‘पहला निवाला खाया तो लगा ऊपर वाला आया है…’ उत्तरकाशी टनल से बाहर आया चमरा ओरांव, सुनाई आपबीती

उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को 17 दिन बाद मंगलवार शाम बाहर निकाल लिया गया। सभी मजदूर 12 नवंबर की सुबह टनल में काम कर रहे थे तभी अचानक आए मलबे ने रास्ता बंद कर दिया और 41 मजदूर सुरंग में ही फंस गए। टनल से बाहर आने के बाद सभी मजदूरों और उनके परिजनों समेत पूरे देश खुशियों से झूम उठा।

टनल से बचाए गए 41 मजदूरों में से एक झारखंड के खूंटी जिले के 32 वर्षीय चमरा ओरांव भी शामिल हैं। सुरंग से बाहर आने के बाद चमरा ने इंडियन एक्सप्रेस को बातचीत में बताया कि 17 दिनों तक मैंने टनल में अपने फोन पर लूडो खेलना, पहाड़ के प्राकृतिक पानी में स्नान, मुरमुरे और इलायची के दानों के स्वाद ने उनके जीवन पर एक अमिट छाप छोड़ी है। ओरांव ने बताया कि उन्हें 17 दिन बाद ताजी हवा की गंध एक नए जीवन की तरह महसूस हुई। उन्होंने बचाने का श्रेय 17 दिनों तक अथक प्रयास करने वाले बचावकर्मियों और ईश्वर को दिया।

समय बताएगा वापस आउंगा या नहीं

ओरांव ने कहा कि हम भगवान में विश्वास करते थे इससे हमें ताकत मिली है। हमें भी विश्वास था कि 41 लोग फंसे हैं तो कोई ना कोई बचा लेगा। मैं जल्द से जल्द अपनी पत्नी और बच्चों के पास जाना चाहता हूं। उनसे मिलने के लिए और इंतजार नहीं कर सकता। ओरांव ने कहा कि वह हर महीना 18 हजार रुपये कमाता है केवल समय ही बताएगा कि वह वापस आएगा कि नहीं।

ओरांव ने उस खौफनाक दिन को याद करते हुए कहा कि वह 12 नवंबर की सुबह काम कर रहे थे, तभी उन्होंने जोरदार आवाज सुनी और मलबा गिरते देखा। मैं अपनी जान बचाने के लिए भागा लेकिन गलत दिशा में फंस गया। लेकिन जैसे ही हमें लगा कि अब हम लंबे समय तक यहां रहना होगा तो उसके बाद हम बेचैन हो गए। हमने मदद के लिए भगवान से प्रार्थना की और कभी उम्मीद नहीं खोई।

हम लोगों ने एक-दूसरे से बात कर बिताया समय

ओरांव ने कहा कि करीब 24 घंटे बाद अधिकारियों ने मुरमुरे और इलायची के बीज भेजे। जब मैंने पहला निवाला खाया, तो हमें लगा कि कोई ऊपर वाला हमारे पास आया है हम बहुत खुश थे। हमें आश्वासन दिया गया था कि हमें बचा लिया जाएगा, लेकिन समय गुजारने की जरूरत थी। इसलिए हमने खुद को फोन पर लूडो में डुबो दिया। हालांकि नेटवर्क नहीं होने के कारण हम किसी को कॉल नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा कि इस दौरान हमने आपस में बातें की और एक-दूसरे को जाना। ओरांव ने कहा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं हालांकि वह घर पहुंचने के बाद तय करेंगे कि उन्हें आगे क्या करना है।

 

बिहार में शिक्षकों को 30 तक देना होगा योगदान

शिक्षकों को 30 तक देना होगा योगदानशिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों को 30 नवंबर तक अपने स्कूल में योगदान देना होगा। 30 नवंबर के बाद योगदान स्वीकार नहीं होगा। साथ ही वैसे चयनित शिक्षक जो पूर्व से सरकारी नौकरी (केंद्र अथवा राज्य सरकार) में रहे हैं (नियोजित शिक्षक सहित), उन्हें योगदान करने के लिए सात दिसंबर तक का मौका दिया गया है। इस संबंध में विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को मंगलवार को पत्र जारी किया है।

