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सुबह 10 बजे से गूंजेगी मंगलध्वनि, 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त; पढ़ें पूरा कार्यक्रम

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह सुबह 10 बजे ‘मंगल ध्वनि’ के भव्य वादन से शुरू होगा।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की विधि सोमवार दोपहर 12:20 बजे से शुरू होगी और एक बजे तक कार्यक्रम पूरा हो जाएगा।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की मुख्य पूजा अभिजीत मुहूर्त में होगी।इस अवसर पर पीएम मोदी सहित अन्य विशिष्ट लोग उपस्थित रहेंगे।

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. पूरी अयोध्या नगरी को आध्यात्मिक रंग देकर सजाया गया है. अयोध्या नगरी पूरी तरह से सजधज कर तैयार है. रामलला प्राण महोत्सव में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकप्रिय क्रिकेटर, उद्योगपति, संत, मशहूर हस्तियां और विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों न्योता दिया गया है. भारत सहित अमेरिका, यूके सहित विभिन्न देशों में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जश्न और उत्सव मनाए जाएंगे।

22 जनवरी को राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्यूनतम विधि-अनुष्ठान निर्धारित किए गए हैं. श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कहना है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह सुबह 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ का भव्य वादन से शुरू होगा. देश के विभिन्न राज्यों से 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र लगभग दो घंटे मनोरम धुन बिखरेंगे।

22 जनवरी, सोमवार, पौष मास के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी की तिथि है. कुर्म द्वादशी व्रत भगवान विष्णु को अर्पित है. विष्णु पुराण में कहा गया है कि इसी तिथि कूर्म द्वादशी को भगवान विष्णु ने कूर्म यानि कछुआ का अवतार ग्रहण किया था और समुद्र मंथन में मदद की थी. इसके लिए भगवान विष्णु ने कच्छप अवतार धारण किया और अपनी पीठ पर मंदार पर्वत रखकर समुद्र मंथन किया था. कच्छप रूप को स्थायित्व का प्रतीक है।

कुर्म द्वादशी के दिन राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से मंदिर को स्थायित्व प्रदान करेगा और युगों-युगों तक इसका यश रहेगा. उसी तरह से मृगषिरा या मृगशीर्ष नक्षत्र में रामलला की स्थापना की जा रही है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा इस मुहूर्त में करने से राष्ट्र का कल्याण का प्रतीक है।

10:30 बजे तक सभी गेस्ट को करनी होगी एंट्री

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों को 10:30 बजे तक रामजन्मभूमि परिसर में एंट्री करनी होगी. श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से बताया गया है कि उसके द्वारा जारी निमंत्रण पत्र से ही प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा ले पाएंगे. केवल निमंत्रण पत्र से गेस्ट प्रवेश नहीं कर पाएंगे. निमंत्रण कार्ड पर बने क्यूआर कोड के मिलान के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी।

प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम दोपहर 12:20 बजे से शुरू

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की विधि सोमवार दोपहर 12:20 बजे से शुरू होगी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की मुख्य पूजा अभिजीत मुहूर्त में होगी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ द्वारा निर्धारित की गई है. प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, मेष लग्न, इंद्र योग, वृश्चिक नवांश एवं मृगशिरा नक्षत्र में हो रहा है।

प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 84 सेकंड का

शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट एवं 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट एवं 32 सेकंड तक का रहेगा. प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त मात्र 84 सेकंड का होगा. यह प्राण प्रतिष्ठान अनुष्ठान काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ एवं आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य द्वारा कराए जाएंगे. इस दौरान 150 से अधिक परंपराओं के संत-धर्माचार्य एवं 50 से अधिक गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी, आदिवासी, जनजातीय भी उपस्थित रहेंगे।

शैव, वैष्णव, शाक्त, गाणपत्य, पात्य, निम्बार्क, माध्व, विष्णु नामी, रामसनेही, घिसापंथ, गरीबदासी, गौड़ीय, सिख, बौद्ध, जैन, दशनाम शंकर, रामानंद, रामानुज, कबीरपंथी, वाल्मीकि, शंकरदेव (असम), गायत्री परिवार, अनुकूल चंद्र ठाकुर परंपरा, ओडिशा के महिमा समाज, अकाली, निरंकारी, नामधारी (पंजाब), राधास्वामी और स्वामीनारायण, माधव देव, इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, चिन्मय मिशन, भारत सेवाश्रम संघ, वारकरी, वीर शैव इत्यादि कई सम्मानित परंपराएं इसमें भाग लेंगी।

