूब रन निकले, इसके बाद उनकी भारतीय टीम में वापसी हो गई। इस साल भी वे सीएसके के लिए खेले रहे हैं। जब तक भारतीय टीम का ऐलान टी20 विश्व कप के लिए नहीं हुआ था, तब तो उनका बल्ला खूब चला। उनके बल्ले से चौके और छक्कों की बरसात सी हुई, लेकिन 30 अप्रैल को टीम के ऐलान के बाद वे अब तक एक भी रन नहीं बना पाए हैं।

टीम के ऐलान से पहले बना रहे थे खूब रन 

शिवम दुबे 28 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलते हुए नजर आए​ थे। इस मैच में उन्होंने नाबाद 39 रन की बेहतरीन पारी खेली। इससे पहले 23 अप्रैल को उन्होंने एलएसजी के खिलाफ 66 रन की पारी खेली। ये दोनों ऐसी पारियां थी, जिसके बाद ये तय सा लग रहा था कि शिवम दुबे अब टी20 विश्व कप की टिकट पा जाएंगे। टीम का ऐलान 30 अप्रैल को किया गया। इसके बाद वे एक मई को फिर से खेलने के लिए उतरे।

पंजाब के खिलाफ दो मैचों में नहीं खोल पाए खाता 

एक मई को पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने पहली बार इस सीजन आईपीएल में गेंदबाजी भी की, जिसमें उनके नाम एक विकेट आया। लेकिन बल्लेबाजी में वे बुरी तरह से फ्लॉप रहे। उनके बल्ले से कोई रन नहीं निकला और शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद पंजाब किंग्स के ही खिलाफ 5 मई को जब वे फिर से बल्लेबाजी के लिए आए तो भी उनका खाता नहीं खुला और बैक टू बैक दो मैचों में वे शून्य पर आउट हो गए। इस मैच में तो उन्होंने बॉलिंग भी नहीं की।

रोहित शर्मा की बढ़ी होगी टेंशन 

टी20 विश्व कप 2024 के 15 खिलाड़ियों में तो​ शिवम दुबे चुन लिए गए हैं, लेकिन वे प्लेइंग इलेवन में खेलेंगे या नहीं, ये तय नहीं है। इसका खुलासा तो 5 जून को तभी होगा, जब भारतीय टीम अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए आयरलैंड के खिलाफ उतरेगी। लेकिन जिस तरह का खेल शिवम ने पिछली दो ​पारियों में दिखाया है, उससे एक बात तो पक्की है कि इससे टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा जरूर टेंशन में आ गए होंगे। उम्मीद की जानी चाहिए कि अगले जो मैच सीएसके के आईपीएल में बचे हैं, उसमें उनके बल्ले से रन निकलें, ताकि राहत की सांस ली जा सके।

ICSE-ISC के परिणाम घोषित, 10वीं में 99.47 प्रतिशत और 12वीं में 98.19 फीसदी छात्र पास

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जो छात्र-छात्राएं आईसीएसई 10वीं और आईएससी 12वीं की परीक्षओं मे शामिल हुए थे, उन सभी का इंतजार आज बोर्ड ने खत्म कर दिया है। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने आज यानी 6 मई को आईसीएसई कक्षा 10, आईएससी कक्षा 12वीं के परिणाम (CISCE Results 2024) घोषित कर दिए हैं। जो छात्र बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए उपस्थित हुए थे, वे  सभी आधिकारिक वेबसाइट cisce.org और results. cisce.org पर जाकर चेक व डाउनलोड कर सकते हैं।

इस वर्ष ISC 12वीं के परिणाम में कुल 98,088 स्टूडेंट्स ने सफलता हासिल की। वहीं इगर उत्तीर्ण प्रतिशत की बात करें तो वो 98.19 फीसदी रहा। ISC 12वीं की परीक्षा में कुल 99,901 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। इस साल ICSE 10वीं के परिणाम में कुल 2,42,328 छात्रों ने उत्तीर्ण पास हुए और प्रतिशत में 99.47% दर्ज किया गया। 10वीं की परीक्षा में कुल 2,43,617 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे।

  1. सबसे पहले स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट cisce.org या results.cisce.org पर जाएं।
  2. इसके बाद स्टूडेंट्स होमपेज पर आईसीएसई या आईएससी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2024 के लिंक (जल्द एक्टिव होगा) पर क्लिक करें।
  3. स्टूडेंट्स अब यूनिक आईडी, इंडेक्स नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें।
  4. अब आपका रिजल्ट स्क्रीन पर खुल जाएगा, इसे चेक करें।
  5. इसके बाद आगे के लिए ऑनलाइन मार्कशीट डाउनलोड करें और प्रिंटआउट लेकर अपने पास रख लें।