पीएम मोदी के सहयोगी और बिहार भाजपा के सह प्रभारी सुनील ओझा का निधन

वरिष्ठ भाजपा नेता सुनील ओझा का दिल्ली में निधन हो गया है। बता दें कि कुछ महीने पहले उनका उत्तर प्रदेश से बिहार ट्रांसफर हो गया था। बिहार ट्रांसफर से पहले सुनील ओझा यूपी के सह प्रभारी थे फिर उन्हें बिहार में पार्टी का सह प्रभारी बनाया गया। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ये नियुक्ति की थी। सुनील ओझा मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। सुनील ओझा को बिहार का सह प्रभारी बनाने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई थी।

गड़ौली धाम आश्रम को लेकर थे चर्चाओं में

बता दें कि सुनील ओझा पिछले दिनों गड़ौली धाम आश्रम को लेकर चर्चाओं में थे। मिर्जापुर में गंगा नदी के किनारे गड़ौली धाम आश्रम का निर्माण किया जा रहा है। जिसके बारे में बताया जाता है कि ये सुनील ओझा की देखरेख में बन रहा था।

टी20 मैच की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 5 विकेट से हराया, ऋतुराज के शतक पर फेरा पानी

भारतीय टीम के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज के तीसरे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की. यह मुकाबला आखिरी बॉल तक गया था. मैच के हीरो ग्लेन मैक्सवेल रहे, जिन्होंने 48 गेंदों पर नाबाद 104 रनों की पारी खेलकर पूरी बाजी ही पलट दी.

गुवाहाटी में खेले गए इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 223 रनों का टारगेट मिला था. इसके जवाब में कंगारू टीम ने 5 विकेट गंवाकर मैच अपने नाम कर लिया. मैक्सवेल के अलावा टीम के लिए ट्रेविस हेड ने 35 और कप्तान मैथ्यू वेड ने 28 रनों की नाबाद पारी खेली. भारत के लिए रवि बिश्नोई ने 2 विकेट लिए.

जबकि अर्शदीप सिंह, आवेश खान और अक्षर पटेल ने 1-1 सफलता हासिल की. तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा सबसे महंगे साबित हुए. उन्होंने अपने 4 ओवरों में 17 के इकोनॉमी रेट से 68 रन लुटाए. अर्शदीप ने भी 44 रन लुटा दिए.

ऐसे गिरे ऑस्ट्रेलियाई टीम के विकेट- (225/5, 20 ओवर्स)

पहला विकेट: एरॉन हार्डी (16), विकेट- अर्शदीप सिंह (47/1)
दूसरा विकेट: ट्रेविस हेड (35), विकेट- आवेश खान (66/2)
तीसरा विकेट: जोश इंग्लिस (10), विकेट- रवि बिश्नोई (68/3)
चौथा विकेट: मार्कस स्टोइनिस (17), विकेट- अक्षर पटेल (128/4)
पांचवां विकेट: टिम डेविड (0), विकेट- रवि बिश्नोई (134/5)

तिलक-गायकवाड़ के बीच 141 रनों की साझेदारी

मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 3 विकेट पर 222 रन बनाए थे. इस पारी के हीरो ओपनर ऋतुराज गायकवाड़ रहे, जिन्होंने 52 गेंदों पर तूफानी शतक जमाया.

मुकाबले में भारतीय टीम ने 24 रनों पर ही दो विकेट गंवा दिए थे. यशस्वी जायसवाल (6) और ईशान किशन (0) जल्दी पवेलियन लौट गए थे. तब कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मोर्चा संभाला और गायकवाड़ के साथ मिलकर 47 गेंदों पर 57 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाला. सूर्या 29 गेंदों पर 39 रन बनाकर आउट हुए.