प्राण प्रतिष्ठा बाद होगा पीएम का संबोधन

प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्यक्रम दोपहर एक बजे तक समाप्त हो जाएगा. सभी पूजा-विधि समाप्त होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संघ प्रमुख मोहन भागवत संदेश देंगे. वहीं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास भी इस अवसर पर अपना वक्तव्य रखेंगे।

अयोध्या में पीएम मोदी रहेंगे चार घंटे तक

पीएम मोदी का सोमवार को चार घंटे अयोध्या में रहने का कार्यक्रम है. उनके सुबह 10:25 बजे अयोध्या एयरपोर्ट एवं 10:55 पर राम जन्मभूमि पहुंचने के बाद प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे और एक बजे संबोधित करेंगे. 2:10 पर कुबेर टीला का दर्शन कर दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।

5 लाख दीये के साथ ‘राम ज्योति’ होगी प्रज्ज्वलित

प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या में ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित कर दीपावली जैसा समारोह का पापन होगा. अयोध्या में सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी पर 5 लाख दिये प्रज्जवलित किये जाने के कार्यक्रम हैं. इसके साथ ही दुकानों, प्रतिष्ठानों, मकानों और पौराणिक स्थलों पर ‘राम ज्योति’ प्रज्ज्वलित किए जाएंगे. अयोध्या सरयू नदी के तटों की मिट्टी से बने दीपों से रोशनी की जाएगी. रामलला, हनुमानगढ़ी, गुप्तारघाट, सरयू तट, कनक भवन, लता मंगेशकर चौक, मणिराम दास छावनी समेत 100 मंदिरों, प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर दीप जलाए जाएंगे।

दर्शन का समय

मंदिर में दर्शन सुबह 7 बजे से दोपहर 11:30 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक होते हैं।

आरती का समय

प्राण प्रतिष्ठा के बाद, मंदिर के द्वार भक्तों के लिए आरती समारोह में भाग लेने के लिए खुलेंगे. मंदिर में तीन अलग-अलग प्रकार की आरती की जाएगी और उपस्थिति के लिए पास निःशुल्क जारी किए जाएंगे. प्रत्येक आरती की क्षमता सीमित होगी, जिससे केवल तीस व्यक्ति ही आध्यात्मिक अनुभव में भाग ले सकेंगे. प्रतिदिन तीन आरती क्रमशः सुबह 6.30 बजे, दोपहर 12.00 बजे और शाम 7.30 बजे की जाएंगी. आरती समारोह के लिए पास की आवश्यकता है।

सुबह 6.30 बजे- शृंगार/जागरण आरती

दोपहर 12.00 बजे – भोग आरती

शाम 7.30 बजे – संध्या आरती कार्यक्रम

भूकंप, बाढ़ या प्राकृतिक आपदा…1000 साल तक राम मंदिर को नहीं पहुंचा पाएगा नुकसान

राममंदिर का निर्माण इस तरह से किया जा रहा है कि अगले एक हजार साल में भी अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर को कोई नुकसान नहीं होगा। भूकंप से लेकर बाढ़ तक कोई भी प्राकृतिक आपदा राम मंदिर को कोई क्षति नहीं पहुंचा पाएगी।

अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी. सालों की लड़ाई के बाद अयोध्या में रामलला की भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. नवनिर्मित राम मंदिर के निर्माण में उच्च स्तर की आधुनिक तकनीक और वास्तुकला का इस्तेमाल किया गया है. राममंदिर का निर्माण इस तरह से किया जा रहा है कि अगले एक हजार साल में भी अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर को कोई नुकसान नहीं होगा. भूकंप से लेकर बाढ़ तक कोई भी प्राकृतिक आपदा राम मंदिर का बाल बांका नहीं कर पाएगी. अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में लोहे, स्टील या सीमेंट का इस्तेमाल नहीं हुआ है. यह मंदिर केवल पत्थर से बना है।