CISCE 10th, 12th Results 2024: डिजीलॉकर पर कैसे करें चेक 

आप अपने रिजल्ट को डिजीलॉकर पर नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके चेर कर सकते हैं।

  • सबसे पहले छात्र-छात्राओं को  digilocker.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा या ऐप डाउनलोड करनी होगी।
  • इसके बाद अपने मोबाइल नंबर का उपयोग करके अपना डिजिलॉकर अकाउंट बनाएं।
  • इसके बाद अपने क्रेडेंशियल के साथ लॉगिन करें।
  • फिर मार्कशीट पर क्लिक करें और बोर्ड का चयन करें।
  • इसके बाद रोल नंबर दर्ज करें और उत्तीर्ण वर्ष का चयन करें।
  • इसके बाद आईसीएसई, आईएससी रिजल्ट प्रदर्शित हो जाएंगे।

जारी हुआ ICSE 10वीं और आईएससी 12वीं का परिणाम, जानें कैसे करें चेक

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जो छात्र-छात्राएं आईसीएसई 10वीं और आईएससी 12वीं की परीक्षओं मे शामिल हुए थे, उन सभी का इंतजार आज बोर्ड ने खत्म कर दिया है। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने आज यानी 6 मई को आईसीएसई कक्षा 10, आईएससी कक्षा 12वीं के परिणाम (CISCE Results 2024) घोषित कर दिए हैं। जो छात्र बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए उपस्थित हुए थे, वे  सभी आधिकारिक वेबसाइट cisce.org और results. cisce.org पर जाकर चेक व डाउनलोड कर सकते हैं।

CISCE 10th, 12th Results 2024: कैसे कर सकेंगे चेक

उम्मीदवार नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके अपने नतीजों को चेक कर सकते हैं।

  1. सबसे पहले स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट cisce.org या results.cisce.org पर जाएं।
  2. इसके बाद स्टूडेंट्स होमपेज पर आईसीएसई या आईएससी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2024 के लिंक (जल्द एक्टिव होगा) पर क्लिक करें।
  3. स्टूडेंट्स अब यूनिक आईडी, इंडेक्स नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें।
  4. अब आपका रिजल्ट स्क्रीन पर खुल जाएगा, इसे चेक करें।
  5. इसके बाद आगे के लिए ऑनलाइन मार्कशीट डाउनलोड करें और प्रिंटआउट लेकर अपने पास रख लें।

CISCE 10th, 12th Results 2024: डिजीलॉकर पर कैसे करें चेक 

आप अपने रिजल्ट को डिजीलॉकर पर नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके चेर कर सकते हैं।

  • सबसे पहले छात्र-छात्राओं को  digilocker.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा या ऐप डाउनलोड करनी होगी।
  • इसके बाद अपने मोबाइल नंबर का उपयोग करके अपना डिजिलॉकर अकाउंट बनाएं।
  • इसके बाद अपने क्रेडेंशियल के साथ लॉगिन करें।
  • फिर मार्कशीट पर क्लिक करें और बोर्ड का चयन करें।
  • इसके बाद रोल नंबर दर्ज करें और उत्तीर्ण वर्ष का चयन करें।
  • इसके बाद आईसीएसई, आईएससी रिजल्ट प्रदर्शित हो जाएंगे।

NEET परीक्षा: बिहार पेपर लीक होने पर FIR, राजस्थान में पकड़ा गया मुन्नाभाई, जानें NTA ने क्या कहा?

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देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के आयोजन में भी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ रही हैं। बिहार की राजधानी पटना में पेपर लीक होने की सूचना के बाद FIR दर्ज की गई है। वहीं, राजस्थान के भरतपुर में डमी कैंडिडेट को परीक्षा देते पकड़ा गया है। राजस्थान के ही सवाई माधोपुर में हिंदी मीडियम के छात्रों को अंग्रेजी का पर्चा बांट दिया गया। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। छात्रों और अभिवावकों ने परीक्षा केंद्र में काफी देर तक हंगामा किया। राजस्थान के सीकर में एक छात्र ने दूसरे छात्र को परीक्षा केंद्र के बाहर ही मार दिया। इसके बाद वह परीक्षा देने चला गया। आरोपी चाकू मारने के बाद परीक्षा देता रहा और पुलिस परीक्षा केंद्र के बाहर उसका इंतजार करती रही।

भरतपुर एएसपी ने बताया कि एक स्कूल में एक अभ्यर्थी के स्थान पर एक डॉक्टर को परीक्षा देते पकड़ा गया। उसने बताया कि उसके साथ 4-5 लोग हैं, जिनकी भूमिका उसे परीक्षा में बैठाने में थी। कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने वाला व्यक्ति एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छात्र है। पुलिस के अनुसार 10 लाख रुपये में सौदा करने के बाद उसने दूसरे की जगह पर परीक्षा देने का फैसला किया था।