इसके बाद गायकवाड़ ने मोर्चा संभाला और तिलक वर्मा के साथ मिलकर 59 गेंदों पर 141 रनों की पार्टनरशिप कर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया. मैच में गायकवाड़ ने 57 गेंदों पर सबसे ज्यादा 123 रनों की नाबाद शतकीय पारी खेली. यह टी20 इंटरनेशनल में उनका पहला शतक भी है. जबकि तिलक वर्मा ने 31 रन बनाए. गायकवाड़ ने अपनी पारी में 7 छक्के और 13 चौके जमाए.

बिहार में स्कूलों की छुट्टी कटौती पर मचा बवाल तो सामने आया शिक्षा विभाग, विवाद पर दी सफाई

बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 के जारी होने के बाद सियासी घमासान जारी है। वहीं, दूसरी तरफ बिहार में गहराते इस विवाद के बाद अब शिक्षा विभाग सामने आया है और इस पूरे मामले पर सफाई दी है।

शिक्षा विभाग की सफाई

सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 को लेकर विवाद बढ़ने के बाद अब शिक्षा विभाग ने कहा है कि अवकाश तालिका बनाने के पीछे मूल सिद्धांत (Underlying Principle) यह है कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा वर्ष 2024 के लिए तय सरकारी अवकाशों को देखकर ही विद्यालयों में भी सभी अवकाश तय किए गए है।

इसके साथ ही ये भी जानकारी मिली है कि सोशल मीडिया/अखबारों में त्योहारों को लेकर तरह-तरह की भ्रामक बातें फैलाई जा रही है। वस्तुस्थिति यह है कि सामान्य विद्यालयों और उर्दू विद्यालयों के कैलेण्डर अलग-अलग बनाए गए हैं और दो अलग-अलग अधिसूचनाएं (क्रमशः अधिसूचना संख्या-2693 एवं अधिसूचना संख्या-2694) निकाली गई हैं। संभवतः इसी कारण सोशल मीडिया/ मीडिया द्वारा जल्दबाजी में सरकारी अधिसूचनाएं पढ़कर उस पर मंतव्य बना लेने के कारण त्योहारों को लेकर यह भ्रम फैला है। इसके अतिरिक्त निम्नलिखित बातें भी स्पष्ट की जाती है:

1.पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी कुल छुट्टियों (60 दिन) में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

2.यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि महापुरुषों की जयंतियों में विद्यालयों में छुट्टी नहीं दी गई है। यह स्पष्ट किया जाता है कि पिछले वर्षों में भी महापुरुषों की जयंतियों के दौरान विद्यालय खुलते रहे हैं और जयंतियों धूमधाम से मनाई गई हैं। उदाहरणार्थ गांधी जयंती परंपरागत रूप से पिछले कई वर्षों में भी विद्यालयों में मनाई जाती रही है।

3.जहां तक अन्य जयंतियों जैसे सम्राट अशोक जयंती, महावीर जयंती, वीर कुंवर सिंह जयंती इत्यादि का प्रश्न है, तो सभी जयंतियों इस वर्ष ग्रीष्म अवकाश के दौरान पड़ रही है, अतः उन्हें अलग से नहीं इंगित किया गया है। यह स्पष्ट किया जाता है कि इन जयंतियों में विद्यालय बंद रहेंगे।

4.ग्रीष्म अवकाश के समय में जो बदलाव किया गया है, वह आगामी लोकसभा चुनाव, 2024 को देखते हुए किया गया है।

गौरतलब है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का कैलेंडर 2024 के जारी होने के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। बीजेपी समेत तमाम विरोधी दलों द्वारा लगातार प्रदेश सरकार को घेरा जा रहा है, जिसके बाद अब नीतीश सरकार भी बैकफुट पर आ गयी है। इस पूरे मामले पर अब बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा बयान दिया है।

बैकफुट पर सरकार!