मालूम हो कि प्राचीन काल में पत्थरों को एक-एक करके व्यवस्थित करके मंदिर का निर्माण किया जाता था. उसी पद्धति का पालन करते हुए राम मंदिर का भी निर्माण किया गया था. इसे कला की नागर शैली कहा जाता है. खजुराहो मंदिर, सोमनाथ मंदिर और कोणार्क मंदिर इसी तरह बनाए गए थे और आज भी बरकरार हैं।

नागर शैली से राम मंदिर का हुआ है निर्माण

राम मंदिर के डिजाइन और निर्माण प्रसिद्ध वास्तुकार सतीश सहस्रबुद्धे के नेतृत्व में हुई है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के खंभे उसी तरह बनाए गए हैं जैसे नदी पर पुल के लिए खंभे बनाए जाते हैं. बारिश के पानी से भी मंदिर को नुकसान न हो, इसके लिए विशेष तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।

सहस्रबुद्धे ने कहा कि मुख्य रूप से तीन कारणों से अगले एक हजार साल तक राम मंदिर को कोई नुकसान नहीं होगा. सबसे पहले, राम मंदिर दक्षिण भारतीय मंदिर शैली के अनुसार बनाया गया है, जिसमें केवल लौह पत्थर की सीढ़ियों का उपयोग किया गया है, लोहे का नहीं. इसलिए अगले एक हजार वर्षों में भी मंदिर की संरचना में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा. अकेले मंदिर का आधार बनाने के लिए 17,000 ग्रेनाइट पत्थरों और डेढ़ लाख पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है. पत्थर का वजन 2 हजार 800 किलोग्राम है।

भूकंप, बाढ़ और प्राकृतिक आपदा से नहीं होगा नुकसान

दूसरे, सरयू नदी के पानी को मिट्टी से रिसकर मंदिर की संरचना को नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए 12 मीटर की ग्रेनाइट की दीवार बनाई गई है. यह पत्थर भूकंपरोधी भी है. इंजीनियरों का कहना है कि भूकंप या कोई भी प्राकृतिक आपदा मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकती. राम मंदिर असंभव रूप से मजबूत नींव पर खड़ा है।

तीसरा, मंदिर को सिर्फ भूकंप से ही नहीं बल्कि बिजली गिरने से भी नुकसान होने की संभावना नहीं है, क्योंकि राम मंदिर में 2 लाख एम्प्लीफायर बिजली निरोधक प्रणाली लगाई गई है. भारी बारिश होने पर भी मंदिर के पत्थरों में दरारें नहीं आएंगी।

2024 में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से BJP को भारी फायदा होगा? सर्वे में जनता के जवाब ने किया हैरान

22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है. ऐसे में राम मंदिर को लेकर देश का मूड क्या है? इसे लेकर abp न्यूज़ के लिए C-VOTER ने सर्वे किया है।

अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी 2024) को अयोध्या में श्री राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है. इसको लेकर न सिर्फ देश में उत्साह का माहौल है, बल्कि विदेशों में इसका जश्न मनाया जा रहा है. ऐसे में राम मंदिर को लेकर देश का मूड क्या है? इसे लेकर abp न्यूजके लिए C-VOTER ने सर्वे किया है।

इस सर्वे में 1 हजार 573 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 19-20 जनवरी को किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्वे में लोगों ने चौंका देने वाले जवाब दिए हैं।

प्राण प्रतिष्ठा से बीजेपी को कितना फायदा?
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या 2024 के लोकसभा चुनाव राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से BJP को भारी फायदा होगा? इस सवाल के जवाब में 51 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को भारी फायदा होगा, जबकि 33 फीसदी लोगों का मानना है कि इससे बीजेपी को कोई लाभ नहीं होगा. वहीं, 16 पर्सेंट लोगों ने कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कह सकते।

पहले किया प्राण प्रतिष्ठा का विरोध, अब शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद बोले- ‘हम मोदी विरोधी नहीं, उनके प्रशंसक’

सोमवार (22 जनवरी) को अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने जा रहा है. इसको लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और इन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है.  राम मंदिर उद्घाटन के मुहूर्त को लेकर सवाल उठाने वाले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि ‘हम मोदी विरोधी नहीं, उनके प्रशंसक हैं।