पटना में FIR

पटना एसएसपी ने बताया कि NEET परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में पटना पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी, जिसके आधार पर एक FIR दर्ज की गई है और कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस कई स्थानों पर रेड भी मार रही है।

सवाई माधोपुर से पेपर लीक होने की आशंका

सवाई माधोपुर के आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केंद्र पर हिंदी मीडियम परीक्षार्थियों को अंग्रेजी मीडियम और इंग्लिश मीडियम विद्यार्थियों को हिंदी का पर्चा मिलने के बाद बवाल मच गया। विद्यार्थियों ने आपत्ति जाहिर की तो उनके साथ बदसलूकी की गई। इसके बाद परीक्षा छोड़कर विद्यार्थी और उनके परिजन कैंपस में हंगामा करने लगे। परीक्षार्थियों ने ओएमआर शीट लेकर विरोध प्रदर्शन किया। खबर है कि पुलिसकर्मियों ने परीक्षार्थियों के साथ मारपीट भी की। पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस बीच कई बच्चे पर्चा लेकर परीक्षा केंद्र से बाहर आ गए। छात्रों को पेपर और ओएमआर मार्कशीट अलग-अलग दिए गए। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पेपर पहले ही खोल लिए गए थे और इन्हीं के जरिए पेपर लीक किया गया।

NTA ने क्या कहा?

NEET की परीक्षा आयोजित कराने वाली एजेंसी NTA ने राजस्थान के सवाई मधोपुर में हिंदी मीडियम के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम के पेपर बांटने की बात स्वीकार की है। हालांकि, पेपर लीक होने की खबरों को पूरी तरह से गलत बताया गया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के अनुसार सवाई माधोपुर में गलत पेपर मिलने पर कुछ छात्रों ने हंगामा कर दिया और पर्यवेक्षक को दोबारा पेपर बांटने का मौका नहीं दिया गया। छात्र पेपर लेकर जबरन बाहर निकल आए, जबकि नियम के अनुसार परीक्षा खत्म होने के बाद ही छात्र बाहर निकल सकते हैं। इन्हीं छात्रों की वजह से शाम चार बजे के करीब पेपर के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। हालांकि, तब तक सभी केंद्रों में परीक्षा शुरू हो चुकी थी और अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों के अंदर थे। ऐसे में पेपर लीक होने की किसी भी संभावना से इंकार किया जाता है। अन्य सभी परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्वक तरीके से परीक्षा हुई। सवाई माधोपुर में भी 120 छात्रों की परीक्षा थोड़ी देर बार दोबारा शुरू की गई।

कौन सा पेपर मुश्किल, कौन सा आसान?

छात्रों के लिए NEET पेपर का स्थर मध्यम था। जूलॉजी से जुड़े सवाल सबसे आसान थे और फिजिक्स के सवाल सबसे ज्यादा मुश्किल थे। फिजिक्स में न्यूमेरिकल के सवाल काफी लंबे और समय लेने वाले थे। इस साल 24 लाख से अधिक छात्रों ने इस परीक्षा के लिए रजिट्रेशन कराया था। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। ऐसे में इस बार NEET परीक्षा में सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा होने की उम्मीद थी। परीक्षा के नतीजे आने के बाद इसकी तस्वीर साफ होगी।

रणबीर-आलिया संग वरुण धवन के घर पहुंची राहा, क्यूटनेस पर फिदा हुए फैंस

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रणबीर कपूर और आलिया भट्ट बॉलीवुड के सबसे प्यारे कपल में से एक हैं और उनकी बेटी राहा के आने से उनकी खुशियां और भी बढ़ गई है। इस कपल को अक्सर परिवार के साथ मौज-मस्ती करते हुए देखा जाता है। वहीं अब फैंस उनकी नन्ही परी राहा की एक झलक देखने के लिए बेसब्री से इंतजार करते रहते हैं। हाल ही में अभिनेता रणबीर को अपनी बेटी और पत्नी के साथ घूमते हुए देखा गया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें रणबीर अपनी बेटी राहा को गोद में लिए और आलिया संग वरुण धवन के घर जाते हुए दिखाई दिए।

वरुण धवन के घर पहुंची राहा

रणबीर कपूर और आलिया भट्ट को बेटी राहा के साथ वरुण धवन और नताशा दलाल के घर पर जाते वक्त स्पॉट किया गया। रणबीर-आलिया ने राहा संग ट्विनिंग करते हुए वाइट कलर के कपड़े पहने हुए थे। वीडियो में राहा की बेमिसाल क्यूटनेस ने एक फिर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। राहा कपूर वाइट फ्रॉक और दो प्यारी पिगी टेल में वह बिल्कुल डोल जैसी लग रही थीं।