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि सीएम इस मामले पर जल्द पुनर्विचार करेंगे। अशोक चौधरी ने कहा कि आज 2024 के कैलेंडर को उन्होंने देखा है। त्योहारों को लेकर छुट्टियों पर अपर मुख्य सचिव केके पाठक या विभागीय मंत्री ने ध्यान से नहीं देखा होगा। अब इस मामले में मुख्यमंत्री हस्तक्षेप करेंगे।

‘CM जल्द करेंगे पुनर्विचार’

इसके साथ ही भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जैसे ही ये मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आएगा, वे इस पर फिर से पुनर्विचार करेंगे क्योंकि प्रदेश की बड़ी आबादी की भावना को आहत नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही ये भी देखा जाएगा कि किसी को कोई नुकसान न हो। इससे पहले भी सुधार हो चुका है, जरूरत पड़ी तो इस मर्तबा भी सुधार किया जा सकता है।

ये है पूरा मामला

गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने साल 2024 का शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है, जिसके मुताबिक पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए पहली बार एक ही छुट्टियों वाला कैलेंडर जारी किया गया है। जारी कैलेंडर के मुताबिक साल 2024 में महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, तीज और जिउतिया जैसे त्योहारों पर कोई छुट्टी नहीं होगी। 2023 के कैलेंडर में तीज के लिए दो दिन और जिउतिया के लिए एक दिन की छुट्टी दी गई थी। ताजा कैलेंडर में ये छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

वहीं, इसके ठीक विपरीत ईद के लिए अब 3 दिन छुट्टी होगी। ईद के लिए 18, 19 और 20 जून को स्कूल बंद रहेंगे, जिसे लेक अब बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है और बिहार को इस्लामिक स्टेट घोषित करने की बात कह तंज कसा है।

बिहार के सारण का रहने वाला सोनू उत्तरकाशी सुरंग से आया बाहर; परिवार ने कहा छठी मैया बचा लेली

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल में 16 दिनों से फंसे 41 कामगारों में छपरा के सोनू साह भी शामिल है। वहां दो सौ से ज्यादा लोगों की रेस्क्यू टीम दिन-रात काम कर सभी लोगों को सकुशल टनल से मंगलवार को निकाल लिया गया है। इसकी जानकारी मिलने पर जिला के एकमा प्रखंड के देवपुरा गांव निवासी सोनू शाह के परिवार में खुशी का माहौल हो गया। सोनू के पिता सवालिया साह एवं मां आंगनबाड़ी सेविका शिवमुखी देवी अपने बेटे के टनल से निकलने की जानकारी मिली तो खुशी सिंह की आंखों से आंसू टपकने लगे।

प्रियंका ने कहा कि छठी मैया हमार सुहाग के बचा ले ली इनके से अपन सुहाग के बचाव ला गोहार कइले रही। उल्लेखनीय हो कि उत्तराखंड के पास टनल में फंसने के बाद से ही उत्तरकाशी में रेस्क्यू शुरू हो गया था। सोनू के फंसने के बाद से ही परिजन, गांव के लोग उसकी सकुशल वापसी के लिए ईश्वर से दुआएं मांग रहे थे।

कल रात सोनू ने परिवार से की थी बात

सोनू ने कल रात अपने परिवार के सदस्यों से बात की थी और अपने से कुशल होने की जानकारी दी, जिसके बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली है। सोनू ने पत्नी सहित अपने परिवार के सदस्यों से बात की है। पत्नी ने कहा है कि सोनू ने उससे बार-बार कहा कि अब चिंता मत करों और हम जल्द ही मिलेगें। सोनू के परिजनों ने बताया कि मीडिया के जरिए उनको पता चला कि सोनू सुरंग के अंदर फंस गया है। उन्होंने कहा हमने दिवाली पर उसे फोन किया था लेकिन संपर्क नहीं हो सका था।

खराब हो गया था साेनू का मोबाइल

उसके साथियों ने हमें बताया कि सोनू का मोबाइल फोन खराब हो गया था, बाद में घरवालों ने अखबार में उसका नाम देखा और पता चला कि वह सुरंग के अंदर फंसा हुआ है। परिवार वालों ने बताया कि सोनू तीन साल से सुरंग में काम कर रहा था, उसकी पत्नी और छह साल की बेटी सौम्य एकमा के देवपुरा गांव में रहते हैं।