शंकराचार्य ने कहा, “सच्चाई ये है कि पीएम मोदी ने हिंदुओं को आत्म-जागरूक बनाया है जो छोटी बात नहीं है. हमने कई बार सार्वजनिक रूप से कहा है कि हम मोदी विरोधी नहीं बल्कि उनके प्रशंसक हैं. भारत के दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री का नाम बताइए जिसने पहले भी मोदी की तरह हिंदुओं को मजबूत किया हो? हमारे कई प्रधानमंत्री रहे हैं और वे सभी अच्छे रहे हैं – हम किसी की आलोचना नहीं कर रहे हैं।”

‘हिंदुओं को मजबूत करने का काम पीएम मोदी कर रहे’

उन्होंने सवाल करते हुए आगे कहा, “जब अनुच्छेद 370 को खत्म किया गया तो क्या हमने इसका स्वागत नहीं किया? जब नागरिकता संशोधन कानून आया तो क्या हमने इसकी प्रशंसा नहीं की? क्या हमने पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान में बाधा डाली? हमने इस बात की भी सराहना की कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से भूमि पर राम मंदिर बनाए जाने के फैसले के बाद कानून और व्यवस्था की स्थिति में कोई व्यवधान नहीं आया।”

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, ”जब भी हिंदू मजबूत होते हैं तो हमें खुशी होती है और नरेंद्र मोदी वह काम कर रहे हैं।”

राम मंदिर के मुहूर्त को लेकर शंकराचार्यों ने उठाए थे सवाल

इससे पहले शंकराचार्यों ने अलग-अलग कारण बताकर राम मंदिर उद्घाटन से किनारा कर लिया. हालांकि रामलला प्राण प्रतिष्ठा का इन शंकराचार्यों ने समर्थन भी किया है. मामले पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा था कि मंदिर अभी पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुआ है और उससे पहले प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जानी चाहिए. अधूरे भगवान की प्राण प्रतिष्ठा शास्त्रों में निषेध है।

अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम लला के कल होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां पूरी

अयोध्या में कल बहुप्रतीक्षित राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी इस ऐतिहासिक समारोह में देश का नेतृत्व करेंगे। भगवान राम की नगरी में होने वाले इस भव्य आयोजन में हर वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं। इस भव्य आयोजन के लिए रामनगरी में हजारों साधु-संतों तथा श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा प्रसार भारती ने श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के सीधे प्रसारण के लिए व्यापक व्यवस्था की है। दूरदर्शन समूचे कार्यक्रम का दूरदर्शन समाचार और दूरदर्शन राष्‍ट्रीय चैनलों पर सीधा प्रसारण करेगा।

देशभर में लोगों ने रामायण पाठ और भजन करते हुए शोभा यात्राएं निकाली

कल अयोध्‍या में होने वाले राम लला प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम के उपलक्ष्‍य में आज देशभर में लोगों ने रामायण पाठ और भजन करते हुए शोभायात्राएं निकाली। विभिन्‍न स्‍थानों पर धार्मिक कार्यक्रमों और अनुष्‍ठानों का आयोजन किया जा रहा है।

अयोध्या में कल भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की पूर्व संध्या पर देशभर के मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया गया है। लगातार रामधुन, भजन-र्कीतन और रामायण का पाठ चल रहा है।

देश भर के प्रमुख स्थानों पर पोस्टरों पर रामायण के विभिन्न श्लोक भी छापे गए हैं, और संगीत, भक्ति गीतों और राम चरित मानस के छंदों के पाठ के साथ धार्मिक उत्साह चरम पर पहुंच गया है। देशभर में जगह-जगह रामलीलाएं, भागवत कथाएं, भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा हैं।

सिल्क साड़ी-लाल बिंदी लगाए भारतीय नारी बन कंगना रनौत पहुंची अयोध्या, हनुमान यज्ञ भी किया

फिल्म एक्ट्रेस कंगना रनौत राम मंदिर को लेकर काफी एक्साइटेड हैं।एक्ट्रेस ने अयोध्या पहुंचते ही राम मंदिर आचार्य श्री रामभद्राचार्य जी का आशीर्वाद भी लिया।