राहा कपूर बनीं परी

रणबीर-आलिया की बेटी राहा की क्यूटनेस को कोई भी देखकर अनदेखा नहीं कर पाएंगा। क्यूट सी व्हाइट कलर की फ्रॉक, दो पिगी टेल और व्हाइट क्लिप्स से राहा के इस लुक को पूरा किया गया। साथ ही नन्ही परी के व्हाइट स्नीकर्स ने उसके लुक को और भी बेहतरीन बना दिया। एक बार फिर राहा की क्यूटनेस देख फैंस उनकी वीडियो और फोटोज पर प्यार लुटा रहे हैं।

रणबीर कपूर की अपकमिंग फिल्मों की लिस्ट

इन दिनों रणबीर कपूर अपनी अपकमिंग फिल्म ‘रामायण’ में व्यस्त हैं, जिसमें वे भगवान राम की भूमिका निभा रहे हैं। साई पल्लवी, यश और सनी देओल के साथ नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित यह फिल्म दिवाली 2025 में रिलीज होने की उम्मीद है। इसके अलावा एक्टर ‘लव एंड वॉर’ में आलिया भट्ट और विक्की कौशल के साथ दिखाई देंगे। ‘एनिमल पार्क’ में भी नजर आने वाले हैं।

पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह जेल से रिहा, जेसीबी से बरसे फूल, इतने दिन के लिए मिली पैरोल

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बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान एक और बाहुबली को जेल से रिहा किया गया है। मोकामा के पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह जेल से रिहा हो गए हैं। उन्हें 15 दिन के लिए पैरोल मिली है। अनंत का जगह-जगह उनके समर्थकों द्वारा स्वागत किया जा रहा है और उन्हें फूल-मालाएं पहनाई जा रही हैं।

खास अंदाज में अपने समर्थकों से मिले अनंत

जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह अपने खास अंदाज में अपने समर्थकों से मिले। इस दौरान उन्होंने अपना काला चश्मा पहना हुआ था। गौरतलब है कि बिहार की राजनीति में अनंत सिंह की छवि एक बाहुबली नेता की रही है। अनंत सिंह करीब 5 सालों से जेल में हैं। उन पर एके 47 रखने का आरोप है, जिसके तहत कोर्ट ने उन्हें 10 साल की सजा सुनाई थी। वह पटना की बेउर जेल में सजा काट रहे हैं।

उन्होंने न्यायालय से पैरोल मांगी थी, जिसके बाद उन्हें 15 दिन की पैरोल मिल गई। रविवार सुबह ही वह जेल से बाहर आए।

बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर फायरिंग मामला, आरोपी की आत्महत्या मामले की CBI जांच की मांग

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बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के बांद्रा स्थित घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर 14 अप्रैल को फायरिंग मामले में एक आरोपी अनुज थापन ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं हथियार सप्लाई करने वाले आरोपी अनुज थापन की आत्महत्या मामले में उसके परिजनों ने मामले की CBI जांच की मांग की। इसे लेकर अनुज थापन के वकीलों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। वहीं अनुज थापन के शव का मुम्बई के जेजे अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद अनुज के परिजन उसका शव लेकर पंजाब के फाजिल्का के लिए निकल गए हैं। बता दें कि अनुज थापन ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस कंपाउंड में बने लॉकअप के टॉयलेट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या का खुलासा

दरअसल, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के बांद्रा स्थित घर के बाहर हुई गोलीबारी के मामले में आरोपी अनुज थापन का पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है। पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजन शव को लेकर पंजाब के फजिल्का के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि फंदा लगाने से उसकी मौत हुई, क्योंकि उसकी गर्दन पर चोट के निशान मिले हैं और दम घुटने की बात सामने आई है। बता दें कि गोलीबारी की घटना के लिए हथियार और गोलियां मुहैया कराने के आरोपी अनुज थापन को 26 अप्रैल को उसके सहयोगी सोनू बिश्नोई के साथ पंजाब से गिरफ्तार किया गया था।

गिरफ्तारी के बाद मिला था शव

गिरफ्तारी के बाद बुधवार को क्रॉफोर्ड मार्केट में स्थित आयुक्तालय परिसर में अपराध शाखा की इमारत में बने हवालात में उसका शव मिला था। पुलिस के अनुसार, उसने हवालात के शौचालय में कथित तौर पर चादर से फंदा लगाकर आत्महत्या की थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि “भायखला में सरकारी जेजे अस्पताल में गुरुवार शाम को उसके शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। रिपोर्ट के अनुसार गर्दन पर चोट के निशान पाए गए और दम घुटने के संकेत मिले हैं। ये सभी इस बात की पुष्टि करते हैं फंदा लगाने से उसकी मौत हुई।”