सौम्या ने बताया कि पापा ने दीपावली में आने की बात कही थी, लेकिन वे नहीं आए, उसने बताया कि मम्मी ने कहा है कि पापा एक-दो दिन में घर आएंगे। सोनू साह तीन भाई हैं। सुधांशु साह बाहर की काम करते हैं जबकि अभिषेक साह गांव में रहते हैं। सोनू के पिता सांवलिया साह ने कहा कि अपने गांव घर में रोजगार मिलता तो सोनू को इतनी दूर कमाने नहीं जाना पड़ता, सभी कामगारों के सकुशल निकलने की खबर पर परिवार के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं था।

उत्तरकाशी सुरंग से बाहर आते ही बोला बिहार के बांका जिले का मजदूर वीरेंद्र किस्कू; यह मेरा दूसरा जन्म है

उत्तरकाशी सुरंग में 17 दिनों से फंसे कटोरिया प्रखंड के जयपुर निवासी वीरेंद्र किस्कू ने मंगलवार को खुले आसमान के नीचे सांस ली। सुरंग से निकलते ही वीरेंद्र ने कहा कि यह मेरा दूसरा जन्म है। नई जिंदगी मिली है। गांव में अपने बेटे के लिए रोज मंगल कामना कर रही सुषमा हेंब्रम की आंखें भी नम हो गईं। वह बार-बार हाथ जोड़कर बेटे को दोबारा वापस करने के लिए ईश्वर का आभार व्यक्त कर रहीं थीं। उत्तराखंड पहुंचे सुरंग में फंसे वीरेंद्र के भाई रविंदर एवं उनकी पत्नी रजनी टुडू ने भी फोन पर भी खुशी व्यक्त की।

सुरंग के बाहर दिखी महादेव की जलाकृति से जगी उम्मीद

उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने में बचाव टीम को हर पल चुनौती का सामना करना पड़ रहा था। वीरेंद्र के साथी विकास यादव ने बताया कि सुरंग के सामने से हटाए गए बोकनाथ मंदिर के पीछे सोमवार को दीवार पर पानी के रिसाव से बनी महादेव की आकृति देखने के बाद लोगों का हौसला बढ़ा था। इसके ठीक दूसरे दिन ही सरकार को बड़ी सफलता मिली।

अलर्ट मोड पर थी पूरी रेस्क्यू टीम

सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर धामी एवं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह मौके पर मौजूद थे। उनके सामने एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम ने एक-एक मजदूर को टनल से सुरक्षित बाहर निकाला। मजदूरों को बाहर निकालने के पूर्व एंबुलेंस के साथ एयर एंबुलेंस को भी अलर्ट मोड पर रखा गया था। फिलहाल, सभी मजदूरों को चिनियाली साट अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के लिए भर्ती कराया गया है।

सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगाए गए औगर मशीन का कटर शुक्रवार को लक्ष्य भेदने के पांच मीटर पहले ही पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद प्लाज्मा कटर से पूरे मलबे को साफ किया गया। मैन्युअली सात मीटर सुरंग खोदने के बाद मजदूरों के पास बचाव टीम पहुंच सकी। खतरे की संभावना को देखते हुए फिर छ्ह मीटर पाइप अंदर डालने के बाद मंगलवार देर रात सभी मजदूरों को सकुशल बाहर निकाला गया।

बिहार के रोहतास के सुशील कुमार 17वें दिन उत्तरकाशी सुरंग से सकुशल बाहर निकले

उत्‍तराखंड में उत्तरकाशी की टनल में 17 दिनों से फंसे स्थानीय थाना क्षेत्र के चंदनपुरा गांव निवासी सुशील कुमार शर्मा मंगलवार की रात सकुशल निकाल लिए गए। घर में जैसे ही उन्हें निकलने की सूचना मिली पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।