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अयोध्या में होने वाले भव्य राम मंदिर समारोह में पहुंच गई हैं. एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर राम मंदिर समारोह से पहले की तस्वीरें साझा की हैं. अयोध्या जाकर कंगना पूरे राम भक्ती रंग में डूबी हुई नजर आ रही हैं. इतना ही नहीं फिल्म अभिनेत्री ने 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले कुछ कार्यक्रम में भाग लिया. कंगना ने इंस्टाग्राम हैंडल पर राम मंदिर से कुछ तस्वीरें साझा की हैं. उन्होंने बताया कि अयोध्या आकर वो बहुत खुश हैं और भगवान राम की भक्ती में लीन हैं. एक्ट्रेस ने राम मंदिर से पहले हुए हनुमान यज्ञ में भाग लिया और हवन-पूजा पाठ किया. इस पवित्र अवसर पर कंगना सिल्क साड़ी पहने एकदम भारतीय नारी अवतार में नजर आईं. उन्होंने राम मंदिर के आचार्य श्री रामभद्राचार्य जी का आशीर्वाद भी लिया।

आज 21 जनवरी को कंगना ने अपने इंस्टा हैंडल पर राम मंदिर से ये झलकियां साझा की हैं. एक्ट्रेस ने फोटोज शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, आओ मेरे राम ।
आज परमपूजनीय श्री रामभद्राचार्य जी से भेंट हुई, उनका आशीर्वाद लिया।
उनके द्वारा आयोजित शास्त्रवत् सामूहिक हनुमान जी यज्ञ में भाग लिया।
अयोध्या धाम में श्री राम के स्वागत में सब राममयी हैं। कल अयोध्या के राजा लम्बे वनवास के बाद अपने घर आ रहे हैं ।
आओ मेरे राम, आओ मेरे राम 🚩

फोटोज में कंगना राम मंदिर समारोह से पहले होने वाले हनुमान यज्ञ करती नजर आ रही हैं. पूजा-पाठ में लीन कंगना बेहद खूबसूरत लग रही हैं. उन्होंने गोल्डन और मैरून सिल्क साड़ी पहनी है. साथ में इस लुक को लाल बिंदी और गोल्डन हैवी जूलरी से कंप्लीट किया है. एक्ट्रेस के चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती है. साथ ही कंगना ने श्री रामभद्राचार्य जी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद भी लिया।

कंगना रनौत ने अयोध्या एयरपोर्ट पर आते ही राम मंदिर के लिए खुशी जाहिर की थी. एक्ट्रेस का ये वीडियो काफी वायरल हुआ था. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण होने हमारे लिए इस जन्म में खुशनसीबी की बात है. अब देखना ये है कि राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए कंग9ना किस तरह तैयारी करती हैं ?

पाकिस्तान के बाद अब अफ्रीका से आई प्राण प्रतिष्ठा के लिए शुभकामनाएं

साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर केशव महाराज ने प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी भारतवासियों को शुभकामनाएं देते हुए वीडियो शेयर किया है।

22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. हर तरफ पूरे देश में भवा रंग और जय श्री राम की गूंज है. जहां पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया ने राम मंदिर को लेकर पोस्ट किए हैं, वहीं अब अफ्रीकी क्रिकेटर केशव महाराज का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह सोमवार को अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए सभी को शुभकामनाएं दी हैं।

क्या बोले Keshav Maharaj?

साउथ अफ्रीका के स्पिन गेंदबाज केशव महाराज (Keshav Maharaj) हिंदू धर्म के हैं और वह अक्सर पूजा-अर्चना करते दिखते हैं. जब अफ्रीकी टीम वर्ल्ड कप खघेलने भारत दौरे पर आई थी, तब उन्होंने कई मंदिरों में दर्शन किए थे और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी शेयर किए थे. ऐसे में अब अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी हैं. केशव ने वीडियो शेयर किया, जिसमें कहा, आप सबको नमस्ते… साउथ अफ्रीका में रहने वाले भारतीय समुदाय की ओर से आप सब लोगों को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की शुभकामनाएं।

तमाम क्रिकेटर्स को भी मिला है आमंत्रण

सोमवार को अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसके लिए पूरी अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. पूरे देश से तमाम सेलिब्रिटीज इस ऐतिहासिक लम्हे का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं. इसमें, नेता, अभिनेता और कई क्रिकेटर्स शामिल हैं. सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी, सुनील गावस्कर, कपिल देव, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, अनिल कुंबले, रवींद्र जडेजा जैसे क्रिकेटरों को अयोध्या आने के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा, महिला क्रिकेटर्स में हरमनप्रीत कौर, मिताली राज को भी पावन अवरस का हिस्सा बनने के लिए निमंत्रण मिला है।

बता दें, भारत को 25 जनवरी से इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेलना है. ऐसे में कहा जा सकता है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा सोमवार को अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के बाद टीम इंडिया से जुड़ सकते हैं. हालांकि, अब तक इस बात को कंफर्म नहीं किया गया है कि कौन-कौन से क्रिकेटर्स अयोध्या पहुंचेंगे।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर इन चुनिंदा मैसेज से अपनों को दें शुभकामनाएं, भेजें ये खास संदेश

22 जनवरी को रामलला को गर्भ गृह में स्थापित होंगे।ऐसे में इस खास मौके पर आप अपनों को ये शुभकामना संदेश भेजकर भगवान राम के इस भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की हार्दिक शुभकामना दे सकते हैं।

प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या सज कर तैयार हो चुकी है जिसका उद्घाटन 22 जनवरी 2024 दिन सोमवार को होने वाला है.  22 जनवरी को ही रामलला को गर्भ गृह में स्थापित किया जाएगा. इस शुभ उवसर पर अयोध्या में 22 जनवरी से लेकर 25 मार्च 2024 तक कई खास कार्यक्रम भी होने वाले हैं. पूरे देश में 22 जनवरी को जश्न के रूप में मनाया जाएगा. ऐसे में इस दिन को और यादगार और शानदार बनाने के लिए आप अपनों को ये शुभकामना संदेश भेजकर बधाई दे सकते हैं. तो आइए जानते हैं इन शुभकामना संदेश के बारे में।

राम जिनका नाम है अयोध्या जिनका धाम है
संकट हरना जिनका काम है ऐसे रामचंद्र को हमारा प्रणाम है
सियावर रामचंद्र की जय

श्री रामचन्द्र कृपालु भज मन
हरण भवभय दारुणाम
नवकंज लोचन, कंज मुख कर
कंज, पद कंजारुणम।
जय श्री राम

जिनके मन में श्री राम है,
भाग्य में उसके वैकुण्ठ धाम है,
उनके चरणों में जिसने जीवन वार दिया,
संसार में उसका कल्याण है।
जय श्री राम

ना किसी के अभाव में जीते हैं
ना किसी के प्रभाव में जीते हैं
हम तो ठहरे राम भक्त सिर्फ
प्रभु के भक्ति भाव में जीते हैं
जय श्री राम

गरज उठे गगन सारा
समुद्र छोड़े अपना किनारा
हिल जाए जहां सारा
जब गूंजे जय श्री राम का नारा
जय श्रीराम जय श्रीराम

ना पैसा लगता है ना खर्चा लगता है
जय श्री राम बोलिए बड़ा अच्छा लगता है

वह रक्त नहीं पानी है
जो जय श्री राम ना बोले वह अज्ञानी है

भगवान राम हमारे अभिमान है
राम भक्त हमारी पहचान है
जय श्री राम

परिस्थिति चाहे कैसी भी हो
होठों पर मुस्कान बनाए रखना
ज़ुबान में जय श्री राम और
मन में श्रीराम पर विश्वास बनाए रखना

गुणवान तुम बलवान तुम,
भक्तों को देते हो वरदान तुम,
भगवान तुम हनुमान तुम,
मुश्किल को कर देते आसान तुम।
जय श्री राम

राम जिनका नाम है, अयोध्या जिनका धाम है,
ऐसे रघुनंदन को,
आपको और आपके परिवार को,
जय श्री राम

राम जी की ज्योति से नूर मिला है,
सबके दिलो को सुरूर मिला है,
जो भी गया राम जी के द्वार,
कुछ न कुछ जरूर मिला है
जय श्री राम

मंगल भवन अमंगल हारी,
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी,
राम सिया राम, सिया राम,
जय जय राम…