चंदनपुरा गांव के रहने वाले राजदेव शर्मा का पुत्र सुशील कुमार शर्मा  रोजी-रोटी के जुगाड़ में उत्तराखंड कमाने गए थे। वे  टनल में अचानक अन्य 40 मजदूरों के साथ फंस गए थे। इसके बाद से घर में मायूसी छाई हुई थी।

घटना के बाद ही सुशील के बडे भाई हरिद्वार शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे हुए थे। भाई के निकलने की सूचना सबसे पहले अपने पिता को दी, जिसके बाद घर में खुशी छा गई। घर में जश्न का माहौल है। देवता घर में दीपक जलाए गए।

बिहार शिक्षा विभाग ने जारी किया मॉडल टाइम टेबल; दैनिक क्लास के बाद की छुट्टी की टाइमिंग चेंज

राज्य के राजकीय प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए बिहार शिक्षा विभाग ने मंगलवार को मॉडल टाइम टेबल जारी किया है। यह एक दिसंबर से सभी विद्यालयों में समान रूप से प्रभावी होगा। माध्यमिक निदेशक कन्हैया प्रसाद ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा लगभग 40 हजार विद्यालयों का निरीक्षण प्रतिदिन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान प्रारंभिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के खुलने एवं बंद होने के समय में भिन्नता है, प्रत्येक कक्षा की अवधि में भी अंतर है। दोपहर भोजन की घंटी में भी एकरूपता नहीं है। इसके आधार पर सभी प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में एक मॉडल टाइम टेबल प्रभावी होगा।

पढ़ें पूरा मॉडल टाइम टेबल

मॉडल टाइम टेबल के अनुसार, विद्यालय सुबह 9:00 बजे खुलेगा। सुबह 9:00 से 9:30 बजे तक प्रार्थना, योगाभ्यास, व्यायाम व ड्रिल होगी। पहली घंटी सुबह 9:30 बजे प्रारंभ होगी तथा छात्र-छात्राओं की छुट्टी अपराह्न 3:30 बजे होगी। वहीं, मिशन दक्ष के अंतर्गत विशेष कक्षाएं अपराह्न 3:30 बजे से शाम 4.15 बजे तक संचालित की जाएंगी।

शाम 4.15 बजे से 5:00 बजे तक कक्षा एक व दो के बच्चों को छोड़कर शेष के होमवर्क को चेक करना, पाठ टीका तैयार करना, मिशन दक्ष के बच्चों का प्रोफाइल तैयार करना, विशेष कक्षाएं संचालित करना, साप्ताहिक मूल्यांकन के आधार पर छात्र-छात्राओं का प्रोफाइल तैयार किया जाएगा। शाम 5:00 बजे शिक्षकों की छुट्टी होगी। टाइम टेबल सोमवार से शनिवार तक प्रभावी होगा।

टाइम टेबल : सोमवार से शानिवार तक

समय कक्षा

सुबह 9:00 बजे : विद्यालय खुलने का समय

सुबह 9:00 से 9:30 बजे : प्रार्थना, योगाभ्यास, व्यायाम व ड्रील

सुबह 9:30 से 10:10 बजे : पहली घंटी

सुबह 10:10 से 10:50 बजे : दूसरी घंटी

सुबह 10:50 से 11:30 बजे : तीसरी घंटी

सुबह 11:30 से दोपहर 12:10 बजे : चौथी घंटी

दोपहर 12:10 से 12:50 बजे : एमडीएम व मध्यांतर

दोपहर 12:50 से 1:30 बजे : पांचवी घंटी

दोपहर 1:30 से 2:10 बजे : छठी घंटी

दोपहर 2:10 से 2:50 बजे : सातवीं घंटी

दोपहर 2:50 से 3:30 बजे : आठवीं घंटी

अपराह्न 3:30 बजे : छुट्टी (छात्र व छात्रा)

अपराह्न 3:30 से 4:15 बजे : मिशन दक्ष की विशेष कक्षाएं

शाम 4:15 से 5:00 बजे : मूल्यांकन कार्य व अन्य

खबर वही जो है सही

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